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मुंबई के आजाद मैदान में महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सोने की चेन, मोबाइल फोन मिलाकर कुल 12 लाख रुपए का नकद और सामान चोरी हुआ। मुंबई पुलिस के मुताबिक अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और आरोपियों को पकड़ने की कोशिश जारी है।
समारोह में देवेन्द्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वहीं शिवसेना के एकनाथ शिंदे और NCP नेता अजित पवार ने डिप्टी CM के रूप में शपथ ली। इस समारोह में PM मोदी समेत उद्योग, सिनेमा और राजनीति के बड़े नाम मौजूद थे।
कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए आसपास 4000 से ज्यादा पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। पुलिस का कहना है कि सोने की चेन, फोन और पर्स चुराने वाले चोरों ने कार्यक्रम के गेट नंबर दो से बाहर निकल रहे लोगों का फायदा उठाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के जॉर्ज जैकब कूवाकाड को रोमन कैथोलिक चर्च का कार्डिनल बनाए जाने पर खुशी जताई। उन्होंने X पर लिखा- जॉर्ज ने प्रभु ईसा मसीह के उत्साही अनुयायी के रूप में मानवता की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया है। उनके भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं।
वेटिकन में एक भव्य समारोह में पोप फ्रांसिस ने उन्हें प्रमोट करते हुए कार्डिनल बनाया। यह एक धार्मिक नियुक्ति है। कूवाकाड पहले भारतीय पादरी हैं जिन्हें सीधे इस पद पर नियुक्त किया गया है।
सेंट पीटर्स बेसिलिका में आयोजित इस समारोह में दुनिया भर से पादरी शामिल हुए थे। कूवाकाड के साथ 21 और कार्डिनल्स को भी यह पद दिया गया है। कूवाकड की नियुक्ति के साथ ही भारतीय कार्डिनल्स की संख्या अब 6 हो गई है।
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कठुआ में दिखे हथियारबंद आतंकी, ...2 पुलिसकर्मियों ने एक-दूसरे को गोली मारी, ... उग्रवादी गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास कंडी इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। गांव वालों ने इलाके में संदिग्ध गतिविधियां देखने के बाद सुरक्षाबलों को इसकी सूचना दी थी। जिसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। कठुआ पुलिस के मुताबिक इलाके पर हवाई निगरानी भी की जा रही है, लेकिन अभी तक संदिग्ध व्यक्तियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
2 पुलिसकर्मियों ने एक-दूसरे को गोली मारी
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में एक पुलिस वैन में रविवार सुबह 2 पुलिसकर्मी मृत पाए गए। उधमपुर पुलिस के मुताबिक सुबह करीब 6.30 बजे काली माता मंदिर के बाहर पुलिस वैन के अंदर पुलिसकर्मियों के गोलियों से छलनी शव पड़े देखे गए।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि ये आपसी रंजिश से जुड़ा मामला था। पुलिस कर्मियों ने एक-दूसरे को गोली मार दी। दोनों कश्मीर से सब्सिडियरी ट्रेनिंग सेंटर, तलवाड़ा, रियासी जा रहे थे। इस घटना में एक और पुलिसकर्मी घायल हुआ है, जिसका इलाज जारी है। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच जारी है। पढ़ें पूरी खबर...
