This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

User Rating: 4 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Inactive

सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में करोड़ों की लागत से बना एक नवनिर्मित पुल रविवार को अचानक क्षतिग्रस्त हो गया। रामपुर नैकिन क्षेत्र के बघवार गांव में बाणसागर नहर पर बना यह पुल महज 10 दिन पहले ही निर्माण के बाद जनता के लिए खोला गया था। रविवार सुबह करीब 9 बजे पुल के मध्य हिस्से में करीब 7 फीट गहरा गड्ढा हो गया, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि हादसे के समय कोई बड़ा वाहन या स्कूली बच्चे पुल पर नहीं थे, वरना बड़ी जनहानि हो सकती थी।
राष्ट्रीय राजमार्ग-39 पर स्थित यह पुल रीवा, सतना, सीधी और शहडोल जिलों को जोड़ने का प्रमुख मार्ग है। बाणसागर नहर पर बने इस पुल का निर्माण लगभग ₹4 करोड़ की लागत से किया गया था। इसे हाल ही में यातायात के लिए खोला गया था, लेकिन मात्र 10 दिनों में ही इसकी गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
घटना के समय कुछ स्कूली बच्चे और बाइक सवार पुल से गुजरने ही वाले थे कि अचानक पुल के मध्य में धंसान हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यदि यह घटना कुछ मिनट बाद होती, तो कई जिंदगियों पर खतरा मंडरा सकता था। फिलहाल पुल को आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है और पुलिस ने क्षेत्र की नाकाबंदी कर दी है।
पुल के सिर्फ मध्य भाग में ही नहीं, बल्कि उसके किनारों पर भी दरारें देखी गई हैं। इससे संपूर्ण पुल की संरचनात्मक मजबूती पर सवाल उठे हैं। घटना के बाद से NH-39 पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। परिवहन व्यवस्था बाधित होने से राहगीरों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गांव के निवासी रामाधार यादव ने पुल निर्माण की गुणवत्ता को लेकर प्रशासन और निर्माण एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह पुल जल्दबाजी और लापरवाही में बनाया गया। अगर यह हादसा स्कूल समय के दौरान होता, तो बच्चों की जान पर बन आती।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम शैलेश द्विवेदी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पुल निर्माण में लापरवाही की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार को तुरंत मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
-------------------------------
दुर्लभ प्रजाति के कछुआ और घड़ियाल की तस्करी करने वाले 3 तस्कर STF के हत्थे चढ़े
मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में जलीय जीवों की तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। कछुआ और घड़ियाल के बच्चों की तस्करी करने वाले तीन तस्करों को एसटीएफ और वन विभाग की टीम ने पकड़ा है। यह कार्रवाई जौरा पुलिस, वनविभाग और एसटीएफ ने संयुक्त रूप से की है।
दरअसल तस्कर सफेद कार में पान मसाले के दो थैलों में छुपाकर नन्हे कछुआ और घड़ियाल की तस्करी कर रहे थे। तस्करों से लगभग 30 घड़ियाल और एक दर्जन से अधिक कछुए को वन विभाग की टीम ने बरामद किया है।
मुखबिर की सूचना पर वन विभाग, पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई कर तीन तस्करों को पकड़ा है। दुर्लभ प्रजाति के कछुए और घड़ियाल को विदेशों तक पहुंचाने वाली गैंग से तार जुड़े होने की संभावना है। पकड़े गए तीनों तस्करों को रात में ही एसटीएफ की टीम पूछताछ के लिए लेकर रवाना हो गई। पूछताछ में कछुए और घड़ियाल की तस्करी के बड़े नेटवर्क का बड़ा खुलासा हो सकता है।
------------------------------
थप्पड़बाज कलेक्टर, परीक्षा केंद्र में छात्र पर जमकर जड़े तमाचे, सीसीटीवी में कैद घटना
भिंड मध्य प्रदेश के भिंड जिले से एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी परीक्षा के दौरान एक छात्र को थप्पड़ मारते हुए दिखाई दे रहे हैं. आरोपी अधिकारी भिंड के जिला मजिस्ट्रेट/कलेक्टर (डीएम) संजीव श्रीवास्तव हैं. घटना 1 अप्रैल की बताई जा रही है, लेकिन इसका सीसीटीवी फुटेज अब सामने आने के बाद प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है.
जानकारी के अनुसार, घटना भिंड के दीनदयाल दंगरुलिया महाविद्यालय की है, जहाँ बीएससी द्वितीय वर्ष की परीक्षा चल रही थी. इसी दौरान डीएम संजीव श्रीवास्तव निरीक्षण के लिए पहुंचे. आरोप है कि उन्होंने रोहित राठौड़ नाम के एक छात्र को नकल के संदेह में पकड़ा और उस पर थप्पड़ बरसा दिए.
