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मध्यप्रदेश के नीमच में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (सीबीएन) के एक इंस्पेक्टर और बिचौलिए को 3 लाख रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। 17 जुलाई की शाम को सीबीआई की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया और पहले भूतेश्वर मंदिर के पास से बिचौलिए और फिर बिचौलिए की निशानदेही पर नारकोटिक्स इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह जाट को भी गिरफ्तारी किया।
शिकायतकर्ता ने सीबीआई को बताया कि नारकोटिक्स अधिकारी ने उसे और उसके परिवार को नारकोटिक्स केस में फंसाने की धमकी देते हुए 3 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। घूस की रकम बिचौलिए के माध्यम से मांगी जा रही थी। शिकायत के आधार पर सीबीआई की टीम ने 17 जुलाई को जाल बिछाया और शिकायतकर्ता को 3 लाख रूपये रिश्वत देने के लिए भेजा। बिचौलिए ने भूतेश्वर मंदिर परिसर में रिश्वत देने के लिए बुलाया और जैसे ही रिश्वत के रूपये लिए तो सीबीआई टीम ने उसे रंगेहाथों धरदबोचा।
सीबीआइ ने बिचौलिए को पकड़ने के बाद उससे पूछताछ की और सेंट्रल नारकोटिक्स इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह जाट को भी भूतेश्वर मंदिर परिसर में बुलाया। रात करीब 11:30 बजे सीबीआई टीम दोनों को अपने साथ ले गई। इंस्पेक्टर महेन्द्र जाट मूलत: राजस्थान का रहने वाला है। इसके चलते सीबीआइ ने मध्यप्रदेश और राजस्थान के तीन ठिकानों पर छापे मारे हैं। सूत्रों का कहना है, यह मामला एक गोपनीय शिकायत के आधार पर सामने आया।
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करणी सेना का प्रदर्शन : एएसपी को हटाने की मांग, लाठीचार्ज के विरोध में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता
रतलाम में करणी सेना ने 13 जुलाई को सेजावता फोरलेन पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। सेना के सदस्यों ने दोपहर में नेहरू स्टेडियम में एकत्रित होकर कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली और एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपकर एएसपी राकेश खाखा को हटाने की मांग की।
करणी सेना के यादवेंद्रसिंह ने एएसपी खाखा पर बेवजह लाठीचार्ज करवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एएसपी ने बिना कारण कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों पर लाठीचार्ज किया और गालियां दीं। करणी सैनिकों ने एएसपी पर नशे में होने का आरोप भी लगाया था, हालांकि उनकी अल्कोहल जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
एडीएम श्रीवास्तव को दिए ज्ञापन में कार्यकर्ताओं ने एसपी राकेश खाखा के खिलाफ जांच कर हटाने की मांग की है। सदस्यों ने बताया कि इसके लिए 7 दिन का समय दिया गया है। कार्रवाई नहीं होती तो फिर से रतलाम में आंदोलन किया जाएगा।
प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन और पुलिस अलर्ट हैं। डीएसपी अजय सारवान समेत शहर के चारों थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे और ड्रोन से निगरानी की गई।
एएसपी के खिलाफ कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में करणी सेना ने हरदा कांड की जांच की मांग भी की है। करणी सैनिक एएसपी पर कार्रवाई के अलावा हरदा में हीरा खरीद धोखाधड़ी मामले से जुड़ी घटनाओं एवं पुलिस द्वारा की गई बर्बर कार्रवाई का भी विरोध कर रहे हैं।
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सब इंजीनियर व रोजगार सहायक को 65 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा
जबलपुर. आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडबलू) जबलपुर द्वारा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के उपयंत्री एवं ग्राम रोजगार सहायक को 65,000 रुपये की रिश्वत माँगने पर छिंदवाड़ा जिले के चौरई में कार्रवाई करते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. ईओडबलू की इस कार्रवाई से हड़कम्प की स्थिति बनी रही.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि लालजी सोलंकी निवासी ग्राम खिरखिरी तहसील चौरई, जिला छिंदवाड़ा ने गत 15 जुलाई 2025 को शिकायत की थी कि उसके भाई की पत्नी आरती वर्मा ग्राम पंचायत खिरकिरी की सरपंच है. ग्राम पंचायत के द्वारा पंचायत में नाली एवं सड़क निर्माण कार्य के निरीक्षण तथा कार्य पूर्ण हो जाने पर कार्य पूर्णता का प्रमाण जारी करने के लिए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के उपयंत्री नीरज डेहरिया पिता जीएल डेहरिया द्वारा 50 हजार रुपए तथा ग्राम रोजगार सहायक आशीष शर्मा पिता विजय शर्मा द्वारा 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है. शिकायत में कहा गया है कि वे लोग रिश्वत नहीं दे रहे, इसलिए उक्त कर्मचारी परेशान कर रहे हैं और प्रमाण पत्र जारी नहीं कर रहे हैं.
