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कलेक्ट्रेट परिसर में हंगामा, किसान ने वाहन में लगाई आग, मचा हड़कम्प

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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बड़ी खबर सामने आई है. जहां कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान काम नहीं होने पर गाड़ी में आग लगा दी. घटना के बाद कलेक्ट्रेट में हड़कंप मच गया है. फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है.
जानकारी के मुताबिक, जमीनी विवाद के मामले को लेकर किसान कलेक्ट्रेट में पहुंचा था. जहां उसकी जनसुनवाई नहीं हुई. गुस्से में आकर किसान ने पहले खुद को आग लगानी चाही, इसके बाद फिर उसने किसी पार्टी के महामंत्री की गाड़ी में आग लगा दी.
पुलिस ने तुरंत ही युवक को हिरासत में ले लिया है. घटनास्थल पर पहुंचकर फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया है. युवक को थाने ले जाकर पूछताछ की जा रही है.
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कुत्ते ने भैंस को काटा, लोगों ने पिया दूध, रैबीज के डर से इंजेक्शन लगाने अस्पताल में आया पूरा गांव
ग्वालियर। डबरा क्षेत्र के एक गांव में कुत्ते ने भैंस को काट लिया. इसके बाद कई लोगों ने उस भैंस के दूध का सेव कर लिया. भैंस को कुत्ते के काटने की जानकारी लगते ही हड़कंप मच गया. उस भैंस का दूध पीने वाले 15 लोग रेबीज के खतरे के चलते इंजेक्शन लगवाने मुरार जिला अस्पताल पहुंच गए.
एक साथ इतने सारे मरीजों को देखकर नर्सिंग स्टाफ हैरत में पड़ गया. स्टाफ ने लोगों से पूछा कि उनको कुत्ते ने कहां काटा है, तो वह बोले हमें नहीं काटा भैंस को काटा है, हमने तो सिर्फ दूध पिया है, इसलिए इंजेक्शन लगवाने यहां आए हैं. नर्सिंग स्टाफ ने लोगों को समझाया कि दूध पीने से कोई खतरा नहीं होता, लेकिन लोग नहीं माने और एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने के बाद ही अस्पताल से गए.
जिले में कुत्ते के काटने के मामले बढ़ गए हैं. रोजाना 70 से 80 लोग एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने जेएएच से लेकर जिला अस्पताल तक पहुंच रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग भी लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रहा है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. सचिन श्रीवास्तव का कहना है कि अस्पतालों में रैबीज इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं.
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काटजू अस्पताल के अधीक्षक और डॉक्टर सहित पांच पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के काटजू अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर पर केस दर्ज किया गया है। हॉस्पिटल के अधीक्षक समेत पांच लोगों पर FIR दर्ज की गई है। पुलिस ने सात महीने बाद इन सभी पर गैर इरादतन हत्या के तहत मामला दर्ज किया है। आइए जानते है आखिर पूरा मामला क्या है।
दरअसल, काटजू अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन के दौरान एक महिला की मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि मई 2024 में रीना गौर (38) नसबंदी कराने के लिए सिवनी मालवा से भोपाल आई थी। डॉक्टर उसे सर्जरी के लिए ओटी में ले गए। जैसे सर्जरी शुरू हुई रीना गौर की स्थिति बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।
मृतक के पति अविनाश गौर ने टीटी नगर थाने में सूचना दी थी। पति का आरोप है कि उसे एनेस्थिसिया ओवर डोज दिया गया। इसके बाद मृतिका के शव को पीएम के लिए हमीदिया अस्पताल भेजा गया है। टीटीनगर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
वहीं कोर्ट के आदेश पर टीटी नगर पुलिस ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुनंदा जैन, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर केलु ग्रेवाल और अस्पताल के अधीक्षक प्रवीण सिंह समेत कुल पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन सभी पर गैर इरादतन हत्या के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल टीटीनगर पुलिस इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई