दमोह। एमपी के दमोह स्थित तेजगढ़ में आज सुबह दस बजे के लगभग उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब छेड़छाड़ से परेशान होकर दो बहनें चलती बस से कूद गई. जिससे दोनों के शरीर पर गंभीर चोटें आई है. जिन्हे उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया. जहां पर दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है. हादसा उस वक्त हुआ है जब वे परीक्षा देने के लिए बस से स्कूल जा रही थी।
तेजगढ़ जिला दमोह में रहने वाली किशोरी अखरोटा-टोरी रोड स्थित स्कूल में 9वीं कक्षा में अध्ययनरत है. जिसका आज गणित का पेपर था, आज वह स्कूल जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी, इस दौरान उसकी बहन भी स्कूल जाने के लिए आ गई. काफी देर तक इंतजार करने के बाद जब बस नहीं आई तो दोनो बहने दूसरी बस को रुकवाकर उसमें बैठ गई. बस में बैठते ही दोनों बहनों ने कंडेक्टर को किराया दिया लेकिन उसने किराया लेने से मना कर दिया. दोनों बहन अपनी सीट पर बैठी बातचीत कर रही थी, इस दौरान एक युवको द्वारा छात्राओं को घूरते हुए अश£ील टिप्पिणियां करने लगा. हरकतें जब ज्यादा बढ़ गई तो दोनों ने बस को रोकने के लिए कहा, बस जब नहीं रोकी गई तो दोनों बहनों ने चलती बस से छलांग लगा दी. बच्चियों को चलती बस से कूदते देख राह चलते लोगों में चीख पुकार मच गई. देखा तो दोनों बहनों के सिर, हाथ, पैर, पीठ, चेहरे पर गंभीर चोटें आई,दोनों को नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया. जहां पर दोनों की हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद दमोह के जिला अस्पताल पहुंचाया गया. जहां पर दोनों बच्चियों की हालत को देखते हुए भरती कर लिया गया है. खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी पहुंच गए, जिन्होने पूछताछ के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीम संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. घटना को लेकर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बस पन्ना जिले की है, जो दमोह के झापन गांव जा रही थी।
बस की प्रयागराज जाने की बुकिंग थी, जिसके चलते चालक व परिचालक झापन गांव जा रहे थे. रास्ते में चार युवक बैठ गए थे. इसके बाद दोनों बहनें समय पर स्कूल पहुंचने के चक्कर में बस में बैठ गई. युवकों द्वारा अश£ील टिप्पणी किए जाने पर बस रोकने के लिए कहा. बस जब नहीं रुकी तो घबराकर दोनों लड़कियां चलती बस से कूद गई. पुलिस का कहना है कि दोनों छात्राएं अस्पताल में भरती है, उनके कथनों के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
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अंगदान करने वालों को मिलेगा राजकीय सम्मान: CM डॉ. मोहन ने किया ऐलान
भोपाल। भोपाल AIIMS में पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट के मरीज से मिलने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अस्पताल पहुंचे। इस दौरान सीएम ने अंगदान, देहदान करने वालों को राजकीय सम्मान देने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अंगदान, देहदान को बढ़ावा मिलना चाहिए। सरकार ने फैसला लिया है कि अंग प्रत्यारोपण के लिए प्रदेश में संस्थान खोला जाएगा। अंगदान करने का ये एक उदाहरण है। हेल्थ डिपार्टमेंट को प्राथमिकता से लिया, एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की। मरीजों की जान बचाई जा रही है। हर दिन कई उदाहरण आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अंगदान करने वालों का आयुष्मान कार्ड बनवाने का काम सरकार करेगी।
सीएम ने कहा, “मैंने मरीज दिनेश मालवीय से मुलाकात की, वो काफी खुश थे। भोपाल एम्स के डॉक्टर ने बेहतर कार्य किया। अंग डोनेट करना कितना अच्छा है उसका आज फायदा पता चला।
बता दें कि बीते दिनों सागर के रहने वाले 61 वर्षीय बलिराम कुशवाहा का ब्रेन डेड होने के बाद उनके निधन पर कुशवाहा परिवार ने उनके ऑर्गन डोनेट करने का फैसला किया था, जिससे दूसरों की जिंदगी बचाई जा सके। सबसे पहला ट्रांसप्लांट भोपाल के एम्स में हुआ, जहां एक मरीज को नया दिल दिया गया।
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शिक्षा के मंदिर में अश्लीलता: कमरिया अईठे लागी हो : भोजपुरी गाने पर युवक-युवती ने लगाए ठुमके
टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के शिक्षा के मंदिर से दो वीडियो सामने आए हैं। पहला जिसमें स्कूल परिसर में ‘ए, कमरिया अइठे लागी हो’ भोजपुरी गानें की धुन पर युवक-युवती थिरकते नजर आ रहे। वहीं दूसरे वीडियो में शराब के नशें में एक शिक्षक स्कूल में बच्चों को गलियां देते हुए नजर आ रहे।
जिले के सरकारी स्कूलों से इस तरह की तस्वीरें पहली बार सामने नहीं आई है। इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन हालात आज भी जस के तश ही बने हुए है। शायद यही वजह है कि सक्षम लोग सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाने से परहेज करतें हैं। वायरल हो रहा पहला वीडियो शासकीय माध्यमिक कन्या शाला लिधोरा का है। जहां ‘ए, कमरिया अइठे लागी हो’ भोजपुरी गानें की धुन पर युवक-युवती थिरकते नजर आ रहे।
तो दूसरा पलेरा विकास खंड के पतारे गांव के प्राथमिक शासकीय स्कूल का बताया जा रहा है। जिसमें शराब के नशें में एक शिक्षक स्कूल में छात्र-छात्राओं को गलियां देते हुए नजर आ रहे। पठारी के शासकीय प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक राजकुमार कुशवाहा को निलंबित कर दिया। वहीं दूसरे मामले में कन्या माध्यमिक शाला लिधोरा के प्रभारी हेडमास्टर का कहना है कि, यह वायरल वीडियो हमारे विद्यालय का नहीं है। जबकि वायरल वीडिओ में उनकी इस बचकानी बचाव की पोल इस बात से ही खुल जाती है की वीडियो में साउंड सिस्टम पर गाना बजते, स्कूल परिसर में नाचते युवक युवती के ठीक पीछे स्कूल का नाम स्पष्ट दिखाई दे रहा है। अपनी सफाई में स्कूल के प्रभारी यह अवश्य स्वीकार कर रहे है कि 26 जनवरी के कार्यक्रम के बाद किसी ने शरारतन यह हरक़त की हो सकती है।