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छिंदवाड़ा। चांद के लोनीकलां स्थित राम जानकी मंदिर के महंत ने बैंक मैनेजर, एक साध्वी और अन्य पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि रघुवंशी समाज के महंत स्वर्गीय कनक बिहारी दास की मृत्यु के बाद अब उनके खाते में जमा 90 लाख रुपये की राशि का साध्वी ने अपने साथियों के साथ मिलकर गबन कर लिया है। बाबा का कोई नॉमिनी नहीं था, बावजूद इसके बैंक से 90 लाख रुपए की राशि को निकाल लिया गया। स्वर्गीय कनक बिहारी दास अयोध्या स्थित राम मंदिर को एक करोड़ रुपए दान देने की घोषणा कर पूरे देश में सुर्खियों में आ गए थे।
मंदिर के मंहत ने इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। जानकारी में चांद के परसोली निवासी 40 वर्षीय श्याम सिंह पिता स्वर्गीय मंगल सिंह ने बताया कि वो रामजानकी मंदिर लोनीकलां के महंत हैं। स्वर्गीय महंत कनक बिहारी दास 17 अप्रैल 2023 को सडक़ हादसे में स्वर्गवासी हो गए थे और उसके पूर्व उन्होंने 25 मार्च 2018 को प्रथम और अंतिम वसीयत मेरे नाम से कर दी थी।
न्यायालय में लंबित है मामला-श्याम सिंह के अनुसार महंत द्वारा सेंट्रल बैंक शाखा और स्टेट बैंक चौरई शाखा में कुल 88 लाख 74 हजार 81 रुपए सृजित किए थे जो 16 अक्टूबर 2023 तक जमा स्थिती में रखे हुए थे, बैंकों में किसी को नॉमिनी भी नहीं बनाया गया था। महंत श्याम सिंह के अनुसार उन्होंने राशियों के आहरण के लिए आवेदन दिया था, लेकिन बैंक ने नॉमिनी नहीं होने पर इंकार कर दिया, जिसके बाद वो न्यायालय की शरण में गए थे, जहां मामला अब तक उत्तराधिकारी प्रकरण में कोई दावा आपत्ति किसी ने प्रस्तुत नहीं की और मामला अब तक न्यायालय में लंबित है।
महंत का आरोप है कि इसके बाद भी महंत श्री कनक बिहारी महाराज के इन खातों में धोखाधड़ी कर चौरई भारतीय स्टेट बैंक प्रबंधक पंकज शर्मा और भोपाल कोलार रोड निवासी रीना रघुवंशी उर्फ साध्वी लक्ष्मीदास ने अन्य के साथ ये नब्बे लाख रुपए निकाल लिए हैं। ऐसे में महंत ने पुलिस से जांच कर उचित कार्यवाही की मांग की है।
कौन थे कनक बिहारी महाराज -मप्र के विदिशा जिले के नटेरन तहसील के खैराई गांव में जन्मे परसराम रघुवंशी के घर पांचवी संतान के रुप में कमोद सिंह का जन्म हुआ था, जो बाद में कनक बिहारी महाराज कहलाए। 11 वर्ष की उम्र में घर छोडक़र तपस्या में जुट गए और यज्ञ सम्राट की ख्याति प्राप्त की। लोनीबर्रा के मंदिर से उनका खास लगाव था। वर्ष 2021 में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को 1.11 करोड़ रुपए की राशि का चैक सौंपा था। 18 अप्रैल 2023 को बरमान से छिंदवाड़ा लौटते वक्त नरसिंगपुर के समीप सडक़ हादसे में उनका निधन हो गया था।

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ओरछा में बदमाशों ने घर के बाहर चलाई ताबड़तोड़ गोलियां, घटना CCTV में कैद
ओरछा। मध्य प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद है, ताजा मामला निवाड़ी जिले के धर्मनगरी ओरछा से सामने आया है। जहां बदमाशों ने एक घर में ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। वहीं फायरिंग कर आरोपी मौके से फरार हो गए। वहीं मामले की शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार ये पूरा मामला ओरछा के वार्ड नंबर 6 पूरी मोहल्ले का है। जहां गुरुवार की देर रात दो बदमाशों ने जितेंद्र यादव के घर पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई। घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। वहीं घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामले में थाना प्रभारी जगतपाल सिंह ने बताया कि दो युवकों ने देर रात हवाई फायर किया है। घटना के संज्ञान में आते ही अपराध दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