2 लोगों को किडनैप करने की काशिश कर रहा उग्रवादी गिरफ्तार
मणिपुर पुलिस ने इंफाल के थंगल बाजार इलाके में अपहरण की कोशिश नाकाम कर दी और दो लोगों को बचा लिया गया। इसमें कहा गया कि प्रतिबंधित कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (ताइबांगनगांबा) संगठन से जुड़े उग्रवादी तेनसुबाम बंगकिम को शनिवार को इस घटना के सिलसिले में इंफाल पश्चिम जिले से पकड़ा गया। उग्रवादी के पास से एक 9 एमएम पिस्तौल, सात कारतूस और एक चार पहिया वाहन भी जब्त किया गया।
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महाराष्ट्र में 103 किसानों को वक्फ बोर्ड का नोटिस:300 एकड़ जमीन पर दावा किया
मुंबई। महाराष्ट्र में किसानों ने आरोप लगाया है कि राज्य वक्फ बोर्ड उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। दरअसल, करीब 300 एकड़ जमीन पर दावे का मामला महाराष्ट्र स्टेट वक्फ ट्रिब्यूनल में चल रहा है। इस संबंध में बोर्ड ने लातूर के 103 किसानों को नोटिस भेजा है। मामलें में दो सुनवाई हो चुकी हैं। अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होनी है।
इस पर किसानों ने दावा किया है कि यह वक्फ की संपत्ति नहीं है, उनकी पुश्तैनी जमीन है। वे पीढ़ियों से इस पर खेती करते आ रहे हैं। किसानों ने महाराष्ट्र सरकार से न्याय दिलाने की अपील की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष समीर काजी ने इससे इनकार किया है। उन्होंने मीडिया को बताया कि बोर्ड की तरफ से किसी को नोटिस नहीं भेजा गया है। किसी जमीन पर दावा भी नहीं किया गया है। एक व्यक्ति ने ट्रिब्यूनल में अपील की है, सिर्फ उसे नोटिस भेजा गया है।
मोदी सरकार वक्फ बोर्ड कानून में बदलाव करना चाहती है मोदी सरकार वक्फ बोर्ड एक्ट में करीब 40 बदलाव करना चाहती है। इसी साल मानसून सत्र में 8 अगस्त को लोकसभा में वक्फ बिल पेश किया था। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इसे मुस्लिम विरोधी बताया था। विपक्ष की आपत्ति और विरोध के बाद ये बिल लोकसभा में बिना किसी चर्चा के जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) को भेज दिया गया।
इसकी अध्यक्षता भाजपा सांसद जगदंबिका पाल कर रहे हैं। JPC में 31 सदस्य हैं, जिसमें लोकसभा से 21 और राज्यसभा से 10 मेंबर हैं। JPC को सभी हितधारकों से चर्चा कर रिपोर्ट तैयार करनी है, जिसे शीतकालीन सत्र में पेश करने को कहना गया था।
JPC की 8 बैठक हो चुकी हैं। 8वीं बैठक में 28 नवंबर को JPC का कार्यकाल बढ़ाने का फैसला किया गया। इसके बाद JPC की रिपोर्ट 2025 के बजट सत्र के अंतिम दिन तक पेश करने की बात कही गई है।

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दरभंगा। बिहार के दरभंगा जिले में राम विवाह की झांकी पर पथराव के बाद बवाल हो गया। विवाह पंचमी के मौके पर तरौनी गांव से निकाली जा रही झांकी एक मस्जिद के पास पहुंची तो जुलूस पर पथराव शुरू हो गया। इसके बाद दोनों गुटों की तरफ से ईंट-पत्थर फेंके जाने लगे। शुक्रवार शाम को देखते ही देखते हालात इतने बिगड़ गए कि जिस गली से विवाह पंचमी की बारात निकलनी थी, वहां पत्थर-ही पत्थर नजर आने लगे।
एक पक्ष दूसरे पक्ष के आमने-सामने आ गए और जमकर लाठी डंडे और पत्थरबाजी हुई। इसमें कई लोगो को चोटें भी आई हैं। इसके बाद भारी संख्या में पहुंची पुलिस ने दोनों पक्ष से बात कर हालात पर काबू किया। अब भी इलाके में तनाव है। इसको लेकर पुलिस अलर्ट मोड में है।
दरभंगा में माहौल खराब करने की कोशिश नगर थाना के बाजीतपुर इलाके में की गई है। जहां एक मस्जिद के पास वाले मोड़ पर रामविवाह के जुलूस के पहुंचते ही दूसरे समुदाय के लोगों ने पहले तो बारात को रोक दिया। इसके बाद पत्थरबाजी करने लगे।
दरभंगा में जिस विवाह पंचमी के जुलूस पर पथराव किया गया है। उसके बारे में लोगों का कहना है कि पिछले बीस साल से भी अधिक समय से यहां राम विवाह की बारात निकलती है। इसके पहले कभी ऐसा उपद्रव नहीं हुआ लेकिन इस बार अचानक मस्जिद के पास बारात पहुंचते ही पथराव शुरू कर दिया गया।
पुलिस पत्थरबाजों की पहचान के लिए अब सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। जिला प्रशासन के अधिकारी इलाके में कैंप कर रहे हैं। दोनो पक्षों से बात कर रहे हैं।
प्रशासन का दावा है कि दरभंगा में पथराव के बाद हालात काबू में हैं लेकिन हिंसा क्यों भड़की? आखिर वो कौन लोग हैं? जो मिथिला में राम विवाह की झांकी पर पथराव कर माहौल खराब करने की कोशिश में लगे थे। इसकी जांच हो रही है।