वायरल सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि डीएम छात्र को थप्पड़ मार रहे हैं और फिर उसे दूसरे कमरे में ले जाते हैं. वे स्टाफ रूम में भी छात्र को पीटते हुए यह कह रहे हैं, तेरा पेपर कहां है, हवा में लिख रहा था?
इस मामले पर डीएम संजीव श्रीवास्तव ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें कॉलेज में सामूहिक नकल की सूचना मिली थी. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ छात्र अपने प्रश्नपत्र हल करवाने के लिए बाहर भेज रहे थे और रोहित ने भी ऐसा ही किया था, क्योंकि उसके पास अपना प्रश्नपत्र नहीं था. वहीं, पीडि़त छात्र रोहित राठौड़ का कहना है कि डीएम के थप्पड़ से उसके कान पर चोट आई है. उसने खुद पर लगे नकल के सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सामने आईएएस अधिकारी होने की वजह से वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सका.
वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर यूजर्स का गुस्सा फूट पड़ा. कई लोगों ने मध्य प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री को टैग करते हुए अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. यूजर्स का कहना है कि छात्र की गलती होने पर भी एक प्रशासनिक अधिकारी को इस तरह कानून हाथ में लेकर हिंसा करने का कोई अधिकार नहीं है.

User Rating: 4 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Inactive

मंदसौर। मध्य प्रदेश में बारिश के साथ जहरीले सांप निकलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। कहीं घर तो कहीं जमीन के अंदर इन जहरीले सांपों के मिलने की खबर सामने आती है। इस बीच मंदसौर के साबाखेड़ा गांव से बड़ी संख्या में कोबरा सांप मिलने का मामला सामने आया है। यहां एक खेत से करीब 50 से 60 सांपों का रेस्क्यू किया गया है। बताया जा रहा है कि एक खेत पर बनी झोपडी से इन सांपों को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है।
दरअसल, शुक्रवार शाम को गोपाल दायमा अपने खेत पर काम कर रहे थे। उसी दौरान उन्हें खेत पर बनी झोपड़ी में एक गड्ढे में से कुछ सांपों के मुंह दिखाई दिए। सांपों के रेस्क्यू के लिए उन्होंने सर्प मित्र दुर्गेश पाटीदार को सूचना दी। उन्होंने मौके पर पहुंचकर कुछ सांपों को पकड़ा। लेकिन जब गड्ढे में पानी डालकर देखा तो वो भी आश्चर्य में पड़ गए।
क्योंकि गड्ढे से बड़ी संख्या में सांप निकल रहे थे। बाद में एक के बाद एक उन्होंने करीब 60 सांप पकड़े। सर्प मित्र दुर्गेश पाटीदार का कहना है कि, गड्ढे से करीब सौ सांप निकले थे। जिनमें से 60 का रेस्क्यू कर उन्हें नजदीकी जंगलों में सुरक्षित छोड़ दिया गया है।
मामले को लेकर डीएफओ का कहना है कि यह सेंट्रल इंडिया का सबसे खतरनाक सांप है। जिसे कोबरा सांप कहा जाता है। इस सांप में पैदाइश से ही इतना जहर होता है कि यह आदमी की जान ले सकता है। हालांकि अधिकारी का यह भी कहना है कि सामान्य तौर पर कोबरा सांप की मादा एक बार में 20 से 40 अंडे देती है। फिलहाल बड़ी संख्या में सांप निकले है। जिन्हें सुरक्षित छोड़ दिया गया है।
------------------------------
शिव मंदिरों में घुसे चोर, दानपेटी से रुपया चोरी कर ले गए
जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित लार्डगंज क्षेत्र के शिव मंदिरों में सावन के पहले सोमवार के पहले चोरों ने धावा बोल दिया. चोरों ने मंदिरों के ताले तोड़कर दानपेटी से हजारों रुपए नगद व अन्य कीमती सामान चोरी कर लिया. शिव मंदिरों में हुई चोरी की घटना से क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त रहा, सुबह से लोग मंदिरों के सामने खड़े रहे.
पुलिस के अनुसार लार्डगंज थाना के पीछे प्राचीन शिव कल्याण मंदिर सहित अन्य शिव मंदिर क्षेत्रीय लोगों की आस्था का केन्द्र है. जहां पर सावन के पहले लोग मंदिर में धार्मिक आयोजनों की तैयारी कर रहे थे. बीती रात 10.30 बजे के लगभग पुजारी पूजन-अर्चन कर मंदिरों के तीनों दरवाजों में ताला लगाकर घर चले गए. देर रात चोरों ने मंदिर के गेट का ताला तोडा और अंदर घुसकर तीन दानपेटियों के ताले तोड़कर नगदी रुपए चोरी कर लिए. इसके अलावा पड़ाव स्थित शिव मंदिर का भी ताला तोड़कर दानपेटी से रुपए चोरी कर लिए गए.