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एप्पल कंपनी की नकली एसेसरीज बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ मामला दर्ज
इंदौर। इंदौर के विजयनगर थाना क्षेत्र की 6 से अधिक दुकानों से एप्पल कंपनी से संबंधित नकली एसेसरीज उपभोक्ताओं को बेची जा रही है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने विजयनगर क्षेत्र में मौजूद 6 दुकानों पर छापा मारा कार्रवाई की। इस दौरान जांच पड़ताल में बड़ी मात्रा में एप्पल कंपनी के मोबाइल से संबंधित विभिन्न तरह की एसेसरीज जिसमें चार्जर, मोबाइल कवर व अन्य एसेसरीज एप्पल कंपनी के नाम पर बेचा जा रहा था। तथा इस पूरे मामले में पुलिस ने इन सभी दुकानों से बड़ी मात्रा में एप्पल कंपनी की नकली एसेसरीज जप्त की। इस पूरे मामले में दुकान संचालकों के खिलाफ कॉपी राइट एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
क्या है पूरा मामला-इस पूरे मामले की काफी बारीकी से जांच पड़ताल भी की जा रही है वहीं जिन दुकान संचालकों के वहां पर बड़ी मात्रा में एप्पल कंपनी की नकली एसेससरी जप्त की हुई है वह दिल्ली से इन एसेसरीज को बुलवाते थे और फिर उसे इंदौर में एप्पल कंपनी के नाम से बेच दिया करते थे।
फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस मोबाइल दुकान के संचालकों से पूछताछ भी कर रही है और जल्द ही पुलिस और दुकान संचालकों के खिलाफ भी इस तरह की करवाई कर सकती है।

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खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में हादसा हो गया। जहां रात्रि गश्त के दौरान पुलिस मोबाइल वैन और ट्रक में भिड़ंत हो गई। इस हादसे में चौकी प्रभारी की मौत हो गई, जबकि अन्य दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। फिलहाल, पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
दरअसल, यह दुर्घटना भीकनगांव थाने की बमनाला पुलिस चौकी से करीब दो किलोमीटर दूर की है। जहां बीती रात पुलिस मोबाइल वैन और ट्रक की टक्कर हो गई, जिसमें बमनाला चौकी प्रभारी सजय पाण्डेय, कांस्टेबल विशाल सोलंकी और चालक हरीश सिंह चौहान घायल हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल में एटमिट करवाया गया। चौकी प्रभारी के सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण उन्हें प्राथमिक इलाज देकर इंदौर रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इधर, अन्य दो घायल कांस्टेबल का जिला चिकित्सालय में इलाज जारी है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना और एएसपी तरुणेंद्र सिंह बघेल जिला अस्पताल पहुंचे थे और घायलों से मुलाकात की। एएसपी बघेल ने चौकी प्रभारी की मौत की पुष्टि की है। वहीं इस घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

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जिला पंचायत सदस्य ने ढाबे पर की हवाई फायरिंग, 4 पर FIR
सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले से जिला पंचायत सदस्य की दंबगई सामने आई है। जहां ढाबे पर हुई कहासूनी के बाद जिला पंचायत सदस्य सरबजीत लोधी ने हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाने की कोशिश की है। इतना नहीं उन्होंने अपने साथियों के साथ चार पहिया वाहनों में भी तोड़फोड़ की है। यह पूरी घटना वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। हांलाकि, ढाबा संचालक से शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है।
जानकारी के मुताबिक, जिला पंचायत सदस्य सरबजीत सिंह को मंत्री प्रहलाद पटेल और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह का करीबी बताया जाता है। ढाबा संचालक सौरभ साहू नेशनल हाईवे- 44 पर पर ढाबा चलाता है। मंगलवार रात बांदरी निवासी रिषभ पाटकर, अरविंद पाटकर, कुलदीप ठाकुर और छोटू लोधी वहां चाय पीने आए थे। ढाबे पर पहले से सरबजीत लोधी का ड्राइवर सौरभ सूर्यवंशी अपने एक अन्य साथी के साथ बैठा हुआ था। जो ढाबे के केबिन में बैठकर खाना खा रहे थे। उसी केबिन में बांदरी के चारों लोग बैठकर चाय पीने लगे। उसी समय छोटू लोधी ने डस्टबीन में थूक दिया तो सौरभ सूर्यवंशी ने गाली गलौज करते हुए वहां रखी कांच की बोतल कुलदीप को मारी।