एसडीएम विकास कुमार ने कहा कि राम विवाह झांकी मस्जिद के पास से वापस चली गई। इसी दौरान किसी बात को लेकर दो समुदाय के बीच कुछ बहस हुई। इसके बाद मामला बिगड़ गया। समय रहते स्थिति पर काबू कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि CCTV फुटेज खंगालकर दोषियों को चिन्हित कर सख्त सजा दी जाएगी।
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तेलंगाना में हादसा : तेज रफ्तार कार बेकाबू होकर झील में गिरी, पांच की मौत
हैदराबाद। तेलंगाना के यदाद्रि-भुवनगिरी जिले में एक कार के शनिवार को झील में गिर गई। इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि यह घटना उस दौरान हुई जब 6 युवक हैदराबाद से यदाद्रि-भुवनगिरी जिले की ओर जा रहे थे। उसने बताया कि सभी युवकों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है।
पुलिस ने बताया कि कार की रफ्तार बहुत तेज थी और एक मोड़ पर चालक द्वारा वाहन पर से नियंत्रण खो दिया, जिसके बाद कार सीधे झील में गिर गया। उसने बताया कि कार में मौजूद 6 लोगों में से एक व्यक्ति खिड़की का शीशा तोड़कर बाहर निकलने में कामयाब रहा, लेकिन कार सवार पांच लोग झील में डूब गए।
इधर, हादसे के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव दल ने झील में डूबी कार को बाहर निकाला जिससे पांच शव बरामद हुए. मृतकों की पहचान कर उनके परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है। शुरुआती जांच में पुलिस ने पाया कि तेज रफ्तार और मोड़ के पास ड्राइवर द्वारा वाहन पर से नियंत्रण खोने की वजह से यह दुर्घटना हुई है।

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जंगल में नक्सली चला रहे थे बंदूक बनाने की फैक्ट्री, मिले कई घातक हथियार
नारायणपुर। सुरक्षा बलों को नारायणपुर जिले के कोहकामेटा क्षेत्र में नक्सलियों की हथियार फैक्ट्री ध्वस्त करने में सफलता मिली है। नक्सलियों के खिलाफ चलाए अभियान में जवानों ने कई सामग्री भी बरामद की है। जब्त किए गए सामान में बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) व बंदूक बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली हथियार बनाने की मशीन सहित कई सामान जब्त किया गया है।
पुलिस के अनुसार नारायणपुर के थाना सोनपुर- कोहकामेटा क्षेत्र के ग्राम वाला, कोंगे, कान्दुलपाड़, पांगुड़ व आसपास के क्षेत्रों में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर दो दिसंबर को डीआरजी व बीएसएफ की संयुक्त पार्टी को अभियान पर भेजा गया था।
सर्चिंग के दौरान तीन दिसंबर को वाला-पांगुड़ के जंगल में सुरक्षा बलों को बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) व भरमार बंदूक बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली हथियार बनाने की मशीन सहित रसोई गैस सिलेंडर, वेल्डिंग गैस सिलेंडर, फोल्डेबल चेयर, डेटोनेटर, नक्सली वर्दी, पिट्ठू बैंग, सोलर प्लेट, बड़ी संदुके, तेल टिन, साबून एवं भारी मात्रा में नक्सल साहित्य सहित अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामग्री मिली है

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बीजापुर। बीजापुर जिले में नक्सलियों ने 2 दिसंबर को दो पूर्व सरपंचों की अपहरण कर हत्या कर दी गई। इसमें भैरमगढ़ थाने के बिर्याभूमि गांव से पूर्व सरपंच सुखलु फर्सा और नैमेड थाने के मुरगा बाजार से कादर के पूर्व सरपंच सुखराम अवलाम शामिल हैं। इसके साथ ही, नक्सलियों ने बीजेपी से जुड़े नेताओं को पार्टी से दूरी बनाए रखने की चेतावनी भी दी है। सरपंचों को नक्सलियों ने किडनैप कर लिया था। सरपंच सुखलु फर्सा के शव के साथ नक्सलियों ने एक नोट भी रखा था, जिसमें कहा गया कि उन्हें कई बार बीजेपी से दूरी बनाने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने यह बात नहीं मानी।
माओवादी संगठन के भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। माओवादियों का कहना है कि उन्होंने पूर्व सरपंच को पार्टी से दूरी बनाने की तीन बार चेतावनी दी थी, लेकिन उनके आदेश के उल्लंघन के बाद, नक्सलियों ने चौथी बार में उनकी हत्या करने का फैसला किया। आपको बता दे की नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ बीजेपी को टारगेट करते हुए यह चेतावनी दी कि या तो नेता बीजेपी छोड़कर पार्टी से दूरी बनाएं, या फिर उनकी हत्या कर दी जाएगी।
अपहरण के बाद, पूर्व सरपंच सुखलु फर्सा की बेटी यामिनी फर्सा ने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट भी किया था। इस पोस्ट के जरिये उन्होंने अपने पिता की सुरक्षित रिहाई की गुहार लगाई, लेकिन नक्सलियों ने उनकी अपील को अनसुना कर दिया और सुखलु फर्सा की हत्या कर दी।
