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टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले से बड़ी खबर सामने आई है. जहां असामाजिक तत्वों ने देवी पंडाल के सामने गौ मांस फेंक दिया. जिसे बाद वहां हड़कंप मच गया. जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची.
बता दें कि यह मामला मामोन दरवाजा स्थित देवी पंडाल के सामने का है. जहां आज शाम को असामाजिक तत्वों ने गाय का मांस फेंका दिया. मामले जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. जिसके बाद मांस को उठावाया गया. वहीं नगर पालिका ने पूरे चौराहे को पानी से धुलवाया. इस घटना के बाद लोगों में आक्रोश है. मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. फिलहाल, पुलिस की टीम चौराहों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही. ताकि आरोपियों को पकड़ा जा सके.

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‘शिव मंदिर को नहीं हटाया तो नहीं जलेगा रावण’ : मंदिर हटाने की जिद पर अड़ी हिंदू उत्सव समिति
राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के तलेन कस्बे में बने तारकेश्वर धाम मंदिर को हिंदू उत्सव समिति हटाने की जिद कर रहा है। इसके साथ ही मंदिर के पुजारी को भी हटाने की बात सामने आई है। इसी बीच दूर दूर से आने वाले श्रद्धालु इसका विरोध कर रहे हैं।
राजगढ़ के तलेन कस्बे में दशहरा मैदान पर बने शिव मंदिर श्री तारकेश्वर धाम मंदिर की स्थापना 3 वर्ष पहले हिंदू उत्सव समिति और लोगों की सर्व सहमति से हुई थी। जिसके बाद शिव भक्तों का यहां पर दूर दराज के शहरों से आना-जाना शुरू हो गया था। इसके पूर्व में भी दशहरा मैदान की शासकीय भूमि पर बने इस मंदिर पर शिव आराधना और प्रतिवर्ष रावण दहन भी हो रहा था। लेकिन अब इस मामले में हिंदू उत्सव समिति ने यू टर्न ले लिया। हिंदू उत्सव समिति में मंदिर, भक्त और धाम चलाने वाले पुजारी को हटाने के लिए दशहरा पर्व न मनाने और रावण दहन न करने की बात कही है।
दरअसल, हिंदू उत्सव समिति ने आरोप लगाया है कि भूमि पर मंदिर के नाम पर कब्जा हुआ है। कल को कोई और कब्जा करेगा और फिर लड़ाई झगड़े की नौबत आएगी। इसलिए इस जगह से मंदिर को और पुजारी को हटाया जाए। अब ऐसे में हिंदू उत्सव समिति की जिद और श्रद्धालुओं की आस्था के बीच प्रशासन भी स्तब्ध है।
बतादें कि, इस शिव मंदिर पर पंडा पवन राठौड़ धाम लगाते हैं और धाम में राजगढ़ जिला ही नहीं बल्कि अन्य जिलों से भी दूर-दूर से श्रद्धालु अपनी गंभीर बीमारियां व समस्याओं को लेकर आते हैं। जिस समस्या और बीमारी के लिए श्रद्धालु यहां आते हैं, पंडित जी वो पहले ही बता देते हैं। यहां तक की घर और आसपास की जगह के बारे में भी बता देते हैं।
श्रद्धालुओं ने बताया कि, श्री तारकेश्वर धाम के पंडा जी गुरुजी पवन राठौड़ ने उन्हें जो बातें बताई वह बिल्कुल सही थी। हर कोई इस स्थान पर आने के बाद अपनी गंभीर से गंभीर बीमारीयों के सही हो जाने का दावा कर रहा। धाम के पंडित पवन राठौड़ ने बताया कि, मैं सिर्फ पुजारी हूं यह जो कुछ भी होता है वह भगवान शिव की प्रेरणा और साधना से होता है।
खैर अब यहां श्रद्धालुओं की आस्था है या अंधविश्वास इसकी पुष्टि होना शेष है। लेकिन राजगढ़ जिले के तलेन के हिंदू संगठन हिंदू उत्सव समिति के द्वारा शिव मंदिर को हटाने की बात और मंदिर को न हटाए जाने पर रावण दहन न करने के फरमान ने शासन प्रशासन सहित सभी श्रद्धालुओं के लिए भारी सिर दर्द बना दिया है।
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भाजपा नेता की आत्महत्या मामला: सुसाइड नोट में विधायक प्रतिनिधि, BJP लीडर समेत 9 के नाम
बैतूल। भाजपा नेता रवि देशमुख की आत्महत्या मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. सुसाइड नोट में पाया गया कि विधायक प्रतिनिधि रंजीत सिंह, प्रकाश शिवहरे और कई व्यापारी रवि देशमुख पर पैसों के लिए दबाव बना रहे थे. क्योंकि उसने ब्याज पर रुपए उधार ले रखे थे.
