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प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री के पोस्टर पर कालिख पोतकर लिख दिया आतंकवादी..!

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भोपाल।एमपी की राजधानी भोपाल स्थित सात नम्बर बस स्टाप के पास ही सुभाष एक्सीलेंस स्कूल के सामने बस स्टॉप पर लगे एक पोस्टर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की तस्वीर पर अज्ञात सामाजिक तत्वों ने कालिख पोत दी. यहां तक कि प्रधानमंत्री की तस्वीर पर आतंकवादी लिखने के साथ ही कुछ भद्दे कमेंट्स भी लिख दिए.
इस बात की जानकारी लगते ही नगर निगम के कर्मचारी पहुंचे और उन्होंने पोस्टर पर लगी कालिख को साफ किया. एक पोस्टर जब साफ नहीं हुआ तो नगर निगम कर्मचारी उसे उखाड़ कर अपने साथ ले गए. फिलहाल प्रशासन इस बात का पता करने में जुटा है कि यह आपत्तिजनक कृत्य किसने किया है.
बताया गया है कि सात नम्बर बस स्टॉप के पास देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री के पोस्टर लगाए गए है, जिनमें देश के विकास के बारे में लिखा गया है. इन पोस्टर पर अज्ञात तत्वों ने मौका पाकर कालिख पोतकर आंतकवादी लिख दिया. आज सुबह जब लोग निकले तो उनकी नजर पोस्टर पर पड़ गई. देखते ही देखते राह चलते लोगों की भीड़ एकत्र हो गई. जिनके बीच पोस्टर को लेकर तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त हो गई.
पोस्टर पर कालिख पोते जाने की खबर मिलते ही पुलिस, प्रशासन व नगर निगम की टीम मौके पर पहुंच गई. जिसने पोस्टर से कालिख हटाई, एक पोस्टर से कालिख नहीं हटी तो पोस्टर ही उखाड़कर ले गए. इस मामले पर महापौर मालती राय ने कहा कि घटनास्थल पर कैमरे लगे हुए हैं. अधिकारियों ने तुरंत वह पोस्टर हटा दिया है. कैमरों की मदद से यह पहचान की जाएगी कि यह कृत्य किसने किया है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हमारे देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के पोस्टर के साथ ऐसा करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा.

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सहारा जमीन घोटाला का मामला: BJP MLA संजय पाठक की कंपनी पर गड़बड़ी के आरोप, EOW ने की FIR
भोपाल। मध्य प्रदेश में सहारा ग्रुप की जमीन धांधली के मामले में EOW ने FIR दर्ज कर लिया है। भाजपा विधायक संजय पाठक की कंपनी पर गड़बड़ी के आरोप और जमीने बेचकर निवेशकों को पैसे नहीं देकर धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई की गई है। मध्य प्रदेश सपा अध्यक्ष मनोज सिंह यादव ने 15 जनवरी को प्रेसवार्ता कर संजय पाठक, सरकार और सहारा ग्रुप पर मिलीभगत कर धांधली का आरोप लगाया था।
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यह पूरा मामला सहारा समूह की 310 एकड़ जमीन का है, जिसे 90 करोड़ में बेचने का आरोप लगा है। बताया गया कि सहारा ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का उल्लंघन करते हुए सेबी के खाते में राशि जमा नहीं की थी। बल्कि उन पैसों को सहारा इंडिया रियल स्टेट लिमिटेड, सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कार्पोरेशन, निजी शैल कम्पनियों के खातों में डिपोसिट कर दिया था।
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सपा ने आरोप लगाया था कि सहारा समूह की भोपाल के मक्सी में 110 एकड़ जमीन 48 करोड़ में मेसर्स सिनाप रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को, जबलपुर में 100 एकड़ जमीन 20 करोड़ में मेसर्स नायसा देवबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड, कटनी में 100 एकड़ जमीन 20 करोड़ में मेसर्स नायसा देवबिल्ड प्राइवेट लिमिटेड बेची थी। भोपाल के मक्सी की जमीन की कीमत ही सहारा कम्पनी ने साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट के सामने 125 करोड़ रुपए बताई गई थी।