बीजापुर जिले के एडिशनल पुलिस इंस्पेक्टर चंद्रकांत गोवरना ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर एक टीम को मौके पर भेजा गया है, जो आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी करेगी। इस घटना के बाद इलाके में डर का माहौल बन गया है और प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। वहीं, नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।
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शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़े बैरिकेड, कंटीले तार भी उखाड़े, किसानों पर बरसाए आंसू गैस के गोले
हरियाणा। पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर 9 महीने से कैंप लगा कर धरना दे रहे किसानों ने, दिल्ली की ओर कूच शुरू कर दी है। इसमें 101 किसान पैदल अंबाला की ओर बढ़ते हुए दो बैरिकेड पार कर चुके हैं। हालांकि, अब उन्हें हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री फॉर्स द्वारा बैरिकेड्स पर रोक दिया गया है। शंभू बॉर्डर पर रोकने के बाद किसानों ने बैरिकेड्स और कंटीले तार हटाते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें चेतावनी देते हुए, आंसू गैस के गोले दागे। इससे अब तक 7 किसान घायल हो गए हैं।
किसान MSP, कर्ज माफी और पेंशन जैसी मांगों को लेकर 13 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे हैं। हरियाणा सरकार ने उनके मार्च को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इस प्रदर्शन को देखते हुए, हरियाणा के गृह सचिव सुमिता मिश्रा ने पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के पास अंबाला के 11 गांवों में इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश दिया है।
हरियाणा पुलिस की तरफ से छोड़े गए आंसू गैस के गोलों के कारण अब तक 7 किसान घायल हो चुके हैं। जत्थे का नेतृत्व कर रहे सुरजीत फूल भी आंसू गैस के प्रभाव में आ गए। दो किसानों की हालत गंभीर होने पर उन्हें एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया। वहीं किसान आंसू गैस के गोलों से बचने के लिए गीली बोरी भी साथ लेकर आए हैं, ताकि गोले के गिरते ही उस पर गीली बोरी फेंक कर धुएं से बच सकें।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “हमें शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाने की अनुमति मिलनी चाहिए और हमारी मांगों को लेकर सरकार को हमसे संवाद करना चाहिए। हमारी ओर से बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है। हमने बार-बार कहा है कि अगर सरकार बातचीत करना चाहती है, तो हमें केंद्र सरकार, पंजाब या हरियाणा के सीएम ऑफिस की तरफ से लेटर दिखाया जाए।”
किसानों ने सुरक्षाकर्मियों द्वारा लगाई गई लोहे की जाली को घग्गर नदी पर बने पुल से नीचे गिरा दिया। हरियाणा सीमा पर हालात को नियंत्रित रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ डिप्टी कमिश्नर ने अगले आदेश तक पैदल, वाहन या किसी अन्य माध्यम से मार्च ना करने का आदेश दिया है।
यहां तीन स्तर की बैरिकेडिंग की गई है। किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने सीमेंट की पक्की दीवार खड़ी कर रखी है। शंभू बॉर्डर पर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के लगभग 1,000 जवान तैनात हैं। साथ ही स्थिति को संभालने के लिए वज्र वाहन और एंबुलेंस भी तैनात किए गए हैं।
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एक्सप्रेस वे में हुआ भीषण हादसा, बस पलटने से 8 की मौत, 19 घायल गंभीर
कन्नौज। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर एक बार फिर बड़ा हादसा हो गया है. आगरा की तरफ जा रही डबल डेकर बस अचानक से पलट गई. इस घटना में 8 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. वहीं 19 से ज्यादा लोग घायल हैं. यह हादसा कन्नौज के पास औरैया बॉर्डर पर हुआ है. घायलों को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है।
बता दें कि डबल डेकर बस लखनऊ से आगरा की तरफ आ रही थी. कन्नौज के पास बस अचानक से बेकाबू होकर डिवाइडर से टकरा गई. इस दौरान बस अचानक से पलट गई और अंदर बैठे 8 यात्रियों की जान चली गई. 19 से ज्यादा यात्री बुरी तरह से घायल हैं. सभी यात्रियों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