शिकायत की सत्यापन की प्रक्रिया में शिकायत सत्य पाई गई और आरोपीगणों द्वारा उपरोक्त रिश्वत की राशि की माँग की गई. मांग वार्ता में स्पष्ट हुआ कि आरोपी बिना रिश्वत की राशि लिये अपने शासकीय कर्तव्य का निर्वहन नहीं कर रहे हैं.
आज शुक्रवार 18 जुलाई 2025 को को आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, जबलपुर के ट्रैप दल द्वारा उपरोक्त दोनों आरोपियों को चौरई कस्बा जिला छिंदवाड़ा में एक साथ उपरोक्त माँगी गई राशि की प्रथम किश्त के रूप में आरोपी उपयंत्री नीरज डेहरिया को 25,000 रूपये और आरोपी ग्राम रोजगार सहायक आशीष शर्मा को 5,000 रूपये लेते हुए एक ही स्थान पर रंगे हाथों पकड़ा गया है .
ट्रैप दल की प्रथम टीम में मनजीत सिंह, उप पुलिस अधीक्षक, श्रीमती प्रेरणा पाण्डेय, निरीक्षक, मोमेन्द्र कुमार मर्सकोले, निरीक्षक, आरक्षक (चालक) सगीर खान, आर. सुमित पाण्डेय शामिल थे एवं अतिरिक्त टीम में ए. व्ही. सिंह, अपुअ., श्रीमती भूमेश्वरी चौहान, निरी. 3- प्र0आर0 (चालक) कयूम खान, 4 आर0 सुमित रजक, 5 श्रीमती जसलीन कौर, महिला आर. शामिल थे .ट्रैप दल के द्वारा मौके पर ही आरोपियों से उपरोक्त राशि जप्त की जा करके विधिवत् अनुसंधान कार्यवाही की गई है.

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 मनावर। धार जिले के मनावर में पुलिस ने एक शातिर ठग अकलीम खां को गिरफ्तार कर करीब 60 लाख रुपए मूल्य की सात महंगी कारें जब्त करने में बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी ने लोगों से किराए पर कार लेकर उन्हें अन्य लोगों के पास गिरवी रखकर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया था। यह कार्रवाई पीड़ितों की शिकायत और पुलिस की सतर्कता का परिणाम है।
पुलिस के अनुसार, अकलीम खां पिता भुरे खां निवासी मंसूरी मोहल्ला, मनावर ने कार मालिकों को किराए पर वाहन चलाने का झांसा दिया। उसके बाद वह उन कारों को अन्य लोगों के पास गिरवी रखकर मोटी रकम ऐंठ लेता था। पीड़ितों में से एक, बाबर पिता समद खान निवासी मनावर सहित कई अन्य लोगों ने 12 जुलाई को थाना मनावर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी कारें आरोपी ने धोखे से ले लीं और वापस नहीं लौटाईं।
शिकायत मिलते ही पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह, एएसपी विजय डावर और एसडीओपी अनु बेनीवाल के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने आरोपी को हिरासत में लेकर पुलिस रिमांड पर लिया और सघन पूछताछ की।
पूछताछ में आरोपी अकलीम खां ने खुलासा किया कि उसने मनावर और खरगोन के विभिन्न इलाकों में ठगी की हुई कारें गिरवी रखी हैं। पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से अर्टिका, वेगनार, ईको, बोलेरो पिकअप और स्वीफ्ट जैसी कुल सात गाड़ियां बरामद कीं। इनकी कुल कीमत लगभग 60 लाख रुपए बताई जा रही है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी ईष्वर सिंह चौहान, एसआई मनोज पाटीदार, प्रधान आरक्षक ललित कुमरावत, आरक्षक सचिन सोनेर और राहुल सोलंकी की सक्रिय और प्रशंसनीय भूमिका रही।

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दिनदहाड़े लूट की वारदात: मंदिर से लौट रही महिला से बाइक सवार बदमाशों ने लूटी चेन
देवास। मध्यप्रदेश में बदमाशों के हौसले बुलंद है। बेखौफ बदमाश अब दिनदहाड़े वारदात को अंजाम देने से भी नहीं डर रहे है। इसी कड़ी में देवास शहर के नाहर दरवाजा थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े लूट की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। विजया रोड निवासी मंडी व्यापारी राजेन्द्र जैन की पत्नी निर्मला जैन को चार अज्ञात बदमाशों ने लूट का शिकार बना लिया।
