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सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले से धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला सामने आया है। जहां शराब के नशे में मंदिर में तोड़फोड़ की गई। बताया जा रहा है कि युवक ने सूर्य देव की मूर्ति खंडित कर दी। इतना ही नहीं मंदिर के पुजारी को मां-बहन की गालियां भी दी। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। यह पूरा मामला सिंहपुर थाना क्षेत्र का है।
शिवराजपुर गांव स्थित बड़ी माता मंदिर चोनाधाम के पुजारी ने मंदिर परिसर में शराब के नशे में की गई तोड़फोड़ और गाली-गलौज को लेकर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुजारी दिवाकर परौहा के अनुसार, वे बड़ी माता मंदिर चोनाधाम में पूजा-पाठ का कार्य करते हैं। 17 दिसंबर की सुबह करीब 9 बजे गांव का लाला उर्फ मनीष शर्मा मंदिर पहुंचा और शराब पीने के लिए 100 रुपये की मांग की। पुजारी ने पैसे न होने की बात कही, जिससे आरोपी नाराज हो गया।
इसी बात को लेकर शाम करीब 8 बजे आरोपी शराब के नशे में मंदिर परिसर पहुंचा और पुजारी को मां-बहन की अश्लील गालियां देने लगा। आरोप है कि गाली-गलौज करते हुए आरोपी ने मंदिर के भीतर प्रवेश कर सूर्य भगवान की मूर्ति को उठाकर जमीन पर पटक दिया, जिससे मूर्ति टूट गई।
इसके बाद टूटी हुई मूर्ति को मंदिर परिसर के बाहर बने पानी के कुंड में फेंक दिया और धमकियां देते हुए वहां से फरार हो गया। घटना के दौरान ददोली प्रसाद शर्मा और श्यामजी शर्मा मौके पर मौजूद थे, जिन्होंने बीच बचाव किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कई धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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MP से लापता भारतीय सेना का जवानः 48 घंटे बाद भी नहीं मिला कोई सुराग
सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से भारतीय सेना का एक सैनिक ड्यूटी पर लौटते समय रहस्यमय ढंग से लापता हो गया है। बीते 48 घंटे से जवान का कोई पता नहीं चल सका है, जिससे परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है।
दरअसल बरगवां थाना क्षेत्र के ग्राम पचौर निवासी शैलेश कुमार दुबे, पिता जीवन प्रकाश, भारतीय सेना की 4 महार रेजिमेंट में कार्यरत हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती मणिपुर में है। शैलेश 14 दिसंबर 2025 को अपने पैतृक निवास से मणिपुर यूनिट में रिपोर्ट करने के लिए निकले थे। परिजनों ने बताया कि 15 दिसंबर की सुबह वाराणसी से दिल्ली के लिए उनकी पहली उड़ान सुबह करीब 7 बजे निर्धारित थी, लेकिन वह फ्लाइट रद्द हो गई। सुबह लगभग 9 बजे दूसरी फ्लाइट से दिल्ली रवाना होने की सूचना मिली।
दिल्ली पहुंचने के बाद जब रेजिमेंट से संपर्क किया तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। यूनिट की ओर से बताया गया कि जवान का सामान तो फ्लाइट के जरिए रेजिमेंट तक पहुंच गया है, लेकिन वे नहीं पहुंचे। इसके बाद से जवान का मोबाइल बंद बता रहा है, उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।जवान की मणिपुर स्थित यूनिट में तय रिपोर्टिंग भी नहीं हो सकी है।
परिजनों को जानकारी मिली कि जवान की आखिरी लोकेशन कानपुर के आसपास बताई गई, लेकिन इसके बाद उनका कोई सुराग नहीं मिला। जवान के मामा राम दुबे ने बताया कि परिवार हर संभावित स्थान पर जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। कोई जानकारी न मिलने से परिवार सदमे में है। गुमशुदगी दर्ज कर तलाश की मांग की है। पुलिस जांच में जुट गई है। परिजन जवान की सुरक्षित वापसी की उम्मीद लगाए हुए हैं।
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संगठित साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश: 12 आरोपी गिरफ्तार, ऐसे दिया था 7.5 करोड़ की ठगी को अंजाम
देवास। मध्य प्रदेश की देवास पुलिस को ऑनलाइन साइबर फ्रॉड मामले में बड़ी सफलता मिली है। संगठित साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने केवल 3 महीनों में 78 बैंक खातों के जरिए करीब 7.5 करोड़ रुपये की साइबर ठगी को अंजाम दिया।