खबरों की मानें तो जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी उसी रास्ते से गुजर रहे थे. बस का एक्सीडेंट होते देख मंत्री ने अपनी गाड़ी रुकवाई और सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाने का आदेश दिया. यात्रियों ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि बस लोगों से खचाखच भरी हुई थी. कई लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बस जहां टकराई, वहां एक टैंकर भी मौजूद था. जोरदार टक्कर के कारण टैंकर में आग लग गई. इस घटना के बाद से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई. आसपास मौजूद लोगों ने फौरन बचाव कार्य शुरू किया. पुलिस को इसकी सूचना दी गई. हादसे के कारण लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस पर भी जाम लग गया था. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बस को कब्जे में लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

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मुंबई। NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस को एक चौकाने वाला बयान दिया है। एक बड़ा खुलासा करते हुए आरोपी ने कहा कि बाबा सिद्दीकी के पहले उनकी हिट लिस्ट में सलमान खान शामिल थे। एक्टर की सिक्योरिटी ज्यादा होने और बाबा सिद्दीकी एक आसान टारगेट होने के कारण उन्हें अपना प्लान बदलना पड़ा।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि आरोपी ने पुलिस कस्टडी में पूछताछ के दौरान ये जानकारी दी है। अब इस केस में एक नया मोड़ आ गया है, क्योंकि यह घटना न केवल एक राजनीतिक नेता के मर्डर की है, बल्कि इसमें एक हाई-प्रोफाइल बॉलीवुड स्टार का भी नाम सामने आया है।
पुलिस पूछताछ में बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपी ने खुलासा किया है कि उनकी टीम ने पहले सलमान खान को निशाना बनाने का प्लान किया था। इसके लिए उन्होंने सलमान के घर की रेकी भी की, लेकिन उनकी सिक्योरिटी बहुत ज्यादा थी। दरअसल, सलमान हमेशा बुलेटप्रूफ कार से आना- जाना करते हैं और बॉडीगार्ड से घिरे हुए रहते हैं। इससे सलमान तक पहुंचना उनके लिए काफी मुश्किल था, जिस वजह से उन्होंने बाबा सिद्दीकी को टारगेट किया।
12 अक्टूबर की रात बाबा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे बेटे जीशान के बांद्रा में बने दफ्तर में थे। बाहर निकलते ही उन पर 6 गोलियां चलाई गई थी।
पिछले कुछ सालों से लगातार सलमान खान को जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम से धमकियां मिल रही हैं। दरअसल, 1998 में हुए काले हिरण के शिकार के मामले में बिश्नोई समुदाय सलमान खान नाराज है। इस विषय में लॉरेंस ने एक TV इंटरव्यू में सलमान को मारने की धमकी भी दी थी। NIA ने कहा था कि सलमान उन 10 लोगों की लिस्ट में टॉप पर हैं, जिन्हें जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस ने मारने की धमकी दी थी।
बुधवार रात को मुंबई के दादर में एक अनजान व्यक्ति ने सलमान की फिल्म के शूटिंग एरिया में बिना परमिशन एंट्री ले ली। क्रू के द्वारा रोके जाने पर उसने सलमान खान के सामने कहा- बिश्नोई को बोलूं क्या। इसके बाद सलमान की सिक्योरिटी ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह मुंबई का ही रहने वाला है।
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शादी का झांसा देकर साधू बाबा करता रहा अय्याशी, अश्लील तस्वीरें आई सामने
अहमदाबाद। शहर में एक बार फिर धर्मगुरु पर विवादित आरोप लगे हैं. सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय एक साधु, गोविंद गिरि, पर गुजरात की महिला जो ट्रांसजेंडर थी और सेक्स चेंज सर्जरी करवा चुकी है, ने यौन शोषण और ठगी का गंभीर आरोप लगाया है. महिला का दावा है कि साधु ने शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और बाद में उसे धोखा देकर पैसे ठग लिए. बाबा की अश्लील तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गई हैं।
महिला ने बताया कि वह गोविंद गिरी को काफी समय से जानती थी और दोनों के बीच काफी नजदीकी थी. सोशल मीडिया पर दोनों के कई वीडियो वायरल हैं, जिनमें वे साथ में घूमते-फिरते और एक-दूसरे को प्यार जताते दिख रहे हैं। हालांकि, महिला का आरोप है कि साधु ने उसके साथ विश्वासघात किया और उसे धोखा दिया।
महिला ने बापोड पुलिस स्टेशन में साधु गोविंदगिरि के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. साधु गोविंद गिरी ने अपने बचाव में कहा कि दोनों के बीच आपसी सहमति से संबंध थे और महिला के आरोप निराधार हैं. उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश है.