इस मामले सारनी थाना पुलिस ने पैसों के लिए दबाव बना रहे 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है. इसके अवाला अन्य 7 लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. बता दें कि रंजीत सिंह विधायक प्रतिनिधि के अलावा भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक हैं. जबकि प्रकाश शिवहरे भाजपा मंडल के महामंत्री हैं. हालांकि, पुलिस इस मामले सभी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई कर रही है.
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को बीजेपी मंडल उपाध्यक्ष रवि देशमुख ने घर में खुद को गोली मारकर कर सुसाइड कर ली थी. घटना के दौरान रवि की पत्नी और मां मंदिर गए थे. जबकि बेटा स्कूल के लिए निकला था. जब वह टिफिन लेने वापस घर आया तो बेडरूम में पिता का शव पड़ा देखा था. रवि को पिछले दिनों बीजेपी सदस्यता अभियान के लिए सम्मानित किया गया था.

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शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। जहां बेटे ने अपनी 100 वर्षीय मां और बड़े भाई की हत्या कर दी। दोनों को मौत के घाट उतारकर आरोपी फरार हो गया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। यह पूरी घटना मायापुर थाना क्षेत्र की है।
मामला जमीन से जुड़ा हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक, राजा उर्फ जसवंत सरदार ने जमीनी विवाद को लेकर खौफनाक कदम उठाया। उसने अपनी 100 वर्षीय बुजुर्ग मां दिलीप कौर और बड़े भाई दर्शन कौर की हत्या कर दी। राजा ने फार्म हाउस में दोनों को मौत की नींद सुला दिया।
मां और बड़े भाई को मौत के घाट उतारने के बाद आरोपी जसवंत मौके से फरार हो गया। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। लेकिन जिले में डबर मर्डर से कई सवाल उठ रहे है। अपराधियों में शासन प्रशासन का जरा भी खौफ नजर नहीं आ रहा है।
प्रदेशभर से आए दिन जमीनी विवाद को लेकर कई तरह की घटनाएं सामने आते रहती है। सिस्टम पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घरवालों और आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। आरोपी की सरगर्मी से तलाश में की जा रही है।
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ऊर्जा मंत्री के सामने रस्सी लेकर आत्महत्या करने पहुंचा आदिवासी, कहा- महिला पटवारी ने मेरी जमीन पर किया कब्जा
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक आदिवासी युवक हाथ में रस्सी लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह के पास पहुंच गया। जहां उसने मंत्री के सामने फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात कही। आदिवासी ने महिला पटवारी पर जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। प्रभारी मंत्री ने तुरंत निराकरण के निर्देश दिए हैं। वहीं पटवारी ने आरोपो को निराधार बताया हैं।
सोमवार को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर शिवपुरी के हातोद पंचायत में जनमन आवास कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। जहां आदिवासी हरगोविंद अपने हाथ में रस्सी लेकर पहुंच गया। हरगोविंद ने मंत्री के सामने फांसी लगाने की बात कही। उसका आरोप था कि महिला पटवारी शिवा पांडे ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसकी शिकायत कई बार की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
महिला पटवारी ने उसकी जमीन से कब्जा नहीं हटाया। जिससे वह बेहद परेशान हो गया था। इधर, पटवारी शिवा पांड ने अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को निराधार बताया है। वहीं जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आदिवासी हरगोविंद को आश्वासन दिया है। मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत निराकरण के निर्देश दिए हैं।
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बड़े भाई के नाम लाइसेंस और चला रहा पटाखा फैक्ट्री छोटा भाई, प्रशासन ने जड़ा ताला
बैतूल। हरदा में हुए पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट को लोग अभी भूले भी नहीं हैं और अब बैतूल में भी एक ऐसी ही पटाखा फैक्ट्री पर पुलिस प्रशासन ने छापा मारा है. जहां अवैध तरीके से भारी मात्रा में पटाखे बनाने का काम चल रहा था. मौके से कुल 25 हजार सुतली बम और 60 किलोग्राम बारूद बरामद हुआ है. पटाखा फैक्ट्री जिस शख्स के नाम पर संचालित है उसका भाई फैक्ट्री का संचालन कर रहा था. सुरक्षा के नाम पर कुछ टंकियों में पानी भरा हुआ था. अगर कोई हादसा होता तो हरदा की तरह भारी तबाही निश्चित थी.