आज सुबह जब लोग दर्शन करने मंदिर पहुंचे तो देखा कि ताले टूटे पड़े है. चोरी की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई, देखते ही देखते लोगों की भीड़ एकत्र हो गई. जिन्होने घटना पर आक्रोश जताया. मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद चोरों की तलाश शुरु कर दी है. गौरतलब है कि कछियाना स्थित इसी शिव कल्याण मंदिर का ताला तोड़कर चोर 6 माह पहले चोर पीलत धातु से बने श्रीराम, सीता, लक्ष्मण, हनुमानजी, दुर्गा जी की प्रतिमा, गौरी गणेश व लड्डू गोपाल की मूर्तियां चोरी कर ले गए थे. इसके अलावा मंदिर के अंदर रखी 2 दान पेटियों का ताला तोड़कर रकम भी चोरी कर ले गए थे.
---------------------------------
विदिशा संसदीय क्षेत्र में अर्द्धनग्न होकर घुटने के बल सड़क पर चले किसान
देवास। जिले के कन्नौद क्षेत्र के ग्राम गादिया में मूंग खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग को लेकर शनिवार दोपहर नीमखेड़ा में किसान सड़क पर उतर आए। अर्द्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान किसान घुटने के बल भी चले और कुछ देर के लिए सड़क पर बैठने से आवागमन प्रभावित रहा। यह क्षेत्र केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के विदिशा संसदीय क्षेत्र में आता है।
ग्राम नीमखेड़ा में स्टेट हाईवे 41 खंडवा-पचोर पर क्षेत्र के किसानों ने प्रदर्शन किया। किसानों की मांग है कि क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए एवं क्षेत्र के नहर से जुड़े होने के कारण समीप के स्थान गादिया में समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी केंद्र खोला जाना चाहिए। वर्तमान में शासन द्वारा आरंभ किए गए मूंग खरीदी केंद्र पर किसानों को अधिक दूरी तय कर कन्नौद के पास अंबाड़ा जाना पड़ रहा है। अधिक दूरी के केंद्र पर किराए के वाहन द्वारा मूंग बेचने जाने वाले किसानों को मूंग खरीदी केंद्रों पर अधिक भीड़ होने के कारण कई दिनों में नंबर आ रहा है जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसान अपनी मांगों को लेकर 9 जुलाई से इसी स्थान पर आंदोलन कर रहे थे। शनिवार को किसानों से चर्चा करने के लिये तहसीलदार अंजलि गुप्ता धरना स्थल पर पहुंची। उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए किसानों को बताया कि गादिया में मूंग खरीदी केंद्र नहीं खोला जा सकता है। इसके बाद नाराज होकर आक्रोशित किसान पहले अर्द्धनग्न होकर धरने पर बैठे, इसके बाद स्टेट हाईवे पर घुटनों के बल पर चलकर मूंग खरीदी केंद्र खोले जाने की मांग करते रहे। इसके बाद सभी किसान आधा स्टेट हाईवे पर तेज धूप के बीच सड़क बैठ गए, इस दौरान आधा सड़क मार्ग चालू रहा। आंदोलन के दौरान मौका स्थल पर तहसीलदार गुप्ता, टीआई तहजीब काजी सहित राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
-कन्नौद क्षेत्र में उपार्जन नीति के अनुसार ही खरीदी केंद्र खोले गए हैं। जितने केंद्रों की वरिष्ठ स्तर से अनुमति मिली है उतने ही खोले जा सकते हैं
यदि वरिष्ठ स्तर से कोई आदेश आता है तो उसके हिसाब से आगे प्रक्रिया की जाएगी।
-गोपेश पाठक, उपसंचालक कृषि देवास।

User Rating: 4 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Inactive

जबलपुर. पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक के मार्गदर्शन एवं प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक के निर्देशन पर तीनों मण्डलों में यात्री गाडिय़ों एवं स्टेशनों पर समय-समय पर चलाए गए टिकट जांच अभियानों में चालू वित्तीय वर्ष के जून 2025 में कुल 2 लाख 14 हजार मामले पकड़े और अतिरिक्त किराया एवं जुर्माना सहित कुल 15 करोड़ 93 लाख रूपए का राजस्व अर्जित किया, जो पिछले वर्ष वसूला गया जुर्माना 13 करोड़ 14 लाख रूपये की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक है.
साथ ही रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित लक्ष्य 15 करोड़ 81 लाख को भी पार किया है. अप्रैल 2025 में कुल 1 लाख 48 हजार मामले पकड़े और अतिरिक्त किराया एवं जुर्माना सहित कुल 10 करोड़ 30 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया. मई 2025 में कुल 1 लाख 96 हजार मामले पकड़े और अतिरिक्त किराया एवं जुर्माना सहित कुल 14 करोड़ 49 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया.