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संसद में काली जैकेट पहनकर पहुंचे विपक्षी, मोदी-अडाणी पर जमकर की नारेबाजी
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र का आज आठवां रहा. इस मौके पर विपक्षी सांसद काली जैकेट पहनकर संसद पहुंचे और गली-गली में शोर है, मोदी-अडाणी चोर हैं के नारे लगाए. संसद की पिछली 7 कार्यवाहियों में संभल हिंसा, मणिपुर हिंसा, किसानों की मांग का मुद्दा व अडाणी मामला सबसे ज्यादा चर्चा में रहा. विपक्षी सांसदों के साथ राहुल व प्रियंका गांधी भी शामिल हुए. विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी करते हुए ये भी कहा कि स्कूल देखो, अडाणी, सड़कें देखो, अडाणी ऊपर देखो अडाणी नीचे देखो, अडाणीश् के नारे लगाए।
प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आप कभी इन्वेस्टीगेशन कराओगे, आप करा सकते हो अपना ही इन्वेस्टीगेशन, मोदी, अडाणी की जांच नहीं करा सकते. क्योंकि मोदी, अडाणी की जांच कराएंगे तो अपनी ही जांच कराएंगे. मोदी और अडाणी दो नहीं, एक हैं. वहीं टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद बोले हर पार्टी की अपनी रणनीति होती है, लेकिन फ्लोर ऑफ द हाउस पर हम सब एक ही हैं. पश्चिम बंगाल सरकार को पांच साल से पैसा नहीं मिला. यह 1.83 लाख करोड़ है. यह आवास, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा का पैसा है. हम इस पर चर्चा करना चाहते हैं।
देश में खाद की किल्लत है, हम इस पर चर्चा करना चाहते हैं. बेरोजगारी, महंगाई, बांग्लादेश की स्थिति.. इसे कोई नहीं देखना चाह रहा. आलू व चावल जो 140 करोड़ लोग खाते हैं. इस पर सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया. भले ही हम पार्लियामेंट में अलग-अलग बैठे हैं लेकिन चर्चा तो देश के लिए करते हैं. इस मौके पर पंजाब कांग्रेस प्रमुख व सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल पर फायरिंग अकाली दल को खत्म करने की साजिश है. ये तो लोग बताएंगे, मुझे लगता है कि ऐसी कोई व्यक्तिगत बात नहीं है. जिसने ये किया, वह कौन है, वह किस संस्था का है, किसी ने किस बात को लेकर ऐसा किया, इसकी जांच होनी चाहिए. हम सभी ने कहा कि ये बुरा हुआ. अब इसमें अकाली दल को खत्म करने की बात कहां से आ गई।
भाजपा सांसद और वक्फ अमेंडमेंट बिल पर बनी जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि राहुल गांधी संसद की कार्यवाही छोड़कर संभल जाना चाह रहे थे. उन्हें सत्र में मौजूद रहना चाहिए था. संभल में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई प्रशासन हालात सामान्य करने में जुटा है. प्रशासन जनप्रतिनिधियों से वहां न आने की अपील कर रहा है. अगर आपको शांति की अपील करनी है तो यहां से भी कर सकते हैं. संसद का सत्र चल रहा है अगर उन्हें यह विषय महत्वपूर्ण लग रहा था तो इसे यहां उठा सकते थे. उन्हें सदन चलाने में दिलचस्पी नहीं है।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कुल 16 विधेयक पेश किए जाने हैं. इनमें से 11 विधेयक चर्चा के लिए रखे जाएंगे. जबकि 5 कानून बनने के लिए मंजूरी के लिए रखे जाएंगे. वन नेशन वन इलेक्शन के लिए प्रस्तावित विधेयकों का सेट अभी सूची का हिस्सा नहीं है हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सरकार इसे सत्र में ला सकती है।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन में विपक्षी सांसदों के संसद गेट पर प्रदर्शन न करने की अपील की. स्पीकर ने कहा कि उन्हें कई महिला सांसदों की शिकायत मिली है. उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. गौरतलब है कि अडाणी मुद्दे पर इंडिया ब्लॉक के नेता मकर द्वार पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
बॉयलर विधेयक 2024-केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय पीयूष गोयल ने राज्यसभा में बॉयलर विधेयक पेश किया था. ये 100 साल पुराने मूल कानून को निरस्त करेगा. बॉयलर विधेयक 2024 बॉयलर गतिविधियों से संबंधित कुछ अपराधों को अपराध की कैटेगरी से बाहर करने के लिए है. इस विधेयक में बॉयलर में काम करने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रावधान हैं।