पुलिस और प्रशासन की टीम ने साईंखेड़ा थानाक्षेत्र के रेहड़वा गांव की एक पटाखा फैक्ट्री पर छापा मारा तो हालात होश उड़ाने वाले थे. फैक्ट्री में बिहार और उज्जैन के 11 मजदूर काम कर रहे थे. जिनमें 2 नाबालिग बच्चे शामिल हैं. जो बिना सुरक्षा किट पहने हाथों से ही बारूद का मसाला तैयार कर रहे थे. 15 किलोग्राम बारूद के भंडारण की अनुमति लेकर 60 किलोग्राम बारूद का स्टॉक किया गया था. कुल 25 हजार तैयार सुतली बम भी जब्त किए गए हैं. वहीं बम बनाने के घातक केमिकल लापरवाही से रखे गए थे. जहां जरा सी लापरवाही बड़ी तबाही में तब्दील हो सकती थी.
एसपी निश्चल झारिया ने बताया कि केवल बारूद का अवैध स्टॉक ही नहीं, बल्कि फैक्ट्री भी अवैध तरीके से संचालित पाई गई है. फैक्ट्री का लाइसेंस बैतूल निवासी अनिल दरवाई का है, लेकिन अनिल जिले से बाहर रहता है और फैक्ट्री उसका भाई राजेश दरवाई संचालित कर रहा था. फैक्ट्री में संचालन से जुड़े कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुए. पुलिस ने राजेश दरवाई को मौके से ही गिरफ्तार किया है.
सुरक्षा के नाम पर वहां खिलवाड़ हो रहा था. अग्नि शमन यंत्र तो दूर की बात है. वहां तो केवल कुछ टंकियों में पानी भरा हुआ था. यानी आपातकाल की स्थिति में आग बुझाने का कोई बंदोबस्त नहीं था. वहीं पुलिस ने ये भी बताया कि पटाखे बैतूल में बनाकर गुजरात और राजस्थान में बेचे जा रहे थे और बारूद हरियाणा से लाया गया था.
जो खामियां बैतूल की इस पटाखा फैक्ट्री में मिली, उन्हीं खामियों के चलते हरदा में कई जानें गई थी. पुलिस ने राजेश दरवाई को गिरफ्तार किया है और मुख्य आरोपी अनिल दरवाई की तलाश जारी है. पटाखा फैक्ट्री सहित 5 अन्य गोदामों को सील कर दिया गया है. पुलिस प्रशासन अगले दो दिनों में बैतूल के सभी पटाखा गोदामों की तेजी से जांच करेगी और कमियां पाए जाने पर बड़ा एक्शन हो सकता है.