देवास में ऑनलाइन ठगी के मामले में कोतवाली थाना में फरियादी रवि चौहान की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की थी। जिसमें सामने आया कि स्थानीय लोगों को पैसों का लालच देकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाए गए। इन खातों का इस्तेमाल देशभर में हुई ऑनलाइन ठगी की रकम ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने यूको बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र में खाते खुलवाए। खाता खुलवाने के बाद खाताधारकों से एटीएम कार्ड, पासबुक और सिम लेकर उन्हें गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचाया जाता था।
पुलिस ने बताया कि, आरोपियों ने Binance और Bybit एप्लिकेशन के जरिए डिजिटल करेंसी खरीदी थी। इसके बाद इस डिजिटल करेंसी को टेलीग्राम के माध्यम से साइबर ठगों को ऊंचे दामों पर बेचा जाता था और साइबर ठगी से प्राप्त रकम अलग-अलग खातों में ट्रांसफर की जाती थी। पुलिस जांच में 78 बैंक खातों में करोड़ों रुपये का संदिग्ध लेन-देन सामने आया है। अन्य राज्यों से भी इस साइबर ठगी से जुड़ी शिकायतें NCRP पोर्टल पर दर्ज की गई हैं।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ थाना कोतवाली देवास में अपराध क्रमांक 897/2025, धारा 318(4), 316(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। देवास एसपी ने बताया कि साइबर ठगी के मामले में आरोपियों से और पूछताछ की जा रही है, गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।

खंडवा। शहर में बड़ा कब्रिस्तान क्षेत्र में देर रात दो पक्षों में विवाद के बाद पथराव हो गया। पथराव में दो बाइक क्षतिग्रस्त हुई है, वहीं पूरे इलाके में पथराव की इस घटना से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय भी मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया।
पुलिस ने दोनों पक्षों के 23 नामजद सहित अन्य आरोपियों पर मामला दर्ज किया है। मौके से गिरफ्तार आरोपियों का पुलिस ने आज उसी क्षेत्र में जुलूस भी निकाला है। इस दौरान आरोपी कान पकड़कर उठक बैठक लगाते नजर आए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कानून व्यवस्था से किसी भी प्रकार से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल बड़ा कब्रिस्तान क्षेत्र में देर रात संदीप मराठा के साथ साहिल, फैजान और सलमान का विवाद हुआ। जिसके बाद मामले में दोनों तरफ से लोग आमने सामने हो गए। दोनों तरफ से जमकर पत्थर चलने से अफरा-तफरी मच गई। घटना की जानकारी लगते ही नगर पुलिस अधीक्षक, कोतवाली, मोघट और पदमनगर थाने के पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति को संभालते हुए भीड़ को तितर-बितर किया। कुछ ही देर में पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय भी घटनास्थल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। वहीं, अब पूरे इलाके में स्थिति पूरी तरीके से शांत है। पथराव में शामिल आरोपियों का पुलिस ने उसी इलाके में जुलूस निकाला है, ताकि आरोपी इस प्रकार की घटना दोबारा ना करे।
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HIV ब्लड रैकेट का भंडाफोड़: SDM के स्टिंग से तीन दलाल गिरफ्तार, CDSCO के बाद स्टेट जांच टीम भी पहुंची
सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिला अस्पताल में छह बच्चों के एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। ब्लड की अवैध दलाली करने वाले गिरोह पर शिकंजा कसते हुए दो आरोपियों को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब सिटी एसडीएम सतना राहुल सिलाडिया ने अपने वाहन चालक के माध्यम से एक स्टिंग ऑपरेशन कराया। स्टिंग के दौरान 4500 रुपये में ब्लड उपलब्ध कराने की डील तय हुई, जिसके बाद तत्काल प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया, अभी तक 3 दलाल प्रशासन के हत्थे चढ़ चुके है।
यह मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जहां तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। प्रशासन का कहना है कि इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई के बाद जिला अस्पताल के ब्लड बैंक और स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठ रहे गंभीर सवालों के बीच प्रशासन की यह पहल बड़ा कदम मानी जा रही है।