मुख्यालय सीसीएम स्क्वाड द्वारा मुख्यालय के टिकट निरीक्षकों ने टिकट जाँच अभियान से बिना टिकट/अनबुक्ड लगेज/अनियमित टिकट लेकर यात्रा करने वालों के विरुद्ध 4 हजार प्रकरण से रेलवे ने 28 लाख रुपये का जुर्माना यात्रियों से वसूल किया, जो पिछले वर्ष वसूला गया जुर्माना 22 लाख रुपये की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक है.
जबलपुर मण्डल के टिकट निरीक्षकों ने टिकट जांच अभियान से बिना टिकट/अनबुक्ड लगेज/अनियमित टिकट लेकर यात्रा करने वालों के विरुद्ध 1 लाख 6 हजार प्रकरण से रेलवे ने 8 करोड़ 41 लाख रुपये का जुर्माना यात्रियों से वसूल किया, जो पिछले वर्ष वसूला गया जुर्माना 6 करोड़ 6 लाख रुपये की तुलना में 39 प्रतिशत अधिक है.
भोपाल मंडल के टिकट निरीक्षकों ने टिकट जांच अभियान से बिना टिकट/अनबुक्ड लगेज/अनियमित टिकट लेकर यात्रा करने वालों के विरुद्ध 67 हजार प्रकरण से रेलवे ने 4 करोड़ 53 लाख रुपये का जुर्माना यात्रियों से वसूल किया, जो पिछले वर्ष वसूला गया जुर्माना 4 करोड़ 44 लाख रूपये की तुलना में 2 प्रतिशत अधिक है.
कोटा मण्डल के टिकट निरीक्षकों ने टिकट जाँच अभियान से बिना टिकट/अनबुक्ड लगेज/अनियमित टिकट लेकर यात्रा करने वालों के विरुद्ध 37 हजार प्रकरण से रेलवे ने 2 करोड़ 71 लाख रुपये का जुर्माना वसूल किया, जो पिछले वर्ष वसूला गया जुर्माना 2 करोड़ 43 लाख रुपये की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है.
रेल प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि बिना टिकट यात्रा न करें. उचित टिकट लेकर ही यात्रा करें, ताकि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो. वाणिज्य विभाग एवं आरपीएफ के समन्वय से पश्चिम मध्य रेल यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने के उद्देश्य से ट्रेनों में टिकट चैकिंग अभियान आगे भी चलाए जाते रहेंगे.
----------------------------------
जिला बनाने की मांग को लेकर शंख, मंजीरे, घंटों के साथ ग्रामीणों ने की 40 किलोमीटर की पद यात्रा
जबलपुर जिले के सिहोरा को जिला बनाने की मांग को लेकर 40 किलोमीटर दूर से आए लोगों ने भाजपा के संभागीय कार्यालय के बाहर अनोखा प्रदर्शन किया। हाथों में घंटा और मंजीरा और शंख बजाते हुए ग्रामीण भाजपा कार्यालय पहुंचे। सिहोरा वासियों ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और सिहोरा विधानसभा से विधायक संतोष बरकड़े के पोस्टर लगाए और फिर उन्हें उनका वादा याद दिलाया।
आक्रोशित ग्रामीणों का आरोप है कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के नेताओं ने सिहोरा को जिला बनाने के बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन जैसे ही चुनाव जीत गए तो अपने वादों को भूल गए। इसी वजह से आज सिहोरा के लोग घंटा, शंख और मंजीरा लेकर भाजपा कार्यालय के सामने पहुंचे हैं और उन्हें उनका वादा याद दिलाया जा रहा है।
सिहोरा निवासी अनिल जैन ने बताया कि 2001 में मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का जब कटनी से होते हुए जबलपुर दौरा था, तब उन्होंने सिहोरा को जिला बनाने का वादा भी किया था, कार्रवाई भी पूरी हो चुकी थी, पर जब 2003 में चुनावी आचार संहिता लगने के कारण अंतिम अधिसूचना जारी नहीं हो पाई और सिहोरा जिला बनते-बनते रह गया। 2003 के बाद से लगातार सिहोरा के रहवासी जिला बनाए जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
शुक्रवार को भाजपा संभागीय कार्यालय पहुंचे सिहोरा के रहवासियों ने शंख,घंटा और मंजीरे बजाकर भाजपा सरकार को जगाने का प्रयास किया है। करीब दो घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि उनकी मांग और बातों को राजधानी तक पहुंचाया जाएगा।
सिहोरा से जबलपुर पहुंचे अनिल जैन ने कहा कि सन 2003 में पूर्व मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी, जिसके बाद प्रक्रिया भी शुरू हो गई, लेकिन आज तक जिला के रूप में क्रियान्वयन नहीं हो पाया। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बाद, उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा था कि जल्द ही सिहोरा को जिला बनाया जाएगा, पर आज तक कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने कहा विधानसभा चुनाव के समय विधायक संतोष बरकड़े के समर्थन में सिहोरा पहुंची स्मृति ईरानी ने एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए वादा किया था कि अगर सिहोरा विधानसभा से हमारा प्रत्याशी जीतकर विधायक बनता है, तो जरूर सिहोरा जिला बनेगा। पर बरकड़े को भी विधायक बने दो साल से अधिक का समय बीत गया है, और उनका वादा भी झूठा साबित हुआ।