जानकारी के अनुसार, निर्मला जैन मंदिर से घर लौट रही थीं, तभी दो बाइकों पर सवार चार युवक उनके पास पहुंचे और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए उनसे गहने उतरवाने को कहा। महिला को शक होने से पहले ही उन्होंने मौका पाकर उनकी चेन लूट ली और बाइक से फरार हो गए।
घर पहुंचकर महिला ने लूट की वारदात की जानकारी परिजनों ने दी। परिजनों ने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई है। बताया जाता है कि लूट की वारदात पास ही लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश में जुट गई है।
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बिल्डर एंड प्रमोटर्स कंपनी के पार्टनरों को लगाई साढ़े 7 करोड़ की चपत, EOW ने किया मामला दर्ज
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस मामले में किसी और ने नहीं बल्कि कंपनी के कर्मचारी ने ही साथियों (पार्टनरों) के फर्जी हस्ताक्षर कर लगभग साढ़े 7 करोड़ की चपत लगाई है। मामले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
दरअसल मामला केपी बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स कंपनी का है जहां बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। कंपनी ने कछपुरा में कॉलोनी का निर्माण किया था। कंपनी ने नगर निगम में कंपलीसन सर्टिफीकेट और विकास शुल्क ने नाम पर 3 करोड़ चुकाए थे। कंपनी के पार्टनरों ने बैलेंस शीट में गड़बड़ी कर नगर निगम की राशि को 9 करोड़ कर दिया।
फिर बड़ी चालाकी से नौकर, साथी और भाई के खाते में करोड़ों की रकम ट्रांसफर की गई। आरोपी विनय दुबे, आकाश साहू, धर्म प्रकाश राजपूत, अमित राजपूत पर षड्यंत्र कर गबन करने का मामला दर्ज किया है। बिल्डर एंड प्रमोटर्स कंपनी से अपने ही पार्टनरों को साढ़े 7 करोड़ की चपत लगाई है। साथियों के फर्जी हस्ताक्षर के जरिये गबन किया गया।

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विदिशा. मध्य प्रदेश के विदिशा रेलवे स्टेशन पर बुधवार 16 जुलाई को आरपीएफ और विदिशा सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने मिलकर मानव तस्करी का खुलासा किया. मंगलवार को सोसाइटी को सूचना मिली थी कि 30 से 35 नाबालिग बच्चों को मुंबई ले जाया जा रहा है.
इस सूचना के आधार पर टीम ने मुंबई समर स्पेशल ट्रेन का इंतजार किया. बुधवार सुबह 5 बजे जब ट्रेन स्टेशन पर पहुंची तो जीआरपी के साथ मिलकर सर्च अभियान चलाया गया. ट्रेन के स्लीपर और जनरल डिब्बों से 20 नाबालिग बच्चों समेत कुल 34 लोगों को उतारा गया.
बचाए गए ये सभी बच्चे बिहार के कटिहार जिले से हैं और मुस्लिम समुदाय से आते हैं. एक ठेकेदार ने इनके परिवार वालों को पैसों का लालच देकर बच्चों को सूरत के साड़ी उद्योग में काम कराने के लिए भेजने को तैयार किया था.
बच्चों को आरपीएफ थाने लाया गया है. उन्हें बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा. इसके बाद उन्हें अस्थायी रूप से बाल संरक्षण केंद्र में रखा जाएगा और बाद में परिजनों को सौंपा जाएगा. कुछ बच्चे टीम को देखकर अन्य डिब्बों में चले गए थे. उन्हें उज्जैन स्टेशन पर रेस्क्यू करने की योजना बनाई गई. इस मामले में जांच अभी जारी है. जीआरपी थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह और उनकी टीम यह पता लगा रही है कि इस गिरोह ने अब तक कितने बच्चों की तस्करी की है.