इसके बाद विवाद शुरू हो गया। घटना की जानकारी सौरभ सूर्यवंशी ने मोबाइल पर जिला पंचायत सदस्य सरबजीत सिंह को देकर उसे बुला लिया। इसके बाद सरबजीत के साथ हार्दिक ठाकुर, संदीप राय कार से आए। कार से उतरते ही सरबजीत ने दो नाल बंदूक से एक के बाद एक चार हवाई फायर करना शुरू कर दिया। इसके बाद अन्य लोग ढाबे में घुसकर गाली-गलौज करते हुए तोड़फोड़ करने लगे।
बांदरी थाना पुलिस ने फरियादी की रिपोर्ट पर सरबजीत लोधी, सौरभ सूर्यवंशी, हार्दिक ठाकुर और संदीप राय के खिलाफ बीएनएस की धारा 296, 115(2), 324(5), 351(2), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर मामले में जांच शुरू कर दी है। फिलहाल, चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर बताए जा रहे हैं।
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प्राइवेट कॉलेजों में फर्जीवाड़े पर मचा हड़कंप: एसटीएफ ने दर्ज की FIR
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग के प्राइवेट कॉलेजों में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है। एक ओर छात्र संगठन कॉलेजों के फर्जीवाड़े को उजागर कर शिकायत कर रहे है, तो दूसरी ओर शिकायतों की जांच के बाद एसटीएफ कॉलेजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रही है। ऐसे में अब अशासकीय महाविद्यालय संघ के बैनर तले प्राइवेट कॉलेजों ने भी मोर्चा खोल दिया है।
दरअसल इन दिनों अंचल की जीवाजी यूनिवर्सिटी में कॉलेजों की सम्बद्धता फर्जीवाड़ा खूब चर्चाओं में है। छात्र संगठन दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे है, तो वही यूनिवर्सिटी प्रबंधन मौन साधे हुए है। छात्र संगठनों की शिकायतों पर कॉलेजों के फर्जीवाड़ों को उजागर होने पर 6 कॉलेजों पर एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके बाद अब अंचल के सभी प्राइवेट कॉलेज एक साथ आ गए है।
वह अशासकीय महाविद्यालय संघ के बैनर तले जीवाजी यूनिवर्सिटी को कटघरे में खड़ा कर रहे है। साथ ही छात्र संगठनों, आरटीआई कार्यकर्ताओं पर जबरन परेशान करने और दबाब बनाने का आरोप भी लगा रहै है। उनका यह भी कहना है कि इस बदनामी के असर के चलते सही कॉलेज संचालक भी प्रभावित हो रहे है। जिससे उनके 50 फीसदी एडमिश्न घट गए है। महाविद्यालय संघ ने नई शिक्षा नीति का हवाला देते हुए यह भी बताया है कि नई शिक्षा नीति के तहत नए नियम आ गया है।
अब शिक्षण सनास्थान को मल्टी डिसिप्लेनरी यानी एक संस्थान में कई कोर्सेस संचालित करने का हक दिया गया है। ऐसे में फिर जबरन आरोप क्यों लगाए जा रहे है। वहीं एनएसयूआई कह रही है, जो कॉलेज संचालक विश्वविधालय ओर छात्र संगठनों पर सवाल खड़े कर रहे है, वे खुद फर्जीवाड़े के दलदल में फंसे हुए है। ऐसे में उनके खिलाफ मोर्चाबंदी करते हुए कार्रवाई होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है।
ग्वालियर में 84
मुरैना में 26
भिंड में 34
दतिया में 11
श्योपुर में 13
ग्वालियर-चंबल संभाग में जब प्राइवेट कॉलेजों के खिलाफ शिकायतों के जखीरे के साथ STF का शिकंजा कस रहा है, ऐसे माहौल के बाद अब उन्होंने यूनिवर्सिटी पर ही सवाल उठा दिए है। उनका कहना है कि, कुछ कॉलेज गड़बड़ कर रहे है, लेकिन उसकी सजा पूरे कॉलेजों को मिल रही है। जबकि कॉलेजों को मान्यता देने में गड़बड़ी विश्वविधालय स्तर पर हो रही है। जब कॉलेज धरातल पर नहीं है, तो विश्वविधालय कैसे मान्यता दे रहा है। वहीं यूनिवर्सिटी के कुलसचिव का कहना है, जो भी कॉलेज फर्जीवाड़ा करेगा, बख्शा नही जाएंगा।