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भोपाल। गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस), मध्य प्रदेश एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, दिल्ली की टीम ने एमडी ड्रग के विरुद्ध चल रहे अभियान में अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। जांच एजेंसियों ने भोपाल के बागरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई करते हुए एमडी ड्रग और इसे बनाने में उपयोग होने वाला कच्चा माल जब्त किया है। इसकी कीमत 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है। जांच एजेंसियों ने यहां से दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने भारी मात्रा में ड्रग्स की बरामदगी के लिए टीम को बधाई दी। उन्होंने खुद कहा है कि यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा- 'गुजरात एटीएस और दिल्ली एनसीबी की टीम ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में मिली बड़ी जीत पर बधाई। हाल ही में भोपाल की फैक्ट्री पर रेड डाली गई और एमडी (ड्रग्स) व उसे बनाने वाला पदार्थ बरामद किया गया, जिसकी कीमत 1814 करोड़ रुपये है।
उन्होंने आगे लिखा, 'यह उपलब्धि हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के ड्रग्स की तस्करी से लड़ने में उनके अथक प्रयास को दर्शाती है। उनका प्रयास हमारे समाज की सुरक्षा और सेहत की सुरक्षा के लिए अहम है। उनका यह समर्पण सच में तारीफ के काबिल है। भारत को सुरक्षित और सेहतमंद राष्ट्र बनाने के उनके मिशन में उनका साथ देना जारी रखें।'
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सोने के सिक्के लेने टूट पड़े ग्रामीणः खुदाई में मुगलकालीन सिक्के निकले
बुरहानपुर। जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर असीरगढ में नेशनल हाईवे निर्माण की खुदाई के दौरान एक खेत से सोने के मुगलकालीन सिक्के निकल रहे है। इस खबर मिलते ही रोजाना बडी संख्या में ग्रामीण खेत में शाम से लेकर देर रात तक खुदाई करने पहुंचते है। गांव में चर्चा है सबसे पहले खेत मालिक को सिक्के मिले, इसके बाद गांव के कई लोगों को सिक्के मिले है। पाने वालों ने सिक्के स्थानीय सराफा बाजार में बेच दिए है।
पुरातत्वविदों के अनुसार पास में ही एक ऐतिहासिक असीरगढ़ का किला है। मुगल बादशाह के डर से उस समय के अमीर लोगों ने असीरगढ़ में शरण ली थी और अपना जमा खजाना असीरगढ में गाड़ दिया था। इससे पहले भी यहां सोने के सिक्के मिल चुके हैं। इतिहासकार व पुरातत्वविद कमरूद्दीन फलक और कांग्रेस नेता अजय रघुवंशी ने जिला प्रशासन से मांग है कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाए। अगर वाकई में मुगलकालीन सोने के सिक्के मिले है तो उसे जब्त कर सरकारी खजाने में जमा करना चाहिए। अगर कोई बेवजह अफवाह फैलाकर किसी तरह की धोखाधड़ी का षडयंत्र रच रहा है तो उन्हें भी बेनकाम कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाना चाहिए। मामले में जिला व पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अफसर कुछ भी कहने से बचते रहे है।
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पुलिस ने मूर्ति चुराने के मामले में 4 लोगों को किया गिरफ्तार
सीधी। मध्य प्रदेश में अपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। कहीं चोरी, तो कहीं डकैती, कहीं तस्करी, तो कहीं ठगी जैसी वारदातें सुनकर इंसान के मन में भी डर का माहौल बन गया है। वैसे भी इन दिनों नवरात्रि का त्यौहार चल रहा है लोग अपने घरों में ताला लगाकर अपने आसपास घूमने फिरने जाते हैं। ऐसे में चोरी की संभावनाएं ज्यादा बनी रहती है, क्योंकि ऐसे मौके चोर हमेशा तलाशते रहते हैं। जब उन्हें किसी प्रकार की समस्या ना हो और वह आसानी से अपने प्लान में कामयाब हो जाए।
