भोपाल। करोंद स्थित पीले क्वार्टर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां कूड़े के ढेर में एक नवजात शिशु बोरी में बंद मिला। शनिवार देर रात एक टैक्सी चालक ने बच्चे की रोने की आवाज सुनी और उसे तुरंत बचाया। टैक्सी चालक मुश्ताक खान जब गाड़ी रोककर टॉयलेट के लिए रुके, तो उन्हें एक बोरी में हलचल महसूस हुई। शक होने पर उन्होंने जब बोरी खोली, तो उसमें एक नवजात बच्चा मिला। बिना देर किए उन्होंने निशातपुरा पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया।
पुलिस अधिकारी आरपी भारती ने बताया कि नवजात के शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। हालांकि, घटना स्थल के आसपास कोई CCTV कैमरा नहीं है, जिससे बच्चे को वहां छोड़ने वाले का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। अब पुलिस आसपास के रास्तों के फुटेज खंगाल रही है।
बच्चे को कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। डिस्चार्ज होने के बाद उसे बाल कल्याण समिति (CWC) को सौंप दिया जाएगा। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
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13 साल के छात्र ने किया सुसाइड, जातिगत अपमान का आरोप, लात-घूंसों और जूतों से की थी मारपीट
छतरपुर। में एक 13 वर्षीय छात्र ने सुसाइड कर लिया। परिवार का आरोप है कि गांव के ही किराना दुकानदार ने उसका जातिगत अपमान किया था। इसके बाद परिवार ने भीम आर्मी के साथ मिलकर आरोपी की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया, साथ ही सीएसपी को ज्ञापन भी सौंपा।
पीड़ित के पिता किशोरा अहिरवार ने बताया कि उनका बेटा अंशु अहिरवार शनिवार दोपहर को किराना दुकान पर सामान लेने गया था। दुकान में उसने सामान छुआ तो दुकानदार राम शुक्ला ने जातिसूचक गालियां दीं। दुकान का गेट बंद कर उसके साथ लात-घूंसों और जूतों से मारपीट की।
किशोरा अहिरवार ने कहा कि अंशु ने घर आकर छोटे भाई अमित और रामरतन को घटना की जानकारी दी। इसके बाद कमरे में जाकर फांसी लगा ली। परिवार ने आरोप लगाया है कि दुकानदार ने उनके बेटे का जातिगत अपमान किया था, जिसके कारण उसने सुसाइड कर लिया।
आज सुबह अंशु के परिजन और भीम आर्मी के सदस्य शव को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां दोबारा पोस्टमॉर्टम की मांग की। फिर छत्रसाल चौराहे पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने लगे।
मामले की जानकारी लगने के बाद सीएसपी अमन मिश्रा मौके पर पहुंचे। परिजन को कार्रवाई का आश्वासन देकर प्रदर्शन शांत कराया। सीएसपी मिश्रा ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। परिजन के बयान लिए जा रहे हैं। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
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एमपी में पुलिस पर फिर हमला, पुलिस ने भागकर बचाई जान, SI गंभीर घायल
सीहोर मध्यप्रदेश में एक बार फिर पुलिस टीम पर हमला हुआ है। इस बार मामला सीहोर जिले का है जहां इछावर तहसील के एक गांव में पुलिस टीम विवाद की सूचना पर पहुंची थी। पुलिस के पहुंचते ही लोगों ने पुलिस टीम को घेर लिया और हमला कर दिया। हमले में SI गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों को मौके से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।
घटना इछावर तहसील के खेरी गांव की है जहां के रहने वाले कमलेश नाम के युवक ने कुछ दिन पहले गेरूखान गांव की रहने वाली एक युवती से कोर्ट मैरिज की थी और उसे अपने साथ खेरी गांव ले गया था। युवती के परिजन को जब इस बात की जानकारी लगी तो वो इकहट्ठे होकर खेरी गांव पहुंच गए और कमलेश के घर पर हमला बोल दिया। कमलेश के घर पर कोई नहीं था इसी कारण युवती के परिजन घर में तोड़फोड़ कर रहे थे जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी थी।
विवाद की सूचना मिलते ही एसआई रामनारायण धुर्वे दो आरक्षकों के साथ मौके पर पहुंचे तो आरोपी हेमराज, विशाल, गजराज, राहुल और भूरा ने पुलिस पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। जिससे एसआई गंभीर रूप से घायल हो गए। बाकी जवानों ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई। घायल एसआई को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फिलहाल सबी आरोपी फरार हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
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