----------------------------------

47 करोड़ का धान परिवहन घोटाला मामला: 16 राइस मिलर्स और 12 अधिकारियों कर्मियों के खिलाफ FIR
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में बहुचर्चित 47 करोड़ का धान परिवहन घोटाला मामले में 16 राइस मिलर्स और 12 अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। कलेक्टर के निर्देश पर क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
बता दें कि 27 राइस मिलर्स के खिलाफ जांच जारी है। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों से धान परिवहन में गड़बड़ी की जांच कराई थी। जांच में 43 राइस मिलर्स ने 43 करोड़ के घोटाले की बात सामने आई थी।
दरअसल 1 लाख 87 हजार क्विंटल धान के परिवहन में फर्जीवाड़ा पाया गया था। कार, जीप और ऑटो से धान का परिवहन दिखा कर बड़ा घोटाला किया गया था। मामले में 74 आरोपियों के खिलाफ 12 थानों में एफआईआर दर्ज हुई थी।

User Rating: 4 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Inactive

विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले से शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। यहां गंजबासौदा के बेहलोट बायपास मार्ग स्थित श्मशान घाट की स्थिति बद से बत्तर हो चुकी है। श्मशान घाट का टीन शेड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। इससे बारिश का पानी सीधे नीचे आ जाता है। बुधवार शाम करीब 5 बजे एक ऐसी ही घटना सामने आई। बेहलोट बाइपास निवासी प्रमोद शर्मा ” भर्री ” की मां गीता बाई शर्मा के अंतिम संस्कार के दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई। इससे टीन शेड से पानी चिता पर गिरने लगा। जिसके बाद स्थानीय लोग मदद के लिए आगे आए।
अंतिम संस्कार के समय एक नई तिरपाल मंगवाई गई। दो लोगों को क्षतिग्रस्त टीन शेड के ऊपर भेजकर तिरपाल डाली गई, लेकिन चिता की आग से तिरपाल भी जल गई। काफी मशक्कत के बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जा सकी। बेहलोट बायपास निवासी राजकुमार शुक्ला डॉ सुनील राय ने बताया कि लंबे समय से बेहलोट श्मशान घाट की हालत जर्जर है। बारिश के दौरान अंतिम संस्कार करना मुश्किल होता है।
इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि श्मशान घाट परिसर में जल निकासी की व्यवस्था भी नहीं है। इससे पूरा परिसर जलमग्न हो जाता है। यह श्मशान घाट शहरी क्षेत्र में आता है, लेकिन इसका निर्माण हरदू खेड़ी पंचायत की सीमा में हुआ है। अधिकारी इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

--------------------------
जबलपुर-दमोह रोड पर पुलिया पर बस लटकी, 14 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट
भोपाल. एमपी में लगातार बारिश के चलते जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर व ग्वालियर संभाग के कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं. आज गुरुवार को 14 जिलों में अति भारी और 22 जिलों में भारी बारिश होने का अलर्ट है. वहीं आज जबलपुर-दमोह रोड पर तेजगढ़ में उफनाला नाला पार करते वक्त एक यात्री बस पुलिया पर लटक गई.
बताया गया है कि दमोह से जबलपुर की ओर आ रही बस को लकलका झापन तेजगढ़ के पास ड्राइवर ने उफनते नाले से पार कराने की कोशिश की. बस अनियंत्रित होकर पुलिया से नीचे लटक गई. उसका आधा हिस्सा नाले और आधा पुलिया पर फंस गया. बस नंबर एमपी 09 एफए 5306 दमोह से उत्तर प्रदेश के जालौन जा रही थी. खबर मिलते ही पुलिस पहुंच गई और स्थानीय लोगों की मदद से बस में सवार 6 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. पुलिस ने बस ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.
इसी तरह प्रदेश के सभी जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान आंधी और बारिश का दौर रहा. सबसे ज्यादा बारिश दमोह में 4.1 इंच हो गई. शिवपुरी में 3 इंच, नौगांव-सतना में 1.8 इंच, टीकमगढ़ में डेढ़ इंच, सागर में 1.1 इंच व रायसेन में 1 इंच बारिश दर्ज की गई. भोपाल में देर रात में बारिश हुई, जो आधा इंच से ज्यादा रही. सतना में तेज बारिश से पेड़ गिर गया. इसकी चपेट में आकर कई दोपहिया वाहनों को नुकसान पहुंचा. एक मकान का चबूतरा भी क्षतिग्रस्त हो गया.