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आरटीओ अधिकारी ने मारा ट्रक चालक को थप्पड़, गुस्साए ड्राइवरों ने लगाया जाम, माफी मांगने पर खुला..!
कटनी. एमपी के कटनी-जबलपुर स्थित गुलाबरा में वाहन चेकिंग के दौरान आरटीओ संतोष पॉल ने ट्रक चालक प्रदीप रजक को थप्पड़ मार दिया. चालक को थप्पड़ मारे जाने से गुस्साएं अन्य ट्रक ड्राइवरों ने वाहनों को खड़ा कर जाम कर दिया. जाम के दौरान चालकों ने प्रदर्शन करते हुए विरोध जताया. जिससे 15 किलोमीटर तक वाहनों की लम्बी लाइन लग गई थी. जाम की खबर मिलते ही पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे.
ट्रक चालक प्रदीप रजक ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरटीओ अधिकारी ने उससे 2500 रुपए की मांग की. जब उसने वैध दस्तावेज दिखाते हुए रुपए देने से मना किया तो अधिकारी ने उसे थप्पड़ मार दिया. इस घटना के बाद नाराज चालक ने अपना ट्रक सड़क पर खड़ा कर दिया. देखते ही देखते कई ट्रक चालक मौके पर एकत्र हो गए.
हाइवे पर करीब तीन घंटे तक यातायात बाधित रहा. वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. जाम की सूचना मिलते ही माधवनगर व कुठला थाना पुलिस मौके पर पहुंची. घटना के बाद आरटीओ अमला मौके से चला गयाए जिससे चालकों का गुस्सा और बढ़ गया. पुलिस की समझाइश और आरटीओ अधिकारी द्वारा माफी मांगने के बाद जाम खुल सका. एडिशनल एसपी संतोष डेहरिया ने बताया कि चालक से शिकायती आवेदन मांगा गया है. आवेदन मिलने पर मामले की जांच की जाएगी.
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दिग्विजय ने कांवड़ यात्रा और नमाज को लेकर किया पोस्ट: एमपी में चढ़ा सियासी पारा
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह व कांग्रेस सांसद के पोस्ट पर सियासी बवाल मच गया। दरअसल, उन्होंने सोशल मीडिया पर कांवड़ यात्रा और नमाज पढ़ते हुए एक पोस्ट शेयर किया है। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया है कि एक देश में दो कानून! अब इसे लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। भारतीय जनता पार्टी इस पर भड़क उठी। बीजेपी ने दिग्गी को मौलाना और जाकिर नायक का दोस्त बताया हैं।
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह व एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट किया है। उन्होंने दो तस्वीर शेयर किया है। जिसमें कांवड़ यात्रा को सड़क पर दिखाया गया है, दूसरी तस्वीर में नमाज अदा करते हुए लोग नजर आ रहे हैं। वहीं दिग्गी ने सवाल उठाते हुए लिखा कि ‘एक देश, दो कानून?’।
दिग्विजय सिंह के पोस्ट पर बीजेपी ने हमला बोला हैं। मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि मौलाना दिग्विजय सिंह केवल सनातन का विरोध करते हैं, वो कांवड़ यात्रा को भी विवादास्पद करना चाहते हैं। जाकिर नायक का महिमामंडन करने वाले, आंतकियों को संरक्षण देने की बात करने वाले, सेना के ऑपरेशन पर विवाद खड़ा करने वाले, पाकिस्तान परस्ती की बात करने वाले, तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देने वाले दिग्विजय सिंह से कुछ और अपेक्षित नहीं है।
दिग्विजय सिंह हर समय हिंदू धर्म, हिंदू साधु-संतों और हिंदू त्यौहारों का अपमान करते आये हैं, इसीलिये उन्हें मौलाना दिग्विजय सिंह कहा जाता है। भगवा आतंकवाद जैसे शब्दों की इजाद कर उन्होंने सनातन को बदनाम करने का काम किया है। हिंदू और सनातन धर्म के किसी भी त्यौहार पर यदि ऐसे टिप्पणी होगी तो यह सहन नहीं किया जाएगा। वहीं मंत्री सारंग ने दिग्विजय सिंह से मांफी मांगने को कहा है।