कुल मिलाकर देखा जाएं, तो आज भी नियम और कमियों को दरकिनार करके ग्वालियर की जीवाजी विश्वविद्यालय से कई बीएड महाविद्यालयों को सम्बद्धता दे दी गई है। लेकिन एसटीएफ की कार्रवाई के बाद ग्वालियर चंबल के प्राइवेट कॉलेजों में 50 फीसदी एडमिश्न B.ed , M.ed, बीपीएड, एमपीएड, बीएड-एमएड, बीए बीएड, बीएससी बीएड, बीएलएड में घट गए है। ऐसे में अब ये कॉलेज अपनी सफाई देने के लिए यूनिवर्सिटी से लेकर जांच एंजेसी और छात्र संगठनों पर सवाल उठा रहे है। लिहाजा देखना होगा कि अंचल में शिक्षा माफियाओं पर नकेल कैसे कसती है,साथ ही यह गौर करना होगा कि नई शिक्षा नीति की आड़ में कहि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो जाए।

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ग्वालियर । ग्वालियर एसपी ऑफिस के सामने कार में लाश मिलने से सनसनी फैल गई। कार में जो लाश मिली है वो स्टेट जीएसटी डिप्टी कमिश्नर की है। जैसे ही कार में डिप्टी कमिश्नर की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिली तो हड़कंप मच गया। तुरंत पुलिसकर्मियों ने सीपीआर दिया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है।
ग्वालियर में एसपी ऑफिस के ठीक सामने कार में स्टेट टैक्स जीएसटी डिप्टी कमिश्नर रोहित गिरवाल की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। संदिग्ध परिस्थितियों में कार में जैसे ही पुलिसकर्मियों ने डिप्टी कमिश्नर को देखा तो तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। पुलिसकर्मियों ने सीपीआर देने की कोशिश भी की लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डिप्टी कमिश्नर की लाश मिलने की सूचना मिलते ही परिजन व जीएसटी विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और उन्हें हॉस्पिटल ले गए जहां डॉक्टरों ने डिप्टी कमिश्नर रोहित गिरवाल को मृत घोषित कर दिया।
जीएसटी डिप्टी कमिश्नर रोहित गिरवाल की मौत कैसे हुई है फिलहाल इसका पता नहीं चल पाया है। क्या उसकी हत्या हुई या फिर मौत की वजह कुछ और है इन सभी सवालों के जवाब पुलिस तलाश करने में जुट गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का पता चल सकता है।

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इंदौर। इंदौर के सिमरोल थाना क्षेत्र में स्काई फार्म हाउस पर बर्थडे पार्टी के बहाने जुआ खेलने वाले युवाओं को पुलिस में रंगे हाथों पकड़ा। मौके से पुलिस ने ताश पत्ते ओर 2 लाख 10 हजार नगद बरामद किए गए हैं।
मामला सिमरोल थाना क्षेत्र स्थित स्काई फार्म हाउस से जुड़ा हुआ है। जहां पर एक बर्थडे पार्टी आयोजित की गई थी। बर्थडे पार्टी नीचे आयोजित हुई थी और ऊपर कमरों में युवा एकत्रित होकर जुआ खेल रहे थे। जानकारी लगते ही पुलिस ने दबीश दी और 19 युवकों को मौके से पकड़ा गया। जिनके पास से ताश पत्ते सहित 2 लाख 10 हजार रुपए बरामद किए गए हैं।
जिनमें से अधिकांश युवक आजाद नगर थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं। मौके पर पुलिस को नोट गिरने में काफी वक्त लगा। जिसके बाद पुलिस नोट को एकत्रित कर थाने पहुंची। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

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सुप्रीम कोर्ट ने दुकानों के बाहर नेमप्लेट लगाने के आदेश पर रोक लगा दी
भोपाल। सुप्रीम कोर्ट ने दुकानों के बाहर नेमप्लेट लगाने के आदेश पर फिलहाल रोक लगा दी है। साथ ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। वहीं इस पर सियासत लगातार जारी है। एमपी से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने आदेश पर रोक लगाने के लिए SC का धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि ये देश को नफरत की तरफ धकेलने का फैसला था। अपनी साख बचाने के लिए बीजेपी ने ऐसा आदेश निकाला था। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मध्यप्रदेश में ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं, विपक्ष ने भ्रम फैलाया है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कांवड़ यात्रा रूट वाली दुकानों पर नेमप्लेट लगाने का आदेश दिया था। यूपी में दुकानों के बाहर नेमप्लेट लगाने के फरमान का जबरदस्त विरोध हुआ। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। फिलहाल SC ने नेमप्लेट लगाने के आदेश पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने कहा कि दुकानदार खाने का प्रकार लिखें, अपना नाम लिखना जरूरी नहीं है। इस मामले में अगली सुनवाई 26 जुलाई को होगी।
