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कोचिंग सेंटर में दो बहनों से दुष्कर्म, एक्स्ट्रा क्लास में बुलाकर संचालक करता था...

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भोपाल। भोपाल के छोला मंदिर थाना क्षेत्र में संचालित एक कोचिंग सेंटर में दो छात्राओं से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। कोचिंग संचालक वीरेंद्र त्रिपाठी दोनों छात्राओं को बदनाम करने और जान से मारने की धमकी देकर पिछले आठ महीने से वारदात को अंजाम दे रहा था।
दोनों छात्राएं मौसेरी बहनें हैं। आरोपित एक्स्ट्रा क्लास के नाम पर दोनों को अलग-अलग समय पर कोचिंग बुलाकर उनके साथ अश्लील हरकतें करता था। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि कहीं उसने कुछ और छात्राओं को तो अपना शिकार नहीं बनाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है
छोला मंदिर थाना पुलिस के अनुसार क्षेत्र की एक कालोनी में रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी कक्षा आठवीं की छात्रा है जबकि उसकी मौसी की 20 वर्षीय बेटी 12वीं में पढ़ती है। दोनों कालोनी में वीरेंद्र त्रिपाठी के कोचिंग सेंटर में पढ़ने जाती थीं। 16 अप्रैल को आठवीं की छात्रा कोचिंग में अकेली थी, तभी वीरेंद्र ने डरा-धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
उसके बाद से वह लगातार पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बना रहा था। पीड़िता ने परेशान होकर इसकी जानकारी उसकी बड़ी बहन को दी। वह 10 अक्टूबर को विरोध जताने छोटी बहन के साथ कोचिंग पहुंच गई। आरोपित ने दोनों बहनों को बंधक बना लिया। धमकाया कि उसने दोनों के फोटो खींच रखे हैं। किसी को कुछ बताया तो बदनाम कर देगा।
इसके बाद उसने बड़ी बहन के साथ भी दुष्कर्म किया। करीब दो महीने तक वह डरा-धमकाकर दोनों का शारीरिक शोषण करता रहा। उसकी करतूतों से परेशान होकर दोनों बहनों ने पूरी बात स्वजन को बता दी। पुलिस ने दोनों बहनों की शिकायत पर अलग-अलग एफआइआर दर्ज की है।
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इटारसी रेलवे बुकिंग कार्यालय में विजिलेंस का छापा, कोष में 4.50 लाख कम मिले, 2 कर्मचारी निलंबित
जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय की जबलपुर ने भोपाल रेल मंडल के इटारसी स्टेशन स्थित बुकिंग कार्यालय पर छापामारी कर साढ़े चार लाख रुपए से अधिक की राशि गायब पाने का मामला उजागर किया है. इस घटना के बाद भोपाल मंडल रेल प्रशासन ने बुकिंग सुपरवाइजर भावना राय व एक महिला बुकिंग क्लर्क को सस्पेंड कर दिया है।
बताया जाता है कि सतर्कता विभाग के अधिकारियों को लंबे समय से इसकी शिकायत मिल रही थी. शिकायत के आधार पर टीम ने कार्यालय में शुक्रवार को दबिश दी. जांच के दौरान टीम ने बुकिंग विंडों में पदस्थ कर्मचारियों की शासकीय और निजी राशि का भौतिक सत्यापन किया, जिसमें गड़बड़ी पाई गई. रेल सतर्कता विभाग की टीम ने इटारसी रेलवे बुकिंग कार्यालय में छापा मारा. इस कार्रवाई के दौरान रेलवे स्टेशन पर संचालित टिकट बुकिंग कार्यालय में जमा होने वाले कैश में 4.50 लाख रुपये कम मिले. जिसके बाद रेल विभाग ने दो महिला कर्मचारियों को निलंबित कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, जांच के दौरान टिकट बिक्री के आंकड़े और कर्मचारियों की निजी राशि का हिसाब गड़बड़ पाया गया. इस दौरान सरकारी कोष में भी करीब 4.50 लाख रुपये कम थे. प्राथमिक जांच के बाद रेलवे ने ऑन ड्यूटी बुकिंग क्लर्क और एक महिला सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया
जबलपुर सतर्कता विभाग के अधिकारियों को लंबे समय से इसकी शिकायत मिल रही थी. शिकायत के आधार पर टीम ने कार्यालय में शुक्रवार को दबिश दी. इस दौरान टीम ने बुकिंग विंडों में पदस्थ कर्मचारियों की शासकीय और निजी राशि का भौतिक सत्यापन किया, जिसमें गड़बड़ी पाई गई.