मंडला जिले में 18 जून से अब तक 810 मिमी यानी 31.87 इंच बारिश हो चुकी है. यह वार्षिक औसत 1326.2 मिमी (52.21 इंच) का 61 प्रतिशत है. बाढ़ की चपेट में आए 210 गांवों में जनजीवन अस्तव्यस्त है. नदी-नालों को पार करते समय बहे 9 में से 7 लोगों की मौत हो चुकी है. 2 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश में एसडीईआरएफ की टीमें लगी हैं.
भारी बारिश के चलते बिछिया, बीजाडांडी, नारायणगंज, निवास और मंडला क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. बिछिया के अंजनिया, माधोपुर, मरारटोला, करियागांव, जगन्नाथ, भलवारा, बीजाडांडी के बरौची, पीपलधर, तुमती, विजयपुर गांवों में बड़ा नुकसान हुआ है.
दतिया में रिछरा फाटक इलाके का नाला सुबह हुई बारिश से उफान पर आ गया. पानी के बहाव में ऑटोरिक्शा फंस गया. स्थानीय लोगों ने मदद कर ड्राइवर को बाहर निकाला.
ग्वालियर में आज सुबह बादल छाए रहे. 10 बजे के बाद बारिश होने लगी. सड़कों पर पानी भरने से आवाजाही में दिक्कत हुई. निचले इलाकों में पानी भी भर गया.
नर्मदापुरम की सिवनी मालवा तहसील में रात करीब 12 बजे से 1.30 बजे तक तेज बारिश हुई. इससे कुछ ही देर में शहर के निचले इलाकों समेत ग्रामीण अंचलों में जलभराव की स्थिति बन गई. इलाके की अधिकांश नदियां और नाले उफान पर आने से कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया है.
सीहोर में बुदनी के सतकुंडा झरने में नहाते समय एक युवक के बहने का वीडियो सामने आया है. युवक बरसाती झरने में बहता हुआ दिखाई दे रहा है. उसे बचाने के लिए एक अन्य व्यक्ति पीछे-पीछे दौड़ लगा रहा है. पानी में बह रहा व्यक्ति चट्टान से टकराने के बाद रुक गया. इससे बड़ा हादसा टल गया.
उज्जैन में पूरे जुलाई महीने में 36 इंच बारिश का ओवरऑल रिकॉर्ड है. इतनी बारिश साल 2015 में हुई थी. 2023 में 21 इंच से ज्यादा पानी गिर गया था. 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश 19 जुलाई 2015 को 12ण्55 इंच हुई थी. उज्जैन में जुलाई की औसत बारिश 13 इंच है. महीने में 12 दिन पानी बरसता है.
इंदौर की बात करें तो 24 घंटे में 11.5 इंच बारिश होने का रिकॉर्ड है, जो 27 जुलाई 1913 को हुई थी. वर्ष 1973 में पूरे महीने 30.5 इंच पानी गिरा था. बारिश के चलते यहां भी तापमान में गिरावट देखने को मिलती है. इंदौर में महीने की एवरेज बारिश 12 इंच है. एवरेज 13 दिन यहां बारिश होती है. पिछले साल इंदौर में पूरे महीने 8.77 इंच बारिश हुई थी.
मौसम विशेषज्ञों की माने तो मध्यप्रदेश में दो ट्रफ का असर है. वहीं साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है. जिसके चलतेे अति भारी या भारी बारिश हो रही है. लो प्रेशर एरिया की एक्टिविटी अगले कुछ दिन में देखने को मिलेगी. इससे अगले चार दिन यानी 13 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में तेज बारिश का दौर रहेगा. 12 जुलाई को मालवा-निमाड़ यानी इंदौर व उज्जैन संभाग में भी तेज बारिश होने का अनुमान है. इस मानसून इन दोनों संभागों में कम बारिश हुई है.
मौसम विभाग के अनुसार आज जबलपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा,पांढुर्णा, सिवनी, दमोह, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी, उमरिया, शहडोल व अनूपपुर में अति भारी बारिश होने का अलर्ट है. इन जिलों में 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिरने की संभावना है. इसके अलावा ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, कटनी, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी व सिंगरौली में भारी बारिश का अलर्ट है. यहां अगले 24 घंटे के दौरान ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है.