इसका एक ताजा मामला सीधी से सामने आया है, जहां चोरों ने किसी घर को नहीं बल्कि भगवान के दरबार को अपना निशाना बनाया था। दरअसल, मामला 3 अक्टूबर का था जब कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत तुरनाथ धाम के पार्वती मंदिर से यह घटना सामने आई थी। इसके बाद पुजारी ने थाने पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज करवाई थी।
वहीं, पुलिस ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए मुखबिर तंत्र को एक्टिव कर दिया और आसपास लगे सीसीटीवी खंगाले गए। जिसमें आज पुलिस को सफलता मिली और उन्होंने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी पहचान अमित सिंह, दीपक सिंह, प्रदीप साहू और राम जी साहू के रूप में की गई है।
पूछताछ के दौरान आरोपी अमित सिंह ने बताया कि उसकी मन्नत पूरी हो गई थी, इसलिए वह उस स्थान पर नई मंदिर बनवाना चाहता था। जीर्णोद्धार के उद्देश्य से खुदाई कर रहा, लेकिन यह थोड़ा डैमेज हो गया। तभी मैं वहां से चला गया, लेकिन लोगों ने अफवाह फैला दी कि मंदिर और मंदिर की मुर्ति चोरी हो गई है। फिलहाल, पुलिस इस बयान के आधार पर जांच-पड़ताल कर रही है।

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धार। मप्र उच्च न्यायालय के आदेश का पालन नहीं करने पर कलेक्टर धार प्रियंक मिश्र एवं तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धार श्रृंगार श्रीवास्तव के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी करने के आदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने जारी किये हैं।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता प्रसन्ना भटनागर ने बताया कि याचिकाकर्ता मिथुन चौहान ग्राम पंचायत नालछा जिला धार में ग्राम रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ था । दिनांक 25 फरवरी 2017 को स्वास्थ खराब होने के कारण वह एक दिन कार्य पर उपस्थित नहीं हो सका इसलिए एक दिन की अनुपस्थिति को कदाचरण बताते हुए बिना जांच किए और बिना सुनवाई का अवसर दिए उसे सेवा से पृथक कर दिया गया।
उक्त आदेश को चुनौती देते हुए ग्राम रोजगार सहायक ने अपील प्रस्तुत की लेकिन अपील भी निरस्त कर दी गई जिसके विरुद्ध याचिकाकर्ता ने वर्ष 2019 में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय खंडपीठ इंदौर के समक्ष रिट याचिका प्रस्तुत की न्यायालय द्वारा इसे 22 अगस्त 2023 को स्वीकार करते हुए सेवा समाप्ति आदेश निरस्त किया गया तथा यह निर्देश दिया कि ग्राम रोजगार सहायक को 50% पिछले वेतन सहित पुनः सेवा में रखा जावे।
उक्त आदेश को चुनौती देते हुए शासन के द्वारा अपील प्रस्तुत की गई लेकिन 3 जुलाई 2024 को अपील भी निरस्त हो गई लेकिन फिर भी आदेश का पालन नहीं किया गया। याचिकाकर्ता याचिकाकर्ता ने अवमानना याचिका प्रस्तुत की जिसमें दिनांक 20 सितम्बर 2024 को विपक्षीगण को यह निर्देश दिए कि वह आदेश का पालन करें अन्यथा दिनांक 4 अक्टूबर 2024 को न्यायालय के समक्ष उपस्थित रहे लेकिन फिर भी आदेश का पालन नहीं किया गया और न ही उक्त दोनों अधिकारी न्यायालय के समक्ष उपस्थित रहे इसलिए न्यायालय द्वारा कलेक्टर और तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिनांक 23 अक्टूबर 2024 को तलब किया है ।
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पत्नी को जमीन में गाड़ा, फिर खुद गुमशुदगी की शिकायत लेकर पहुंचा थाने, खुला राज तो पुलिस के उड़े होश
भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले से हत्या की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। जहां एक पति ने पत्नी की पहले बेरहमी से हत्या की फिर उसे जमीन में गाड़ दिया। इसमें हैरानी वाली बात तो यह है कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी खुद ही थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंच गया। जब पूरा मामला खुला तो पुलिस भी हैरान रह गई।