सिटी एसडीएम राहुल सिलाडिया ने कहा कि अस्पताल के बाहर ब्लड की दलाली की सूचना मिली थी। इसके बाद एक व्यक्ति को पर्ची कटवाकर भिजवाया, जिससे ब्लड के बदले 4500 रुपये की डिमांड की गई। इसी दौरान दलाल को पैसा लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। डोनर कहां से बुलाता था ? इस खेल में कौन कौन शामिल है ? फिलहाल इन सभी सवालों को लेकर पकड़े गए दलाल से पूछताछ की जा रही है।
इस मामले में एक साथ तीन-तीन समितियां जांच कर रही हैं। एक ओर जहां केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की टीम दो दिनों से सतना में डटी हुई है, वहीं गुरुवार को राज्य स्तर की जांच टीम भी सतना पहुंची। जबकि जिला स्तर भी एक टीम सक्रिय है, जो अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है। राज्य टीम ने पहुंचते ही जिला अस्पताल स्थित आईसीटीसी (इंटीग्रेटेड काउंसलिंग एंड टेस्टिंग सेंटर) से जांच की शुरुआत की।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला के निर्देश पर गठित 6 सदस्यीय राज्य स्तरीय जांच दल गुरुवार को सतना पहुंचा। इस टीम में क्षेत्रीय संचालक (स्वास्थ्य) रीवा संभाग डॉ. एसबी अवधिया, डिप्टी डायरेक्टर एसबीटीसी/ब्लड सेल डॉ. रूबी खान, एम्स भोपाल के ब्लड ट्रांसफ्यूजन विशेषज्ञ डॉ. रोमेश जैन, सीनियर ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. सीमा नवेद, सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर होशंगाबाद संजीव जादोन तथा ड्रग इंस्पेक्टर सतना प्रियंका चौबे को शामिल किया गया है। राज्य टीम जिला अस्पताल के ब्लड बैंक और आईसीटीसी सेंटर में पदस्थ नोडल अधिकारियों से जवाब तलब करेगी।
इसके साथ ही ब्लड संग्रहण, स्क्रीनिंग, भंडारण और वितरण से जुड़े सभी रिकॉर्ड खंगाले जाएंगे, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कहां और कैसे लापरवाही हुई। इससे पहले केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की दो सदस्यीय टीम बुधवार को ही सतना पहुंचकर जांच शुरू कर चुकी है। केंद्रीय टीम में रीवा मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. लोकेश त्रिपाठी को भी शामिल किया गया है। केंद्रीय टीम गुरुवार को भी ब्लड बैंक और संबंधित विभागों में गहन जांच में जुटी रही। लगातार सामने आ रही जांचों से यह साफ है कि प्रशासन इस संवेदनशील मामले को लेकर गंभीर है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
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सेंट्रल GST ऑफिस के इंस्पेक्टर-असिस्टेंट कमिश्नर की कोर्ट में पेशी: CBI ने 4 लाख की रिश्वत लेते किया था गिरफ्तार
जबलपुर। जबलपुर में सीबीआई ने बुधवार को सेंट्रल जीएसटी ऑफिस से एक इंस्पेक्टर और असिस्टेंट कमिश्नर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। आज दोनों अधिकारियो को CBI की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां से तीन दिन की रिमांड पर लेकर सीबीआई पूछताछ करेगी।
दरअसल, जबलपुर के गौरी घाट रोड स्थित जीएसटी ऑफिस में बुधवार को सीबीईआई टीम ने दबिश दी थी। जानकारी के अनुसार, इंस्पेक्टर सचिन खरे ने होटल कारोबारी विवेक त्रिपाठी के ओयो ट्रांजैक्शन पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने होटल व्यवसायी पर एक करोड़ रुपए की रिकवरी निकाली थी। इसी मामले को निपटाने के लिए 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।
होटल कारोबारी ने इसकी शिकायत सीबीआई से की थी। जिसके बाद CBI ने बुधवार को दबिश दी। इंस्पेक्टर सचिन खरे और असिस्टेंट कमिश्नर को 4 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। जबकि एक आरोपी फरार बताया जा रहा है। सीबीआई की टीम रातभर आरोपी अधिकारियों से पूछताछ करती रही। गिरफ्तार किए गए अफसरों के घर पहुंचकर भी तलाशी ली थी। बताया जा रहा है कि जीएसटी ऑफिस के अन्य अधिकारी भी जांच के दायरे में है।

गाजियाबाद में एक कपल को अपनी मकान मालकिन की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मर्डर उस वक्त किया गया, जब मकान मालकिन उनसे बकाया किराया मांगने गई थीं. मृतका की पहचान 48 वर्षीय दीपशिखा शर्मा के रूप में हुई है. पुलिस ने उसका शव उसी फ्लैट से एक सूटकेस में बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी दंपत्ति, अजय गुप्ता और आकृति गुप्ता को हिरासत में ले लिया है.