बता दें कि सिनाप रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड का मालिकाना हक पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक संजय पाठक के परिजनों के पास है। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी (आरओसी) में मौजूद दस्तावेजों के मुताबिक, कंपनी के 50% शेयर निर्मला पाठक (माता) और 50% शेयर यश पाठक (पुत्र) के पास है। इस कंपनी के प्रेफरेंशियल शेयर यूरो प्रतीक इस्पात लिमिटेड के पास है।
EOW के मुताबिक, “सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार विक्रय की राशि सेबी (निवेशकों के हित के लिये) के खाते में जमा न करने और आंतरिक रूप से उपयोग करने के कारण साथ ही आशुतोष दिक्षित की शिकायत पर दस्तावेजी साक्ष्य एकत्रित करने हेतु सहारा इंडिया रियल स्टेट कार्पोरेशन, सहारा हाउसिंग कार्पोरेशन इन्वेस्टमेंट समूह के अधिकारी / कर्मचारीगण, सहारा ग्रुप के विक्रय के लिए अधिकृत की गई विभिन्न विक्रेता कंपनियां एवं संबंधित राजस्व अधिकारीगण एवं अन्य के विरूद्ध आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा प्रारंभिक जांच पंजीबद्ध की गई है।”
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63 लाख की डकैती का मास्टर माइंड लगा पुलिस के हाथ, हरियाणा में छिपा बैठा था
सागर। मोतीनगर थाना क्षेत्र में एक माह पहले हुई 63.50 लाख रुपए की डकैती करने वाले मास्टर माइंड को पुलिस ने दबोच लिया है। आरोपी घटना के बाद से ही फरार था, उसने इसी दौरान लूट के रुपयों से नरसिंहपुर से एक कार खरीदी और जगह बदल-बदलकर छिपता रहा। पुलिस के अनुसार आरोपी पिछले 20 दिन से अपने मामा के साथ हरियाणा में फरारी काट रहा था। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी की लोकेशन ट्रेस की और टीम भेजकर उसे व उसके मामा को पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से पूछताछ के लिए 3 दिन की रिमांड पर लिया है। आरोपियों से लूट के रुपयों से खरीदी कार भी पुलिस ने जब्त की है।
पुलिस के अनुसार 21 दिसंबर की सुबह करीब 6 बजे सिंधी कैंप में रहने वाले सुनील लहरवाली की आंख में मिर्ची पाउडर मारकर 63.50 लाख रुपए की लूट हुई थी। वह घर से रुपए लेकर मोपेड से निकले थे, इसी दौरान राहतगढ़ बस स्टैंड स्थित ओवर ब्रिज पर बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने सुनील की शिकायत पर डकैती का मामला पंजीबद्ध करते हुए विवेचना में लिया। पुलिस वारदात में शामिल 10 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। इसके बाद वारदात के बाद से ही फरार चल रहे मुख्य आरोपी रहली क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी 22 वर्षीय अमन उर्फ पूर्वेंद्र पुत्र कन्हैया लाल पटेल व उसके मामा कनेरादेव के रहने वाले 22 वर्षीय पवन पुत्र इमरत पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक आरोपी पप्पू पटेल अब भी फरार है।
मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह राजपूत ने बताया कि आरोपी अमन उर्फ पूर्वेंद्र पटेल डकैती का मुख्य आरोपी है। पुलिस पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से 63.50 में से 47.50 लाख रुपए बरामद कर चुकी है, बाकी रकम अमन के पास थी। डकैती के रुपयों को ठिकाने लगाने में अमन के मामा कनेरादेव निवासी पवन पटेल व पप्पू पटेल ने भी मदद की, इसलिए एफआइआर में उनके नाम भी जोड़े गए हैं। वहीं आरोपी के घर की महिलाओं पर भी मदद करने की आशंका है, जिसको लेकर पूछताछ चल रही है।