भाजपा प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर ने कहा कि जाकिर नायक के खास मित्र से और क्या उम्मीद कर सकते हैं। दिग्विजय सिंह के करीबी नेता ने स्लीपर सेल को लेकर बयान दिया था। स्लीपर सेल का मतलब ये नहीं होता कोई बम फोड़े इस तरह का माहौल तैयार करने वाले लोग भी समाज होते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि दिग्विजय सिंह जब भी जहर उगलते हैं और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं। हनुमान चालीसा पढ़ें या नमाज पढ़ें लेकिन जो यातायात प्रभावित करेगा उस पर कार्रवाई होगी। उत्पात मचाने पर कांवड़ियों पर भी लाठीचार्ज हुआ है, वो चित्र क्यों नहीं मिला सिर्फ नमाज वाला मिला। देश बदनाम करना समाज में आग लगाना ये दिग्विजय सिंह का काम है।
दिग्विजय सिंह के कांवड़ियों के पोस्ट पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह का मतलब सीधा-सीधा है बाबा साहब का संविधान है वह सब पर लागू होता है। यह सब चीज प्रशासन समझाइश से सुलझाई जा सकती हैं, लेकिन लठ्ठ चलाने और लोगों को प्रताड़ित करने की जरूरत नहीं होती है। टीवी पर देखा कि कांवड़ यात्रा के बीच अगर गाड़ी वाले फंस गए तो उनकी गाड़ी तोड़ दी गई। यह सब चीज यह नहीं होना चाहिए। बाबा साहब का एक कानून है सबके साथ एक जैसा बर्ताव होना चाहिए। यह उनका मंतव्य है, कांवड़ियों ने गाड़ियां तोड़ी पुलिस खड़ी खड़ी देख रही है, यह स्थिति नहीं होनी चाहिए।

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जबलपुर। एमपी के जबलपुर स्थित पुलिस कंट्रोल रूम के सामने आज दोपहर एक युवती का दिनदिहाड़े अपहरण करने की कोशिश की गई है। युवती के पति ने जब उसे बचाने का प्रयास किया तो चार से पांच लोगों ने मारपीट की और फिर महिला को जबरन कार में बैठाने लगे। खबर मिलते ही पुलिस पहुंच गई। जिन्होने महिला व उसके साथ मारपीट करने वालों को अभिरक्षा में ले लिया। युवती ने आरोप लगाया है कि उसके पति के साथ मारपीट करने वाले व जबरन उसका अपहरण करने वाली मां और मामा है। जो मुझे रीवा में एक ठाकुर के हाथों 8 लाख में बेच चुके हैं।
रीवा निवासी युवती उम्र 25 वर्ष की युवती ने अपनी मां और मामा पर गलत काम करवाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती का कहना है कि दो माह पहले वह घर छोड़कर जबलपुर आ गई थी और यहां पर डर के कारण छिपकर रह रही थी। आज रजिस्टर्ड शादी होनी थी, जिसके चलते दोपहर को जब प्रेमी अभिषेक चतुर्वेदी के साथ बाइक से नगर निगम जा रही थी। तभी उसकी मां गीता द्विवेदी के साथ मामा मार्तंड तिवारी व पुष्पेंद्र तिवारी अपने दोनों बेटे अतुल व अजीत के लेकर पहुंचे। पुलिस कंट्रोल रूप के सामने पहले तो गाड़ी में टक्कर मारी और जब हम रोड पर गिरे तो मेरे पति अभिषेक के साथ जमकर मारपीट की गई और जबरन मुझे कार में बैठाकर अपहरण करने की कोशिश की गई।
युवती ने आरोप लगाए है कि मेरी मां व मामा ने 8 लाख में मुझे बेच दिया है। जहां से छूटकर दो माह पहले मैं जबलपुर अभिषेक के पास आ गई थी, जिससे मैं प्यार करती हूं और हमने मंदिर में शादी कर ली है।
युवती ने यह भी आरोप लगाए है कि रीवा में रहने वाली मेरी मां स्वयं भी गलत काम करती है और मुझसे भी करवाती है। जब मैंने मना किया तो मुझे बहुत मारा, इतना ही नहीं, जहर भी दिया गया। युवती का कहना है कि डेढ़ साल पहले मेरी अभिषेक से रीवा में मुलाकात हुई थी। हम दोनों एक दूसरे को पंसद करते हैं और शादी करना चाहते थे।
युवती का कहना है कि जब मैंने अपनी मां व मामा को अभिषेक के बारे में बताया और उससे शादी करने की बात बताई तो मेरे साथ जमकर मारपीट की गई। इतना ही नहीं प्रताडऩा के साथ-साथ मुझे जहर देकर मारने की कोशिश भी की गई। जिसके बाद मैं रीवा से भागकर जबलपुर आ गई।