इस फैसले पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार का यह फैसला देश को नफरत की तरफ धकेलने का फैसला था। मोहब्बत से जोड़ने का आदेश नहीं था। भारतीय जनता पार्टी ने अपनी साख बचाने के लिए इस तरह का आदेश निकाला था।
वहीं बीजेपी प्रवक्ता मिलिन भार्गव ने कहा कि मध्य प्रदेश में दुकानों के बाहर नाम लिखने का कोई प्रस्ताव नहीं है। विपक्ष ने मध्य प्रदेश को लेकर भ्रम फैलाया है। SC ने इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश सरकार से पक्ष मांगा है। एमपी सरकार उसका जवाब देगी। सुप्रीम कोर्ट ने क्यों स्टे दिया, ये पूरा पढ़ने के बाद ही कुछ कह पाएंगे।
आरिफ मसूद ने RSS की शाखा में केंद्रीय कर्मचारी के जाने के इजाजत पर कहा कि सरकार को पीछे से संघ चला रही है। सरकार, संघ की कठपुतली है। आदेश निकाले या फिर न निकाले नियुक्तियां कहां से हो रही है, सब जानते हैं। सरकार के सब फैसले संघ लेता है, उनके निर्णय को चैलेंज किया जाएगा। RSS की आईडियोलॉजी देश को बांटने वाली, आरएसएस ने आज तक कोई सेवा भाव का काम नहीं किया।
नागर सिंह चौहान के खुलकर विरोध किए जाने पर आरिफ मसूद ने कहा कि मैं खुद नागर चौहान से अनुरोध करूंगा कि वह असली में आदिवासी हैं तो वह डटे रहे, अगर सरकार ने गलत किया है तो वह डटे रहे, कांग्रेस भी उनके साथ है। बाद में उनको कोई और मलाई पद दे दिया गया तो नाराजगी खत्म हो जाए। पूरा खेल मलाईदार पदों के लिए हो रहा है।
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सावन के पहले सोमवार को तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में उमड़ा जन सैलाब, VIP दर्शन बंद
खंडवा। भगवान शिव के अति प्रिय और पवित्र श्रावण माह का आज प्रथम सोमवार है। इस मौके पर द्वादश ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु तीर्थनगरी पहुंच रहे हैं। यहां नर्मदा स्नान के बाद भगवान ओंकारेश्वर और ममलेश्वर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है।
मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और स्नान घाटों पर सुरक्षा के लिहाज से नौका विहार पर पाबंदी लगाई गई है। साथ ही वीआईपी दर्शन भी बंद कर दिए गए है। दोनों ही मुख्य मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। सुरक्षा के लिहाज से चप्पे–चप्पे पर पुलिस तैनात है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। दर्शन और पूजन का यह सिलसिला देर रात तक जारी रहेगा।
द्वादश ज्योतिर्लिंग स्रोत के अनुसार बारह ज्योतिर्लिंगों में ओंकारेश्वर और ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग का संयुक्त रूप से चतुर्थ स्थान है। मां नर्मदा से घिरे ॐ आकार के पर्वत पर बना यह अतिप्राचीन मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती का शयन स्थान माना जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव दिनभर अखिल ब्रह्मांड में विचरण करते हैं। आवागमन करते, लेकिन वह शयन ओंकार पर्वत पर ही करते है। यही कारण है कि जो यहां भगवान ओंकारेश्वर की शयन आरती होती है। सावन माह के प्रथम सोमवार पर लाखों श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाई है।