---------------------------------
गुंडा टैक्स न देने पर बिल्डर के ऑफिस में तोड़फोड़ः पुलिस ने आरोपी का निकाला जुलूस
जबलपुर। पुलिस ने गुंडा टैक्स न देने पर बिल्डर के ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ और हमला करने वाले हिस्ट्रीशीटर बदमाश को गिरफ्तार कर उसका जुलूस निकाला। दरअसल मामला रांझी थाना अंतर्गत न्यू शोभापुर इलाके का है जहां हिस्ट्री सीटर प्रवीण रजक ने बिल्डर निशांत ठाकुर के ऑफिस में घुसकर न केवल तोड़फोड़ की बल्कि उसके कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की।
मारपीट का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि, आरोपी प्रवीण रजक अपने एक साथी के साथ मिलकर न्यू शोभापुर इलाके में बिल्डर के ऑफिस पहुंचता है फिर दनादन पत्थर मारना शुरू कर देता है। यही नहीं आरोपी ऑफिस के बाहर रखी चेयर को भी उठकर तोड़ देता है और फिर ऑफिस के अंदर घुसकर उसके कर्मचारियों के साथ मारपीट भी करता है। वहीं बिल्डर की शिकायत पर रांझी थाना पुलिस ने मामला कायम करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और फिर उसे सबक सिखाने के लिए उसका जुलूस निकाला। आरोपी प्रवीण रजक के खिलाफ तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है।

User Rating: 5 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Active

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए। इन फैसलों का सीधा लाभ राज्य के किसानों, बिजली उपभोक्ताओं और ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं एवं बच्चों को मिलेगा। सरकार ने किसानों के लिए एकमुश्त समझौता योजना को मंजूरी दी है, जिससे लाखों किसानों को आर्थिक राहत मिलेगी। वहीं, बिजली वितरण की गुणवत्ता सुधारने के लिए 49,263 नए पदों को स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा महिला और बाल विकास के तहत 66 नए आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना और संचालन के लिए 143.46 करोड़ रुपए का बजट भी स्वीकृत किया गया।
कैबिनेट की सबसे बड़ी घोषणाओं में से एक ‘एकमुश्त समझौता योजना’ है, जिसके तहत जल संसाधन विभाग के अंतर्गत कृषि सिंचाई जलकर की राशि पर लगे ब्याज और दंड को माफ कर दिया गया है। इस योजना का लाभ करीब 35 लाख किसानों को मिलेगा। सरकार 84.17 करोड़ रुपए की इस राशि को वहन करेगी। किसानों को केवल मूल राशि चुकानी होगी और इसके लिए उन्हें मार्च 2026 तक का समय दिया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य किसानों को पुराने कर्ज के बोझ से मुक्त करना और उन्हें भविष्य में नए कृषि ऋण के लिए पात्र बनाना है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होने और कृषि उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है।
कैबिनेट में बिजली वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए एक और बड़ा निर्णय लिया गया। राज्य की बिजली वितरण कंपनी में 49,263 नए पदों के सृजन को मंजूरी दी गई है। इन पदों के जरिए बिजली वितरण की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी, व्यवस्थित और उपभोक्ता हितैषी बनाया जाएगा। इससे मेन पावर की कमी भी दूर होगी। दरअसल, बिजली उत्पादन और प्रसारण के बाद वितरण ही वह प्रोसेस है जो सीधे उपभोक्ताओं को प्रभावित करता है। इन नए पदों के सृजन से बिजली वितरण की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार होगा।
मध्यप्रदेश सरकार ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत 66 नए आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना को मंजूरी दी है। इसके साथ ही इन केंद्रों के लिए जरूरी पदों जैसे- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और सुपरवाइजर को भी स्वीकृति दी गई है।
सरकार ने इन केंद्रों के निर्माण और संचालन के लिए कुल 143.46 करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दी है, जिसमें केंद्र सरकार का हिस्सा 72.78 करोड़ रुपए और राज्य सरकार का हिस्सा 70.68 करोड़ रुपए होगा। इससे महिलाओं और बच्चों को पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होंगी, विशेषकर आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में।
होटल लेक व्यू रेसिडेंसी को पीपीपी मोड में सौंपने का निर्णय: राजधानी भोपाल के प्रमुख होटल लेक व्यू रेसिडेंसी को डिजाइन, निर्माण, संचालन और हस्तांतरण के आधार पर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मोड में देने का निर्णय लिया गया है। इससे होटल का आधुनिकीकरण और संचालन अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा। लीज रजिस्ट्रेशन और स्टाम्प ड्यूटी की प्रतिपूर्ति विभागीय बजट से की जाएगी।