लोकसभा में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे (संशोधन) विधेयक 2024 पेश किया. ये बिल पुराने विधेयक रेलवे अधिनियम 1989 को संशोधित करेगा. ये बिल रेलवे के डेवलपमेंट, ऑपरेशन व अन्य विभागों में नए नियमों से जुड़ा है।

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हैदराबाद। पुलिस ने बताया कि बुधवार रात को संध्या थिएटर में फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए अल्लू अर्जुन आए थे। थिएटर के बाहर आरटीसी एक्स रोड पर इकट्ठा हुए फैंस अल्लू अर्जून से मिलना चाहते थे।
इसी दौरान अचानक भगदड़ मच गई। धक्का-मुक्की के कारण कई लोग एक-दूसरे पर गिर गए। कुछ लोग घायल भी हुए। स्थिति को कंट्रोल में लाने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया।
भीड़ कम होने के बाद पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती किया। डॉक्टर ने 1 महिला को मृत घोषित कर दिया। फिलहाल मृतक महिला की पहचान नहीं हो पाई है। 3 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
घटना के कई वीडियो भी सामने आए हैं। इसमें अल्लू अर्जुन के फैंस को बेहोशी के हालात में देखा गया। पुलिस ने उन्हें होश में लाने की कोशिश की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्क्रीनिंग के दौरान अल्लू अर्जुन समय पर नहीं पहुंचे थे। इस वजह से फैंस की भीड़ और बढ़ती चले गई। अल्लू के कार्यक्रम के अंत के समय जब संध्या थिएटर पहुंचे तो उन्हें देखने के लिए फैंस बेकाबू हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौके पर तैनात सिक्योरिटी और पुलिस जवानों की संख्या भी उतनी नहीं थी, जितनी सिचुएशन को संभालने के लिए जरूरी थी।
पुष्पा-2 500 करोड़ रुपए के बजट में बनी है। यह फिल्म आज यानी 5 दिसंबर को रिलीज हुई। सेंसर सर्टिफिकेट में कहा गया है कि फिल्म का रनटाइम 3 घंटे 20 मिनट और 38 सेकंड (200.38 मिनट) है। फिल्म के पहले पार्ट पुष्पा का रनटाइम 2 घंटे 59 मिनट का था।
यह फिल्म तमिल, तेलुगु, हिंदी, कन्नड़, बंगाली और मलयाली भाषा में रिलीज हुई है। ये पहली पैन इंडिया फिल्म है, जो बांग्ला में भी रिलीज हुई है। फिल्म को स्टैंडर्ड, 3D, IMAX, 4DX, D-BOX फॉर्मेट में रिलीज किया गया है।
पुष्पा 2 के मेकर्स ने क्लाइमैक्स अलग-अलग शूट किए हैं। ताकि फिल्म से जुड़ा कोई स्पॉयलर लीक न हो। शूट किए गए सभी क्लाइमैक्स में से मेकर्स कौन सा फाइनल करेंगे, इसकी जानकारी सेट पर किसी को नहीं दी गई थी। साथ ही सेट पर नो फोन पॉलिसी भी रखी गई थी।
अल्लू अर्जुन ने साल 2019 में पुष्पाः द राइज (पहला पार्ट) की शूटिंग शुरू की थी। इस वक्त डायरेक्टर सुकुमार ने अनाउंस कर दिया था कि इस फिल्म को दो पार्ट में रिलीज करेंगे। वे 2021 में पहले पार्ट और 2022 में दूसरे पार्ट को रिलीज करना चाहते थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तो अल्लू अर्जुन और डायरेक्टर सुकुमार के बीच मतभेद के चलते फिल्म की शूटिंग बीच में रोकनी पड़ी थी। 2 साल लेट होने के बाद फिल्म 15 अगस्त को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इसे फिर से पोस्टपोन कर दिया गया था।
2021 में रिलीज हुई ‘पुष्पा: द राइज’ साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म थी। सभी वर्जन मिलाकर इस फिल्म ने इंडिया में 313 और वर्ल्डवाइड 350 करोड़ रुपए का बिजनेस किया था। यह सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तेलुगु फिल्मों की लिस्ट में छठे नंबर पर है।
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पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर फायरिंग
चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल (बादल) के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल आज सुबह बाल-बाल बच गए। अमृतसर में दरबार साहिब के बाहर धार्मिक सजा भुगत रहे सुखबीर बादल पर गोली चलाने वाले व्यक्ति को सेवादारों ने दबोच लिया। इस घटना से दरबार साहिब में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद अमृतसर में दरबार साहिब की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने दो दिसंबर को सुखबीर समेत पूर्व अकाली मंत्रियों को धार्मिक सजा सुनाई थी।
