राजेश मैस्करेनस, मुंबई
फ्यूल प्राइस में कटौती के सरकारी ऐलान से पब्लिक सेक्टर की ऑइल कंपनियों (OMC) के नेट प्रॉफिट में 25% तक की गिरावट आ सकती है। सरकार ने ऑइल कंपनियों को 2010 में क्रूड के इंटरनैशनल मार्केट रेट के हिसाब से हर पखवाड़े दाम बढ़ाने की आजादी दे दी थी। सरकार ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में ढाई रुपये प्रति लीटर की कमी करने का ऐलान किया है, जिसमें डेढ़ रुपये की कमी एक्साइज ड्यूटी में कटौती के जरिए हो रही है। फ्यूल के दाम में बाकी एक रुपये प्रति लीटर की कमी ऑइल कंपनियों को करनी होगी।
गुरुवार को सरकार की तरफ से फ्यूल का दाम घटाने के ऐलान के बाद अगले छह महीने तक उसके खजाने में लगभग 10,500 करोड़ रुपये की कमी आएगी लेकिन इसके चलते तीन सरकारी ऑइल मार्केटिंग कंपनियों के निवेशकों की 25,000 करोड़ रुपये की पूंजी तो एक दिन में ही धुआं हो गई। HPCL का शेयर गुरुवार को कारोबार के दौरान 22% टूट गया था जबकि BPCL और इंडियन ऑयल का शेयर क्रमश: 20% और 18% गिर गया था।