मामला राज नगर एक्सटेंशन की ऑरा चिमेरा सोसाइटी का है. पुलिस के मुताबिक उमेश शर्मा और दीपशिखा शर्मा के पास इस सोसाइटी में दो फ्लैट हैं. एक में वे खुद रहते हैं और दूसरा गुप्ता परिवार को किराए पर दे रखा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी अजय गुप्ता ट्रांसपोर्ट का बिजनेस करते हैं.
आरोपियों ने पिछले चार महीनों से घर का किराया नहीं दिया था. ऐसे में मकान मालकिन दीपशिखा उनसे किराए मांगने के लिए बुधवार उनके फ्लैट पर ही चली गईं. उस वक्त दीपशिखा के पति घर पर नहीं थे. जब वह काफी घंटों बाद भी घर नहीं लौटी तो उनकी घरेलू सहायिका मीना ने उन्हें ढूंढ़ना शुरू किया.
अपनी मालकिन को ढूंढ़ने मीना किराएदारों के फ्लैट पर भी गई थीं. लेकिन उन्हीं के जवाब से उसे शक हुआ. इसके बाद मीना ने बिल्डिंग की CCTV फुटेज चेक की. सीसीटीवी में दीपशिखा उस फ्लैट में घुसते हुए तो दिख रही हैं, लेकिन वह बाहर नहीं निकलतीं. इसके बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई. उसी वक्त आरोपी मियां-बीवी को एक बड़ा सूटकेस लेकर बिल्डिंग से बाहर निकलते देखा गया. इसके बाद उन्होंने एक ऑटो-रिक्शा भी बुलाया. लेकिन वे भाग पाते, उससे पहले ही मीना ने उन्हें रोक लिया. इसके बाद दोनों को वापस फ्लैट पर ले जाया गया.
पुलिस के आने पर जब उस फ्लैट की तलाशी ली गई, तो दिल दहला देने वाला खुलासा हुआ. दीपशिखा शर्मा का शव एक लाल रंग के सूटकेस में था. इसके बाद दोनों को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया. दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है. पुलिस ने बताया कि जब वह किराए मांगने आईं तो उनका आपस में विवाद हो गया. इसके बाद उसके सिर पर वार करके उसका मर्डर कर दिया गया.
पुलिस के मुताबिक, पहले दीपशिखा के सिर पर प्रेशर कूकर से चोट मारी गई और उसके बाद दुपत्ते से गला दबाकर मार दिया. जब उन्हें फंसने का डर सताने लगा तो उन्होंने शव को ठिकाने लगाने के लिए सूटकेस में भर दिया.
एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दोनों आरोपी हत्या की बात कबूल करते दिख रहे हैं. जहां अजय गुप्ता अपनी बीवी आकृति को बचाने की कोशिश कर रहा है, वहीं आकृति कहती दिख रही है कि हमने यह साथ मिलकर किया है.