दरअसल पूरा मामला देहात थाना अंतर्गत ग्राम सिमराव का है, जहां 26 वर्षीय सोनी राजावत का उसके ही पति उदयभान सिंह ने बेरहमी से क़त्ल कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद उसकी लाश को जमीन में गाड़ दिया। फिर इसके बाद खुद ही थाने पहुंच कर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी, ताकि किसी को उसपर शक ना हो सके।
मृतिका के मायके पक्ष को घटना की जानकारी हुई तो उनका पहला शक पति पर ही गया। उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी। मृतिका के परिजनों का आरोप है कि ससुराल पक्ष उन्हें सही बात नहीं बता रहा है। जिसके बाद पुलिस ने मृत महिला के पति को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो आरोपी ने सारा सच उगल दिया। आरोपी पति की निशानदेही पर पुलिस महिला का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। वहीं मार्ग कायम कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
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गबन पर बड़ी कार्रवाई: सरपंच, पूर्व सरपंच और पंचायत सचिव से वसूले जाएंगे 30 लाख रुपए
सीहोर। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के ग्राम अमलाहा में दुकानों के निर्माण में पंचायत ने गंभीर आर्थिक अनियमितताएं की है। मामला सामने आया तो जनपद सीईओ इछावर ने मामले में सरपंच, पूर्व सरपंच और पंचायत सचिव पर रिकवरी तय कर प्रतिवेदन जिला पंचायत को भेजा हैं।
जानकारी के अनुसार शिकायत की जांच दल का गठन कर विस्तार से जांच कराई गई, जिसमें ग्राम पंचायत अमलाह में दुकानो का निर्माण ग्राम पंचायत द्वारा अन्य मद से कराया गया। सरपंच, सचिव द्वारा दुकानों की नीलामी से नकद राशि प्राप्त की गई। लेकिन उस राशि को बैंक खाता में जमा नहीं कराना पाया गया। नगद राशि ही व्यय की गई है, जो ग्राम पंचायत लेखा नियम विपरीत है।
वहीं इस दौरान कराए गए कार्य का मूल्यांकन राशि रू. 1040400 होना पाया गया । जबकि दुकानों पर व्यय राशि रू. 3862870 होना पाया गया। अधिक व्यय एवं नगद राशि रू. 3016600 वसूली योग्य होना पायी गई। राशि रू. 3016600 तत्कालीन सरपंच, वर्तमान सरपंच एवं ग्राम पंचायत सचिव से राशि की वसूली म.प्र. पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 89 एवं 92 के प्रावधान अंतर्गत कार्यवाही के लिए प्रतिवेदन जिला पंचायत को भेजा गया हैं। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत अमलाहा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत आता है और राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा का विधानसभा क्षेत्र हैं।

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सीधी। आपने मंदिरों से मूर्ति या फिर मूर्ति के आभूषण चोरी होने यहां तक की दान पेटी चोरी होने की खबरें तो सुनी और देखी होंगी लेकिन क्या कभी सुना है कि पूरा मंदिर चोरी हो गया है..नहीं ना..लेकिन ये सच है और ये घटना है मध्यप्रदेश के सीधी जिले की। जहां नवरात्रि के पहले ही मां जगदम्बा का एक मंदिर चोर उखाड़ ले गए। घटना सीधी जिले के आदिवासी अंचल कुसमी के पास जंगल की है।
सीधी जिले के आदिवासी अंचल कुसमी के बीच जंगल में आस्था का केंद्र रुर्रानाथ धाम स्थित है। उसके ठीक बगल में मां जगदम्बा का मंदिर बना हुआ था जो हजारों साल पुराना बताया गया है। नवरात्रि के पहले दिन जब भक्त मां जगदंबा के मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे तो देखा कि मां जगदम्बा का पूरा का पूरा मंदिर ही गायब है। जहां पर मंदिर था वहां पर बड़ा सा गड्ढा बना हुआ है।
मंदिर चोरी होने की सूचना जब ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को दी पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। मंदिर वन विभाग की जमीन पर था इसलिए वन विभाग को भी सूचना दी गई लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि वन विभाग के अमले को मंदिर चोरी होने की भनक तक नहीं थी जबकि इसी क्षेत्र में वन विभाग की टीम लगातार गश्त करती रहती है। बताया तो ये भी गया है कि वन विभाग न तो जगदम्बा देवी के मंदिर को संरक्षित कर रहा था और न ही उसका संवर्धन ग्रामीणों को करने दे रही थी। पूरा का पूरा मंदिर चोरी होने से इलाके में तरह तरह की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं।
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ककड़ी हुई जानलेवा! खाते ही बच्चे की मौत, 4 की हालत गंभीर
रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले से बड़ा मामला सामने आया है। जहां ककड़ी खाने से एक ही परिवार के 5 लोग बीमार पड़ गए। इसमें एक पांच साल के बच्चे की मौत हो गई। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया है कि सभी को फूड पॉइजनिंग हुई थी।
यह पूरा मामला रतलाम के जड़वासा कलां गांव का है। यहां रहने वाले मांगीलाल पाटीदार सोमवार को बालम ककड़ी खरीदकर घर ले गए थे। मंगलवार को पत्नी सहित बेटा-बेटियों ने ककड़ी खाई। जिसके बाद बुधवार को सुबह 5 बजे के करीब सभी लोगों को उल्टियां होने लगी तो उन्हें इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यहां मौजूद डॉक्टरों ने दवा देकर सभी को घर लौटा दिया।
बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात कविता, क्रियांश, दक्षिता और साक्षी की तबियत दोबारा बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाकर भर्ती कराया गया।
क्या है बालम ककड़ी?- बालम ककड़ी मध्यप्रदेश का स्पेशल खीरा है। जो कि रतलाम, उज्जैन सहित एमपी के कई हिस्सों में पाया जाता है। यह मौसमी ककड़ी होती है। जो की शरीर को हाईड्रेट रखने में मदद करती है।
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मैहर के मां शारदा देवी मंदिर में नवरात्रि पर आस्था का जनसैलाब, 10 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे
मैहर। देशभर में इन दिनों नवरात्र की धूम देखने को मिल रही है। गली-गली माता की मूर्ति स्थापित की जा चुकी है। लोगों में एक अलग सा उत्साह देखने को मिल रहा है। सुबह उठने के साथ ही भक्तिमय गाने मन को तरोताजा कर देते हैं। चारों तरफ से सकारात्मक ऊर्जा का एहसास हो रहा है। माता के मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है। वहीं, आज नवरात्रि का दूसरा दिन है। मंदिरों में सुबह से ही माता रानी की पूजा-अर्चना में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में मैहर के मां शारदा देवी मंदिर में आस्था का जनसैलाब देखने को मिला है।
यहां आज अब तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में अपने माथा टेक लिए हैं। भीड़ को देखते हुए पुलिस बल तैनात की जा चुकी है, ताकि किसी प्रकार की कोई अराज तत्व द्वारा बुरी घटनाओं को ना अंजाम दिया जा सके। मेला कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, नवरात्रि के दूसरे दिन सुबह 03 बजे से सुबह 08 बजे तक कुल 57,246 से अधिक भक्त यहां आ चुके हैं। अनुमान है कि 9 दिनों में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे।
दरअसल, हर साल यहां पर नवरात्रि के अवसर पर मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। जिसे लेकर जिला प्रशासन और पुलिस सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी करते हैं। इस साल की बात करें तो मेला परिसर में 12 कार्यपालक मजिस्ट्रेट, दो एडिशनल एसपी, 4 डीएसपी, 12 टीआई समित 650 से अधिक पुलिस कर्मी तैनात हैं। इसके अलावा, मंदिर ट्रस्ट की तरफ से वॉलिंटियर्स भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। बता दें कि पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार चप्पे-चप्पे पर कड़ी निगरानी की जा रही है। 2 ड्रोन कैमरे मेला क्षेत्र पर नजर रख रहे हैं, जबकि 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। इस बार प्रशासन द्वारा मंदिर में वीआईपी दर्शन व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा, बांध बैरियर के आगे वाहनों के आवागमन पर भी प्रतिबंध है।