युवती का कहना है कि 15 दिन पहले मंदिर में शादी करने के बाद मैं अभिषेक के साथ कोर्ट आई थी। यहां से जब हम वकील के साथ वापस घर जा रहे थे, उस दौरान भी मेरी मां व मामा ने अपने बेटों के साथ मिलकर हम दोनों के साथ मारपीट की थी। उस समय हमारे साथ वकील थे, जिन्होंने हमें बचाया। उस दौरान इन लोगों ने धमकी दी थी कि किसी भी कीमत में तुझे जबलपुर में रहने नहीं देंगे, उसके बाद ही हम दोनों छिपकर रह रहे थे। आज नगर निगम जाते समय ना जाने कैसे इन्हें जानकारी लग गई और फिर हमारा पीछा करते हुए यहां तक आ गए। मारपीट करने के बाद कार में बैठाकर रीवा के ठाकुर के पास छोडऩे जा रहे थे, जिनसे इन लोगों ने 8 से 10 लाख रुपए लिए हैं।
इधर बेटी द्वारा लगाए गए आरोपों को मां ने खारिज करते हुए कहा कि बेटी झूठ बोल रही है। हम कभी भी उसकी शादी के खिलाफ नहीं थे। हम सिर्फ इतना चाहते थे कि जब मुहूर्त हो, तब शादी करना। मां ने यह भी कहा कि ना ही वह गलत काम करती है और ना ही उसने अपनी बेटी से यह सब करवाया है। वह मेरी सगी बेटी है और ऐसा काम कोई मां अपनी बेटी के साथ नहीं कर सकती है।
पुलिस कंट्रोल रूम के सामने करीब 10 मिनट तक हुए हंगामे की जानकारी लगने के बाद ओमती पुलिस मौके पर पहुंची और विवाद करने वाले लोगों को अभिरक्षा में लेकर थाने आई। सीएसपी सोनू कुर्मी का कहना है कि एक युवती ने अपनी मां और मामा पर मारपीट करने और जबरन अपहरण करने के आरोप लगाए है। युवती का कहना है कि यदि उसे मां और मामा साथ में रीवा ले जाते हैं तो बेच देंगे। युवती ने बताया कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से अभिषेक के साथ रहना चाहती है। हम दोनों ने शादी कर ली है। सीएसपी ने बताया कि युवती के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, जो भी विधिसंगत कार्रवाई होगी वह की जाएगी।
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पत्रकार कल्‍पेश याग्निक आत्महत्या केस में जमानतदार फर्जी,सलोनी सहित तीन पर एफआईआर
इंदौर। पत्रकार कल्पेश याग्निक आत्महत्या केस में फर्जी ऋण पुस्तिका से जमानत लेने का मामला सामने आया है। अपराध शाखा ने सलोनी अरोरा सहित तीन के विरुद्ध गंभीर आधाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। जमानतदार कैदार डाबी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
डीसीपी(अपराध) राजेश कुमार त्रिपाठी के मुताबिक कल्पेश याग्निक के छोटे भाई नीरज याग्निक(साकेतनगर) द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी। वरिष्ठ पत्रकार कल्पेश याग्निक ने साल 2018 में ऑफिस से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। उन्हें संस्थान में काम करने वाली सलोनी अरोरा ब्लैकमेल कर रही थी।
सलोनी को एक साल बाद कोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी। उस वक्त सलोनी की भाभी डिंपल संजय अरोरा द्वारा जमानत दी गई थी। साल 2021 में डिंपल ने कोर्ट में अर्जी दायर कर जमानत वापस ले ली। सलोनी ने वकील की बहन मधू श्रीवास्तव(आनंदनगर) से जमानत लगवा दी।
कुछ समय बाद मधू ने अपनी जमानत वापस ली और सिमरोल के केदार डाबी द्वारा जमानत प्रस्तुत कर दी। नीरज ने लिखित शिकायत कर आरोप लगाया कि केदार फर्जी जमानतदार है और फर्जी पावती,ऋण पुस्तिका से कईं अपराधियों को जमानत पर रिहा करवा चुका है। हाई कोर्ट द्वारा उसके जमानत देने पर प्रतिबंध भी लगाया है।
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक इस मामले में निरीक्षक जितेंद्र चौहान द्वारा जांच की गई। जांच में साबित हुआ कि केदार द्वारा प्रस्तुत किए दस्तावेज फर्जी थे। उसके विरुद्ध अपराध शाखा में ही फर्जी जमानत देने का मामला पंजीबद्ध है। उच्च न्यायालय ने बाकायदा केदार डाबी द्वारा प्रस्तुत जमानत पर रोक लगाते हुए लिखा कि वह भविष्य में किसी भी आपराधिक मामले में जमानतदार नहीं बन सकता है। सलोनी ने जानबूझकर केदार से जमानत पेश करवाई। मधू ने कोर्ट के समक्ष उसकी तस्दीक की।