गाजियाबाद की एसीपी उपासना पांडे ने कहा, ’17 दिसंबर को थाने को जानकारी मिली की Aura Chimera सोसाइटी में एक महिला की हत्या हो गई है. टीम वहां पहुंची तो जानकारी मिली की दीपशिखा शर्मा नाम की महिला अपने दूसरे फ्लैट जो उन्होंने किराए पर दे रखा था से किराया लेने गई थीं. देर तक नहीं लौटी थी तो उनकी घरेलू सहायिका को शक हुआ. उसी नहीं पुलिस को इसकी जानकारी दी. जब उस घर की तलाशी ली गई तो एक लाल रंग के सूटकेस में महिला का शव मिला. इसके बाद पुलिस ने शव को बरामद कर लिया. दोनों आरोपियों ने गुनाह कबूल कर लिया और दोनों पुलिस हिरासत में हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.’
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मेवाड़ शाही परिवार का संपत्ति विवाद पहुंचा SC, दिल्ली HC में होगी सुनवाई
मेवाड़ के शाही परिवार की संपत्तियों के बंटवारे को लेकर चल रहा विवाद अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। यह मामला उदयपुर के सिटी पैलेस, HRH होटल्स ग्रुप और अन्य शाही संपत्तियों के नियंत्रण से जुड़ा है। विवाद महाराजा अरविंद सिंह मेवाड़ के बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ और उनकी बेटी पद्मजा कुमारी परमार के बीच है।
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में अरविंद सिंह मेवाड़ की वसीयत की वैधता को चुनौती दी गई है। मुख्य न्यायाधीश (CJI) की अध्यक्षता वाली पीठ को बताया गया कि यह मामला उत्तराधिकार और संपत्ति के बंटवारे से जुड़ा है।
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बॉम्बे हाईकोर्ट में चल रहे मामलों को राजस्थान हाईकोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग की थी। वहीं, दूसरी ओर से जोधपुर बेंच, राजस्थान हाईकोर्ट में लंबित मामलों को बॉम्बे हाईकोर्ट भेजने की अपील की गई।
सुप्रीम कोर्ट के सुझाव पर यह तय किया गया कि परिवार से जुड़े सभी मामले अब दिल्ली हाईकोर्ट में सुने जाएंगे। कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट और राजस्थान हाईकोर्ट को निर्देश दिए हैं कि सभी संबंधित दस्तावेज दिल्ली हाईकोर्ट भेजे जाएं। मामले की सुनवाई जनवरी 2026 में होगी।
कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर परिवार के बीच कोई और मुकदमे लंबित हैं, तो उन्हें भी दिल्ली हाईकोर्ट में ट्रांसफर किया जा सकता है।
सीनियर वकील मुकुल रोहतगी ने कोर्ट को बताया कि विवाद में भारी मात्रा में आभूषण और अन्य कीमती चल संपत्तियां शामिल हैं। इनकी सुरक्षा और प्रबंधन के लिए एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त करने से जुड़ा एक आवेदन भी लंबित है।
1930 से 1955 तक मेवाड़ रियासत पर महाराणा भूपाल सिंह का शासन रहा। उनकी कोई संतान नहीं थी, इसलिए उन्होंने भगवत सिंह मेवाड़ को गोद लिया। भूपाल सिंह ने अपने अंतिम समय में, अप्रैल 1955 में, एकलिंगजी ट्रस्ट की स्थापना की।
भगवत सिंह मेवाड़ की तीन संतानें थीं- दो बेटे महेंद्र सिंह और अरविंद सिंह, और एक बेटी योगेश्वरी कुमारी। साल 1983 में भगवत सिंह ने पारिवारिक संपत्तियों को बेचने और लीज पर देने का फैसला किया, जिसका महेंद्र सिंह ने विरोध किया और कोर्ट चले गए।
इससे नाराज होकर भगवत सिंह ने संपत्ति और वसीयत से जुड़े अधिकार छोटे बेटे अरविंद सिंह मेवाड़ को सौंप दिए। इसके बाद महेंद्र सिंह को ट्रस्ट और संपत्ति से लगभग बाहर कर दिया गया।
3 नवंबर 1984 को भगवत सिंह मेवाड़ के निधन के बाद परिवार का संपत्ति विवाद और गहरा गया। यह कानूनी लड़ाई करीब 37 साल तक चली।
साल 2020 में उदयपुर की जिला अदालत ने संपत्ति को चार हिस्सों में बांटने का आदेश दिया। एक हिस्सा भगवत सिंह मेवाड़ के नाम और बाकी तीन हिस्से उनकी तीनों संतानों के बीच बांटे गए।
अदालत के फैसले तक ज्यादातर संपत्तियां अरविंद सिंह मेवाड़ के कब्जे में रहीं। महेंद्र सिंह और योगेश्वरी कुमारी को सीमित हिस्सा मिला। कोर्ट ने शंभू निवास पैलेस, बड़ी पाल और घास घर से जुड़ी आर्थिक गतिविधियों पर रोक भी लगाई थी।
इसी साल 16 मार्च को अरविंद सिंह मेवाड़ का निधन हो गया। उनकी तीन संतानें हैं- एक बेटा लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ और दो बेटियां भार्गवी कुमारी मेवाड़ और पद्मजा कुमारी मेवाड़।
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ मेवाड़ परिवार के उत्तराधिकारी और HRH ग्रुप ऑफ होटल्स के मालिक हैं। अब उनका संपत्ति विवाद अपनी बहन पद्मजा कुमारी मेवाड़ के साथ कोर्ट में चल रहा है।
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लोकसभा में हंगामे के बीच VB-G RAM G बिल पास, विपक्ष ने फाड़े कागज
नई दिल्ली. विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण) बिल यानी VB-G RAM G पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने लोकसभा में जवाब दिया. इस दौरान विपक्ष बिल के विरोध में जमकर नारेबाजी की. विपक्षी सांसद वेल में पहुंच गए और कागज फेंके. हंगामे के बीच बिल ध्वनिमत से पास हो गया.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मनरेगा का नाम पहले पहले महात्मा गांधी के नाम पर नहीं रखा गया. वो तो पहले नरेगा थी. बाद में जब 2009 के चुनाव आए तब चुनाव और वोट के कारण महात्मा गांधी याद आए. बापू याद आए. तब उसमें जोड़ा गया महात्मा गांधी. इससे पहले विपक्ष ने इस बिल के विरोध में संसद परिसर में मार्च निकाला.
इसमें विपक्ष के 50 से ज्यादा सांसदों ने हिस्सा लिया और VB-G RAM G बिल वापस लेने के नारे लगाए. बुधवार को लोकसभा में VB-G RAM G बिल पर 14 घंटे चर्चा हुई. कार्यवाही देर रात 1.35 बजे तक चली. इसमें 98 सांसदों ने हिस्सा लिया. विपक्ष ने मांग की कि प्रस्तावित कानून को स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजा जाए. यह 20 साल पुराने MGNREG एक्ट की जगह लेगा.
भाजपा सांसद किरण चौधरी ने बिल का समर्थन करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य लंबे समय से चली आ रही बिखरी हुई व्यवस्था और नीतिगत गतिरोध को समाप्त करना है. यह बिल पुराने बिखरे हुए नियमों को निरस्त कर उनकी जगह लाइसेंसिंगए सुरक्षा एप्रूवल, जवाबदेही और मुआवजे को कवर करने वाला एक फ्रेमवर्क लागू करता है. प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्रीय सुरक्षा और जन सुरक्षा पर स्पष्ट ध्यान केंद्रित करते हुए एक ठोस नींव रखी थीए और अब इस दृष्टिकोण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साकार रूप दिया है और आगे बढ़ाया है. वे कहती हैं कि विपक्ष निजीकरण को लेकर बेबुनियाद हंगामा कर रहा है. लेकिन हम जानते हैं कि देश की रक्षा कैसे करनी है.
जयराम रमेश ने कहा कि विकास को सार्वजनिक क्षेत्र ऑपरेट करे. यदि इसे निजी क्षेत्र ने अपने हाथ में ले लिया तो यह डॉण् होमी भाभा और विक्रम साराभाई जैसे हमारे परमाणु कार्यक्रमों का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिकों की दृढ़ मान्यताओं की अनदेखी करने के बराबर होगा. राज्यसभा में जयराम रमेश बोले. हमें थोरियम भंडार का उपयोग करना चाहिए. राज्यसभा में बिल पर चर्चा जारी है. कांग्रेस के जयराम रमेश ने कहा कि डॉ होमी भाभा ने तीन चरणों की रूपरेखा प्रस्तुत की.
यूरेनियम, प्लूटोनियम-थोरियम और थोरियम-यूरेनियम. आज हमने पहला चरण तो पार कर लिया हैए लेकिन दूसरे चरण में अटके हुए हैं. हमारे पास दुनिया के थोरियम भंडार का एक चौथाई हिस्सा हैए हम यूरेनियम की कमी वाले देश हैंए जबकि थोरियम समृद्ध हैं. उन्होंने डॉ अनिल काकोडकर का हवाला देते हुए कहा कि हमें पहले चरण में भी थोरियम का उपयोग करना चाहिएए ताकि हम सीधे तीसरे चरण में पहुंच सकें. यदि हम ऊर्जा सुरक्षा चाहते हैं, तो हमें थोरियम भंडार का उपयोग करना चाहिए.

 

जबलपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए केंद्रीय GST कार्यालय, जबलपुर में छापा मारकर भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा किया है। CBI की टीम ने अधीक्षक और एक इंस्पेक्टर को 4 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दोनों ने होटल व्यवसायी को रिकवरी में राहत देने के लिए बड़ी रकम मांगी थी। इसी दौरान उनकी शिकायत कर दी गई और वे ट्रैप कर लिए गए।
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय GST के अधीक्षक मुकेश बर्मन और इंस्पेक्टर सचिन कांत खरे ने शहर के एक होटल व्यवसायी विवेक त्रिपाठी पर दबाव बनाया था। अधिकारियों ने होटल कारोबारी के 'ओयो' ट्रांजैक्शन पर आपत्ति जताते हुए 1 करोड़ रुपए की रिकवरी निकाल दी थी।
इस भारी-भरकम रिकवरी के मामले को रफा-दफा करने और होटल व्यवसायी को राहत देने के बदले में दोनों अधिकारियों ने 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। व्यवसायी की शिकायत पर CBI ने दबिश दी। जैसे ही होटल कारोबारी ने रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 4 लाख रुपए अधीक्षक और इंस्पेक्टर को सौंपे, CBI की टीम ने दोनों को दबोच लिया। CBI की इस अचानक कार्रवाई से केंद्रीय जीएसटी कार्यालय में हड़कंप मच गया है। CBI की टीम फिलहाल कार्यालय में दस्तावेजों की जांच कर रही

कटनी में IT का छापा : BJP नेता अशोक विश्वकर्मा के कई ठिकानों पर कार्रवाई, आय से अधिक संपत्ति की जांच
कटनी जिले में बुधवार तड़के आयकर विभाग ने बड़ी छापेमारी की। यह कार्रवाई भाजपा नेता और जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा तथा उनके भाई शंकरलाल विश्वकर्मा से जुड़े ठिकानों पर की गई।
आयकर विभाग की टीम सुबह करीब 4 बजे अशोक विश्वकर्मा के निवास पर पहुंची। इस कार्रवाई में जबलपुर और भोपाल से आए 50 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया।
आयकर विभाग ने एक साथ कई स्थानों पर छापेमारी की। इनमें जालपा देवी वार्ड और गौतम मोहल्ला के तीन मकान, मुख्य कार्यालय, टिकरिया की बॉक्साइट खदानें, माइनिंग से जुड़े अन्य ठिकाने, बरगवां का होटल परिसर और शहर में स्थित पानी की फैक्ट्री शामिल हैं।
जांच का मुख्य फोकस आय से अधिक संपत्ति और माइनिंग कारोबार से जुड़े टर्नओवर पर है। अधिकारी बैंक खातों, लॉकर, जमीन के दस्तावेजों और पिछले वर्षों के आयकर रिटर्न की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
टीमें बीएमसी विश्वकर्मा माइनिंग ग्रुप से जुड़े कागजात और डिजिटल लेन-देन की जानकारी खंगाल रही हैं। बड़ी मात्रा में फाइलें और डिजिटल डेटा जब्त किए जाने की जानकारी है।
आयकर विभाग की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। जांच का दायरा बड़ा होने के कारण यह कार्रवाई देर रात या अगले दिन तक चल सकती है।

प्रमुख समाचार

गाजियाबाद में एक कपल को अपनी मकान मालकिन की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मर्डर उस वक्त किया गया, जब मकान मालकिन उनसे बकाया किराया मांगने गई थीं. मृतका की पहचान 48 वर्षीय दीपशिखा शर्मा के रूप में हुई है. पुलिस ने उसका शव उसी फ्लैट से एक सूटकेस में बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी दंपत्ति, अजय गुप्ता और आकृति गुप्ता को हिरासत में ले लिया है.मामला राज नगर एक्सटेंशन की ऑरा चिमेरा सोसाइटी का है. पुलिस के मुताबिक उमेश शर्मा और दीपशिखा शर्मा...