इस कार्रवाई के बाद रेलवे में हड़कंप मच गया. जांच पूरी होने के बाद विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया. हालांकि कार्रवाई के दौरान मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक भावना अवकाश पर थी, जिन्हें शनिवार को उनके बयान लेने के लिए तलब किया गया था. इसके अलावा राय की जगह मुख्य पार्सल पर्यवेक्षक दीपा मेहरा को बुकिंग का कार्यभार सौंपा गया है.
बताया जाता है कि इटारसी स्टेशन स्थित बुकिंग कार्यालय की सुपरवाइजर व उसका पति भी वहीं पदस्थ है. अनेक बुकिंग स्टाफ पिछले काफी समय से लगातार सुपरवाइजर भावना राय व उसके पति के खिलाफ उनके द्वारा जमा की जा रही राशि में गड़बड़ी कर कम किये जाने की शिकायत की थी. लेकिन भोपाल वाणिज्य विभाग के अधिकारियों द्वारा राय दम्पत्ति पर अपना वरद हस्त बनाये रखा, जिसके चलते साढ़े चार लाख रुपए से अधिक की राशि कम पाई गई है. माना जा रहा है कि इस मामले की जांच में और अधिक राशि के गोलमाल सामने आ सकता है.
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MP में 22 साल बाद प्रत्यक्ष प्रणाली से होंगे छात्र संघ चुनाव
भोपाल। मध्यप्रदेश में 22 साल बाद प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्र संघ चुनाव होंगे। नए साल के शिक्षण सत्र 2025-26 के लिए छात्र संघ चुनावों को लेकर सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। उच्च शिक्षा विभाग के प्रस्ताव में अक्टूबर 2025 चुनाव का उल्लेख किया गया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने बतौर उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए तत्कालीन सरकार से छात्र संघ चुनावों की पैरवी की थी। लिहाजा प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनावों को लेकर कवायद शुरू हो गई है। उधर, प्रदेश के दो प्रमुख छात्र संगठन एनएसयूआई और एबीवीपी भी तैयारी शुरू कर दी हैं। चुनावों को लेकर विभागीय प्रस्ताव में चुनाव की अवधि 15 दिन की निर्धारित की गई है। लंबे अरसे के बाद हो रहे चुनावों को लेकर मुद्दे भी अपग्रेड हैं।
एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने बताया कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार के मामले पटे पड़े हुए हैं। लिहाजा विंग अलग-अलग यूनिवर्सिटी का काला चिट्ठा तैयार कर रही है। इसके अलावा छात्रों के बीच इलेक्शन कैंपेन भी व्यापम घोटाला, पटवारी परीक्षा घोटाला, नर्सिंग घोटाला, भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी, बेरोजगारी, शिक्षा में माफिया राज और बदहाल शिक्षा नीति के आधार पर होगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्र संघ चुनावी की मांग एनएसयूआई द्वारा की जा रही है। लेकिन, अपनी नाकामी छिपाने के लिए छात्र संघ चुनावों से सरकार ने दूरी बनाई।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य महेंद्र ऋतिक मालवीय ने बताया कि एबीवीपी युवा समेत छात्र शक्ति का एक मात्र ऐसा संगठन जो राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करता है। एबीवीपी छात्रों के बीच उनके मुद्दों और समस्याओं को लेकर लगातार सक्रिय रहा है। सरकार नहीं बल्कि छात्र हित ही संगठन के लिए सर्वोपरि है। लिहाजा कई बार पक्ष-विपक्ष की सरकार के खिलाफ हम मुखर भी हुए। उन्होंने बताया कि इस बार के चुनावों में बेहतर शिक्षा नीति, राष्ट्रीय स्तर के संस्थाओं का आधार, छात्र एकता, राष्ट्र समर्पण और रोजगार सृजन जैसे मुद्दों को लेकर छात्रों के बीच लगातार काम कर रहे हैं। बीते चुनावों में भी एबीवीपी एक विचारधारा के रूप में पूरे राष्ट्र के सामने अग्रणी स्थान पर ही रहा है।
प्रत्यक्ष प्रणाली में संबंधित किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी का कोई भी स्टूडेंट किसी भी पद के लिए उम्मीदवार हो सकता है। हर छात्र मतदाता होता है। जबकि अप्रत्यक्ष प्रणाली में संबंधित कक्षा के सभी विषयों में पास हुआ स्टूडेंट ही उम्मीदवार होगा। छात्र-छात्राएं कक्षा प्रतिनिधि (सीआर) के चुनाव में वोट देते हैं। कक्षा प्रतिनिधि मिलकर अन्य पदों में शामिल अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, सह सचिव और विश्वविद्यालय प्रतिनिधि का चुनाव करते हैं।