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गांव में नहीं थी सड़क तो मायके आई गर्भवती, बीच नदी में तड़पकर दी जान, अंतिम संस्कार के लिए भी 40 किमी का फेरा
रीवा। जिले के तहसील जवा के बरहटा गांव में भारी वर्षा के कारण एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। उफनती नदी पार करते समय महिला का वाहन फंस गया और दो घंटे तक फंसे रहने के बाद उसकी तड़प कर मौत हो गई। जवा तहसील में हालात यह हैं कि यहां सभी नदियां और नाले उफान पर है। ऐसे में अब रीवा के लिए यह बारिश जानलेवा हो चुकी है।
दरअसल यहां के जवा तहसील के भनिगंवा गांव की रहने वाली प्रिया रानी कोल जो कि सोनू कोल की पत्नी थी। उसकी प्रेगनेंसी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई। स्वजन उसे जवा अस्पताल लेकर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में महना नदी उफान में थी। इसलिए सभी लोग नदी के एक तरफ ही अटके रहे। इसी दौरान करीब एक दो घंटे तक प्रियारानी कोल परेशान होती रही और दर्द से कराहती रही। हालांकि इस दौरान गांव के ही डाॅक्टर (झोलाछाप) को बुलाकर लाया गया और महिला को दिखाया गया, डाॅक्टर ने महिला को देखा और मृत बताया, तभी परिवार वाले किसी तरह प्रिया रानी को मायके से ससुराल ले गए।
वहीं मायके भनिगंवा से ससुराल महिलो गांव जाने में 40 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा। वहीं दुर्भाग्य देखिए मायके से ससुराल तक पहुंचने के लिए भी प्रियारानी के शव को संघर्ष करना पड़ा। प्रियारानी के जेठ का कहना है कि प्रियारानी के पहले से एक बेटा है। वह करीब आठ से नौ महीने की गर्भवती थी। बाढ़ के चलते अस्पताल पहुंचने में काफी दिक्कतें आईं। ससुर सुरेश कुमार ने बताया कि बाढ़ के चलते उफान आने के कारण परिवार करीब 40 किलोमीटर का चक्कर काटकर शव को मायके से ससुराल लेकर आया। ससुराल में भी न होने के कारण शव को बड़ी मुश्किल से ले जाकर उसका अंतिम संस्कार किया गया।

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जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित व्हीकल स्टेट क्षेत्र में मड़ई मस्जिद के निर्माण को लेकर एक बार फिर हिन्दूवादी संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन शुरु कर दिया है. आज हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया है कि गायत्री मंदिर की जमीन पर अवैध रुप से मस्जिद का निर्माण किया गया है.
खबर है कि मड़ई मस्जिद के निर्माण को लेकर जिला प्रशासन ने कमेटी को क्लीन चिट दे दी. इस बात की खबर मिलते ही विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए. जिन्होने विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन का अर्थी जुलूस निकालते हुए नारेबाजी शुरु कर दी. विरोध व प्रदर्शन के चलते क्षेत्र में तनाव का माहौल निर्मित हो गए, जिसे देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए जिला प्रशासन से निर्णय पर पुन: समीक्षा करने की मांग की है. वहीं प्रशासन का कहना है कि जांच नियमानुसार की गर्ई है, जो भी साक्ष्य मिले है, उनके आधार पर ही रिपोर्ट बनाई गई है. गौरतलब है कि इससे पहले भी मड़ई मस्जिद के निर्माण को लेकर हिन्दूवादी संगठनों ने अवैध बताते हुए विरोध जताया था. वहीं मस्जिद कमेटी ने निर्माण संबंधी समस्त दस्तावेज प्रस्तुत किए थे, उनका कहना था कि हम अपनी हद में नियम व कानून का पालन करते हुए निर्माण कार्य कर रहे है.
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सड़क पर गाय बचाने के चक्कर में पेड़ में जा घुसी कार, 4 लोगों की दर्दनाक मौत
श्योपुर। मध्य प्रदेश की सड़कों पर बैठे मवेशी एक बार फिर राहगीरों का काल बन गए हैं। इस बार दर्दनाक हादसे की खबर सूबे के श्योपुर जिले से सामने आई है। यहां श्योपुर-शिवपुरी स्टेट हाइवे पर कालीतलाई के निकट आधीरात को एक स्कॉर्पियो कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे पेड़ से टकरा गई। हादसे में कार सवार 4 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची श्योपुर देहात पुलिस ने शवों का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल रवाना किया है।
बताया जा रहा है कि, हादसे में जान गवाने वाले सभी चारों लोग राजस्थान के कोटपूतली इलाके के रहवासी थे। पुलिस द्वारा घटना स्थल का पंचनामा बनाकर 4 शवों को जिला अस्पताल की मर्चुरी में रखवा दिया था। वहीं, देर रात ही राजस्थान निवासी सभी मृतकों के परिजन को सूचना दे दी गई थी। अब सभी मृतकों के परिजन के जिला अस्पताल पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद शभी शव परिजन को सौंपे जाएंगे।
मामले की जांच में जुटी श्योपुर देहात पुलिस के मुताबिक, कार मं सवार चारों लोग अशोकनगर से श्योपुर होते हुए राजस्थान के कोटपूतली स्थित अपने घर लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि, घटना स्थल पर अचानक गाय आ गई, जिसे बचाने के चक्कर में कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे एक पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतना भयावह थी कार सवार चारों लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी।
पुलिस के अनुसार, हादसे में जान गवाने वाले मृतकों में कोटपूतली निवासी 60 वर्षीय हरिराम यादव, कोटपूतली निवासी 33 वर्षीय बिजेंद्र जाट, कोटपूतली निवासी 28 वर्षीय मुकेश यादव और कोटपूतली के ही रहने वाले 25 वर्षीय हवासिंह गुर्जर शामिल हैं। फिलहाल, पुलिस मामले की अग्रिम कारर्वाई में जुटी है।
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तेज बहाव में बहे 11 लोग: ट्रैक्टर से दबकर महिला की मौत, पेड़ पकड़कर बचाई जान
श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर में बड़ा हादसा हो गया। उफनता नाला पार करने के दौरान 11 लोगों को ले जा रहा ट्रैक्टर तेज बहाव में बह गया। हादसे में सामनदेव जाटव नाम की महिला की ट्रैक्टर से दबकर मौत हो गई। वहीं कुछ लोगों को रस्सी के सहारे बचाया गया।
सेसईपुरा थाना क्षेत्र का यह पूरा मामला है। दरअसल, मोरवन गांव में सवारियों को लेकर एक ट्रैक्टर उफनते हुए नाले के पानी में डूबे हुए रपटे को पार कर रहा था। लेकिन बारिश के तेज बहाव में चालक का संतुलन बिगड़ गया। जिसके बाद क्टर और कल्टीवेटर पर बैठे 11 लोग बह गए। हादसे में करीब 3 लोग घायल हो गए हैं।
नदी में बहे बच्चे का शव 1 किमी दूर मिलाः 10 साल का दूसरा बच्चा सकुशल, पति पत्नी की तलाश जारी, पिकनिक स्पॉट पर नहाने के दौरान कल हुए थे हादसे के शिकार
बाकी के लोगों ने पेड़ को पकड़कर अपनी जान बचाई। जिसके बाद पेड़ पर रस्सी बांधकर ग्रामीणों ने सभी का रेस्क्यू किया। घायलों को कराहल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं इस घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है।
श्योपुर: मोरवन गांव में एक ट्रैक्टर उफनते हुए नाले के पानी में डूबे हुए रपटे को पार कर रहा था। लेकिन बारिश के तेज बहाव में ट्रैक्टर और कल्टीवेटर पर बैठे 11 लोग बह गए। हादसे में करीब 3 लोग घायल हो गए हैं। एक महिला की मौत हो गई। लोगों ने पेड़ पकड़कर जान बचाई।