भारतीय स्टाम्प अधिनियम में संशोधन: भारतीय स्टाम्प अधिनियम 1899 के अनुच्छेद 1-क के तहत ‘भारतीय स्टाम्प विधेयक 2025’ को भी कैबिनेट की मंजूरी मिली है। यह विधेयक राज्य में स्टाम्प शुल्क प्रावधानों में जरूरी संशोधन लाएगा।
-----------------------------------
जनसुनवाई में बीजेपी नेता का हंगामा! आवेदनों पर कार्रवाई न होने से अधिकारियों को सुनाई खरी-खोटी
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर कलेक्टर की जनसुनवाई में खुद को बीजेपी मंडल में पदाधिकारी बताने वाले युवक ने जमकर हंगामा किया। आवेदनों पर कार्रवाई न होने से परेशान होकर अधिकारियों को ऊंची आवाज में खूब खरी खोटी सुनाई। हालांकि हंगामा बढ़ने पर सीनियर अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को संभाल लिया।
दरअसल, शहर के शंकरपुर इलाके में रहने वाला आरिफ खान ग्वालियर कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचा। जहां उसने अपने खरीद गए प्लाट की आरआई द्वारा जांच करने की मांग की थी। पहले भी उसने कई बार आवेदन दिए थे, लेकिन मंगलवार को जब एक बार फिर वह अपनी गुहार लेकर पहुंचा तो अधिकारियों ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन देकर रफादफा कर दिया। जिसे सुनकर आरिफ खान आग बबूला हो गया और जनसुनवाई करने बैठे सभी एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर को खूब खरी खोटी सुनाई।
इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों और उसके बीच तीखी बहस भी देखने को मिली। वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में जैसे ही यह मामला आया वह मौके पर पहुंचे और उसकी परेशानी को सुना। आरिफ ने बताया कि वह शंकरपुर इलाके में रहता है। उसके पिता जुम्मा खान ने 785 वर्ग फुट का एक मकान कल्याण बाग लक्ष्मीपुरम में खरीदा था। पिता का निधन होने के दौरान उसकी उम्र कम थी। इस दौरान धनतीबाई जाटव को मकान किराए पर दे दिया। उम्र कम होने के चलते बीच मे कई सालों तक वह उस मकान पर नहीं गया, लेकिन अब जब वह मकान खाली करवाने की कहने गया तो धनतीबाई ने जलील खान नाम के व्यक्ति से मकान की रजिस्ट्री करवाकर उसे खरीदने की बात कही।
कूटरचित तरीके से उसके मकान की फर्जी रजिस्ट्री कराने का आरोप आरिफ ने लगाया है। उसका कहना है कि मकान की ओरिजनल रजिस्ट्री उसके पास है। ऐसे में थाने में दिए आवेदन पर थाना प्रभारी ने एसडीएम बहोड़ापुर के लिए आवेदन भेज दिया। SDM कार्यालय से आरआई से जांच रिपोर्ट मांगी गई। लेकिन आरआई जांच के लिए मौके पर नहीं जा रहा है।
आरिफ का आरोप है कि जांच करने आने के एवज में आरआई की ओर से रिश्वत की मांग की जा रही है। वह खुद BJP के मंडल में पदाधिकारी है। उसके बावजूद अधिकारी कार्रवाई न करते हुए सिर्फ जल्द कार्रवाई करवाने का आश्वासन दे रहे है। जिससे वह तंग आ गया है। ऐसे में वह अब अपने कार्यकर्ताओं और परिवारजनों के साथ धरना देने मजबूर हो गया है। हालांकि इस पूरे मामले में कलेक्टर रुचिका चौहान ने दोनों पक्षों को बुलाकर उनके जमीन दस्तावेजों की जांच करवाने की बात कही है।
-----------------------------
MP के सभी निर्माणाधीन ब्रिज की होगी जांच: PWD मंत्री ने इंदौर ब्रिज को बताया तकनीकी रूप से सही
भोपाल। मध्य प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने प्रदेश के सभी निर्माणाधीन ब्रिज की जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं इंदौर के निर्माणाधीन ब्रिज को तकनीकी रूप से सही बताया हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर ब्रिज 90 नहीं 114 डिग्री का है, जेड (Z) आकार का नहीं है।
एमपी के सभी निर्माणाधीन ब्रिज की जांच होगी। पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने इसके निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि सभी निर्माणाधीन ब्रिज की रिपोर्ट बुलाएंगे। कमेठी गठित की जाएगी। कहीं कोई खामी है तो एक्सपर्ट निराकरण करेंगे।
मंत्री राकेश सिंह ने इंदौर के निर्माणाधीन ब्रिज को तकनीकी रूप से सही बताया हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर ब्रिज 90 नहीं, 114 डिग्री का है और जेड आकार का नहीं है। तीन आर्म निकली हैं। टर्निंग रेडियस 20 मीटर है, जो सेफ्टी मेजर्स के दायरे में है। टर्निंग रेडियस कम से कम 15 मीटर होना चाहिए। जगह उपलब्ध नहीं होने के कारण ब्रिज 114 डिग्री बनाया गया, लेकिन सभी सेफ्टी मेजर्स का पालन हो रहा है। स्पीड लिमिट तय की गई है। Z आकर होना गलत बताया गया है।
वहीं भोपाल के ऐशबाग में बने रेलवे ओवरब्रिज को लेकर कहा कि भोपाल का ब्रिज 90 नहीं 119 डिग्री है। 119 डिग्री होने के कारण नहीं तकनीकी खामी होने के कारण अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि राजधानी भोपाल में बने ब्रिज की तकनीकी खामी दूर की जाएगी।