आज सुखबीर बादल व्हील चेयर पर सेवादार का चोला पहनकर, हाथ मे बरछा लेकर दरबार साहिब के मुख्य दरबार के बाहर दरबान बनकर बैठे थे। इसी दौरान संगत के साथ दल खालसा के नारायण सिंह चौड़ा पहुंचे। उन्होंने रिवाल्वर निकाली और सुखबीर की तरफ तान दी। यह देख अन्य सेवादार चौड़ा की तरफ लपके। इस क्रम में गोली चल गई। सुखबीर के सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें अपने घेरे में ले लिया।
अमृतसर के एडीसीपी हरपाल सिंह के अनुसार आरोपी दल खालसा से संबंधित बताया जा रहा है। पुलिस को पहले से इस तरह की घटना का अंदेशा था। संदिग्धों की सूची में आरोपित का नाम भी था। उसे पकड़ लिया गया है और पूछताछ जारी है। इस घटना पर पूर्वमंत्री एवं अकाली दल प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि मैं सच्चे पादशाह का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने अपने सेवक (सुखबीर सिंह बादल) के सिर पर हाथ रख दिया और वे बच गए। उन्होंने कहा कि यह निंदनीय है। दरबार साहिब के बाहर एक सेवक पर हमला होना गलत है। मुख्यमंत्री मान को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
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104 साल का बुजुर्ग 36 साल बाद जेल से छूटा:सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी, 1988 से जेल में थे
मालदा। पश्चिम बंगाल में 104 साल के बुजुर्ग 36 साल जेल की सजा काटने के बाद रिहा हुए हैं। 29 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद रसिक चंद्र मंडल मंगलवार (3 नवंबर) को मालदा करेक्शनल होम से बाहर आए।
उन्हें 1988 में भाई की हत्या के आरोप में न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। 1994 में ट्रायल कोर्ट ने उन्हें दोषी करार करते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
मंडल ने अपने जीवन के आखिरी दिन परिवार के साथ बिताने के लिए रिहाई की मांग की थी। जेल से बाहर निकलकर उन्होंने कहा कि वह जिंदगी के बचे हुए दिन बागवानी और पौधों का ध्यान रखने में बिताएंगे।
मालदा के रहने वाले रसिक चंद्र मंडल ने जमीनी विवाद के चलते भाई की हत्या की थी। 1988 में 68 साल की उम्र में उन्हें ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया। 1994 में ट्रायल कोर्ट ने दोषी पाते हुए उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई। मंडल ने ट्रायल कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की। 2018 में हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा।
2019 में मंडल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी ट्रायल कोर्ट और हाईकोर्ट की तरह सजा को बरकरार रखा। उम्र संबंधी बीमारियों के चलते 14 जनवरी 2019 को उन्हें सुधार गृह भेज दिया गया। इसके बाद 2020 में मंडल ने उम्र संबंधी बीमारियों और परिवार के साथ आखिरी समय बिताने की इच्छा का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट में रिट पिटिशन दाखिल कर रिहाई की मांग की थी।
7 मई 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी किया और करेक्शनल होम के सुपरिनटेंडेंट से मंडल की सेहत और शारीरिक स्थिति के बारे में रिपोर्ट मांगी। 29 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में CJI संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की बेंच ने मंडल को अंतरिम जमानत दे दी।
कानून के हिसाब से आजीवन कारावास की सजा काट रहा व्यक्ति जब 14 साल की सजा पूरी कर लेता है, तो अच्छे व्यवहार, बीमारी, पारिवारिक समस्या या किसी अन्य वैध कारण के आधार पर उसे रिहा किया जा सकता है। हालांकि, यह स्थापित नियम नहीं है कि उसे 14 साल बाद रिहा कर ही दिया जाएगा।
8 जनवरी 2023 को 98 साल के राम सूरत अयोध्या जेल से रिहा हुए थे। किसी पर हमला करने के आरोप में उन्हें 5 साल की सजा हुई थी। जेल अधिकारियों ने रिहाई के समय फूल माला पहनाकर उनका सम्मान किया। वृद्ध राम सूरत को रिहाई के दिन परिवार का कोई सदस्य लेने नहीं आया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया के वे उन्हें गाड़ी से घर छोड़ आएंगे। जेल से रिहाई के समय जेल अधिकारियों ने राम सूरत का फूल माला पहनाकर सम्मान किया।