मध्य प्रदेश

सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले से धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला सामने आया है। जहां शराब के नशे में मंदिर में तोड़फोड़ की गई। बताया जा रहा है कि युवक ने सूर्य देव की मूर्ति खंडित कर दी। इतना ही नहीं मंदिर के पुजारी को मां-बहन की गालियां भी दी। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। यह पूरा मामला सिंहपुर थाना क्षेत्र का है।शिवराजपुर गांव स्थित बड़ी माता मंदिर चोनाधाम के पुजारी ने मंदिर परिसर में शराब के नशे में की गई...

अपराध

खंडवा। शहर में बड़ा कब्रिस्तान क्षेत्र में देर रात दो पक्षों में विवाद के बाद पथराव हो गया। पथराव में दो बाइक क्षतिग्रस्त हुई है, वहीं पूरे इलाके में पथराव की इस घटना से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय भी मौके पर पहुंचे और मामला शांत कराया।पुलिस ने दोनों पक्षों के 23 नामजद सहित अन्य आरोपियों पर मामला दर्ज किया है। मौके से गिरफ्तार आरोपियों का पुलिस ने आज उसी क्षेत्र में जुलूस भी निकाला है। इस दौरान...
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गुना सिटी

गुना। (गरिमा टीवी न्यूज़) गुना कैंट थाना प्रभारी निरीक्षक और उनकी टीम द्वारा थाना क्षेत्र अंतर्गत द्वारकाधीश कॉलोनी में हुई एक चोरी के मामले में कार्यवाही करते हुए अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है ।दिनांक 02 दिसंबर 2025 को फरियादी जुगल किशोर ठाकुर, निवासी द्वारकाधीश टाउनशिप, गुना के द्वारा दिनांक 02 दिसंबर 2025 के दोपहर में किन्ही अज्ञात चोरों द्वारा उसके सूने घर के ताले तोड़कर करीबन 50,000 रुपये नगदी, दो मंगलसूत्र,...

फोटो गैलरी

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गरिमा के जन्म के 15 मिनिट बाद का फोटो
गरिमा के जन्म के 15 मिनिट बाद का फोटो
गरिमा के 1 वर्ष बाद का फोटो
गरिमा के 1 वर्ष बाद का फोटो
गरिमा के 2 वर्ष बाद का फोटो
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बीमार होने के बाद भोपाल अस्पताल मे भर्ती गरिमा
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हाई कोर्ट के आदेश के बाद गरिमा के शव को जमीन से निकालते हुऐ
हाई कोर्ट के आदेश के बाद गरिमा के शव को जमीन से निकालते हुऐ
निकालने के बाद गरिमा के शव को पैक कर जॉच के लिऐ भेजा गया
निकालने के बाद गरिमा के शव को पैक कर जॉच के लिऐ भेजा गया
दोषी डॉक्टर के खिलाफ मामला कायम कराने के लिऐ पुलिस अधिक्षक से मिले पत्रकार
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गरिमा के शव की जॉच होने के बाद पुनः उसी स्थान पर चबूतरा का निर्माण किया गया
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पूजा स्थल मे गरिमा
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