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रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा जिले में दो महिलाओं ने निजी जमीन पर सड़क निर्माण का विरोध किया तो दबंगों ने उन्हें जिंदा गाड़ दिया। हैरानी की बात तो ये है कि वहां मौजूद कई लोग ये तमाशा देख रहे थे। लेकिन किसी ने आगे आकर महिलाओं का बचाव करना भी उचित नहीं समझा, दोनों महिलाएं प्यास से तड़पने लगी थी, उनका गला सूख रहा था। वे पानी मांगने लगी। लेकिन किसी ने उन्हें पानी तक नहीं दिया। बाद में उन्हें बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया।
ये है पूरा मामला-एमपी के रीवा जिले के हिनौता गांव में दो पक्षों के बीच लंबे समय से जमीन का विवाद चल रहा था। इसी बीच शनिवार को विवादित जमीन पर सड़क निर्माण के लिए राजेश सिंह मुरम से भरा डंपर लेकर आ गया। जानकारी मिलने पर आशा पांडे और ममता पांडे नामक दोनों महिलाएं सड़क निर्माण का विरोध करने पहुंची। जहां पर दबंगों ने पहले तो दोनों महिलाओं के साथ मारपीट की। फिर इसके बाद महिलाओं को जिंदा जमीन में गाड़कर मार डालने के लिए मुरम का डंपर महिलाओं पर ही डाल दिया। मुरम डालने पर एक महिला कमर तक जमीन में गड़ गई तो दूसरी महिला सिर तक जमीन में गड़ चुकी थी। दोनों महिलाएं वहां मौजूद लोगों से मदद और रहम की भीख मांगती रही। लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी।
हैरानी की बात तो यह है कि वे महिलाएं प्यास से भी तड़प रही थी। वे पानी मांग रही थी। लेकिन किसी ने उन्हें पानी तक नहीं दिया। बाद में दोनों महिलाओं को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। हालांकि दोनों की जान बच गई। लेकिन वे गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। जिनका इलाज चल रहा है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। खुद कांग्रेस ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये भाजपा के 20 साल के कुशासन का नतीजा है। बदमाशों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। रीवा के एक गांव में बदमाशों ने महिलाओं की जान लेने की कोशिश की है। एमपी में महिलाओं की सुरक्षा शून्य है। ये घटना काफी शर्मनाक है।
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पहचान बताओ दुकान लगाओ या 5 हजार जुर्माना चुकाओ, महाकाल नगरी में नाम बदल धंधा किया तो खैर नहीं
उज्जैन। उत्तर प्रदेश में कावंड यात्रा के मार्गों पर सभी दुकानदारों को दुकानों पर अपना नाम लिखने के आदेश को सख्ती से पालन कराने के बाद अब एमपी के उज्जैन में भी प्रशासन कुछ इसी तरह के एक्शन में आ गया है। उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और महामंडलेश्वर की मांग के बाद उज्जैन महापौर ने सभी दुकानदारों को अपनी दुकान के सामने नाम लिखने के एक साल पुराने आदेश का सख्ती से पालन करने को कहा है। आदेश का पालन नहीं करने वाले दुकानदारों, होटल मालिकों को खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. अगर दुकान पर नाम नहीं लिखा तो 5,000 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा।
सावन का महीना शुरू होने जा रहा है. ऐसे में उज्जैन के महाकालेश्वर में भगवान महाकाल का दर्शन करने लाखों श्रद्धालु आएंगे. हिन्दू संस्कृति में सावन का महिना पवित्र माना जाता है. इस महीने में हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले भक्त भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं. उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और महामंडलेश्वर ने प्रशासन से मांग की थी कि सावन में श्रद्धालुओं के महाकाल के दर्शन यात्रा को देखते हुए उज्जैन की सभी दुकानदारों को अपनी दुकान पर अपने नाम का बोर्ड लगा देना चाहिए, जिससे दुकान किसकी है इसका पता चल सके. श्रद्धालु रास्ते में खाने पीने के लिए रुकते हैं जिससे उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ ना हो क्योंकि महाकाल के रास्त में अधिकतर मुस्लिम समाज के लोगों की दुकाने हैं।
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और महामंडलेश्वर की मांगों को ध्यान में रखते हुए उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल ने एक साल पहले दिए आदेश को तुरंत सभी होटल संचालकों को सख्ती से पालन करने का निर्देश जारी कर दिया. सभी होटल संचालकों को अपना नाम और प्रोपराइटर का नाम लिखना अनिवार्य हो गया है. उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल ने कहा है कि, ''आदेश का पालन नहीं करने वाले कुछ होटल संचालकों के खिलाफ हमने एफआईआर दर्ज कराई है. सभी होटल संचालकों की बैठक लेकर हमने उनको इसके बारे में पहले ही बता दिया था. उन्हें इसके लिए काफी समय भी दिया जा चुका है लेकिन अगर होटल संचालक इसके बाद भी आदेश नहीं मानते हैं तो हमें उनके होटल को बंद करना पडे़गा।''
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने कहा कि, ''सावन का महीना हिंदूओं के लिए बड़ा पवित्र महीना माना जाता है. इस महीने में कावड़ यात्री हो या श्रद्धालु सभी उज्जैन आते हैं. महाकालेश्वर मंदिर के आसपास अधिकतर होटल मुस्लिम समाज के हैं. ऐसे में किसी को अपना नाम और प्रोपराइटर का नाम लिखने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. क्योंकि जैसे रमजान का महीना मुस्लिम समाज के लिए पवित्र महीना माना जाता है वैसे ही सावन का महिना हिंदू समाज के लिए बड़ा पवित्र माना जाता है. किसी की आस्था खंडित ना हो इसको ध्यान में रखते हुए शासन-प्रशासन को होटल संचालकों के नाम अनिवार्य रूप से लिखवाना करना चाहिए।''
उज्जैन आह्वान अखाडे के महामंडलेश्वर अतुलेश आनंद सरस्वती ने कहा कि, ''उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने कावड़ यात्रियों को ध्यान में रखते हुए वहां के मुस्लिम समाज की होटल पर प्रोपराइटर के नाम लिखना अनिवार्य कर दिया है. उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के आसपास अधिकतर होटल मुस्लिम समाज द्वारा संचालित किए जाते हैं. ऐसे में उज्जैन में भी सभी होटलों पर प्रोपराइटर के नाम लिखा होना चाहिए. क्योंकि श्रद्धालु बड़ी आस्था के साथ आता है और ऐसा ना हो की श्रद्धालु की आस्था के साथ खिलवाड़ हो।''
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बालिका गृह से लड़की का अपहरण दीवार फांदकर घुसे नकाबपोश, आधी रात वारदात
ग्वालियर । ग्वालियर के बालिका गृह से 6 नकाबपोश 17 साल की लड़की को भगा ले गए। 4 फीट ऊंची दीवार फांदकर कैम्पस में घुसे बदमाशों ने पहले गार्ड रूम से चाबी निकाली और फिर ताला खोलकर बालिका को फिल्मी स्टाइल में वहां से भगाा ले गए। पुलिस ने केस दर्ज कर विवेचना शुरू की है। उसे प्रेम प्रसंग की आशंका है।
ग्वालियर के कंपू स्थित वन स्टॉप सेंटर में यह घटना शुक्रवार रात 2 बजे की है। बदमाशों ने महज 20 मिनट के अंदर इस वारदात को अंजाम दिया है। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें लड़की नकाबपोश का हाथ पकड़े हुए दिखती है।
वारदात के वक्त वन स्टॉप सेंटर के मुख्य दरवाजे पर दो महिला सहित 3 सिक्योरिटी गार्ड तैनात थे। इनमें से एक पुलिस जवान भी था। सुरक्षाकर्मियों को भनक तक नहीं लगी, जबकि, आरोपी कैम्पस में घुसकर बालिका को भगा ले गए। पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि लड़की पहले भी दो बार भाग चुकी है। पुलिस को वारदात को प्रेम-प्रसंग से जोड़कर देख रही है। बताया कि यह पूरा घटनाक्रम प्री प्लांड लग रहा है। नकाबपोशों ने मुलाकात के दौरान योजना बनाई होगी, तभी तो उन्हें हर चीज की जानकारी है।
वन स्टाप सेंटर से लापता लड़की थाटीपुर इलाके की है। उसके प्रेमी के खिलाफ अपहरण का केस भी दर्ज है। पुलिस ने 7 जून को लड़की को बरामद कर कोर्ट में पेश किया था। मां-पिता के साथ रहने से उसने मना कर दिया था। जिसके बाद कोर्ट ने उसे बालिका गृह भेज दिया। जहां निकलने की वह लगातार कोशिश कर रही थी।