भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां दो पूर्व सीएमओ सहित 6 नगर पालिका कर्मचारियों पर FIR दर्ज की गई है। इन सभी पर कर्मकार मंडल व संबल योजना के तहत वित्तीय अनियमितताओं और गबन को लेकर कार्रवाई हुई है। भिंड नगर पालिका के वर्तमान CMO यशवंत शर्मा की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।
वर्ष 2021 से 2024 के दौरान सरकारी धनराशि का दुरुपयोग कर निजी लाभ अर्जित किए जाने का आरोप है। आरोपियों ने योजनाओं के लाभार्थियों के नाम पर कूट रचित बैंक खातों के जरिए सरकारी धनराशि का गबन किया। वास्तविक हितग्राहियों को भुगतान न करते हुए अपने लोगों को धनराशि हस्तांतरित की।
इस मामले की जांच कमेटी के प्रतिवेदन व जिला परियोजना समन्वयक और कलेक्टर की जांच मे वित्तीय अनियमितताओं की पुष्टि हुई है। जांच के बाद आरोपियों द्वारा लगभग 3 करोड़ चार लाख रुपए का गबन किए जाने का मामला सामने आया है। नगर पालिका के पूर्व राजस्व निरीक्षक की भी संलिप्तता है, लेकिन उनका निधन हो चुका है।
पुलिस ने राजेंद्र सिंह चौहान (सहायक ग्रेड थ्री), राधेश्याम राजौरिया (ARI), शिवनाथ सिंह सेगर (सेवानिवृत्त ARI), अशोक जाटव (सेवानिवृत्त ARI), तात्कालीन सीएमओ सुरेंद्र शर्मा व तात्कालीन CMO वीरेंद्र तिवारी के खिलाफ नामजद मुकद्दमा दर्ज किया। BNS की धारा 409, 420, 467, 468 व 120 के तहत FIR दर्ज की गई है। फिलहाल पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है।
भानु प्रताप सिंह भदोरिया नगर पालिका उपाध्यक्ष ने कहा कि इस मामले की बारीकी से जांच की जाए तो 5 करोड़ से अधिक का घोटाला पाया जाएगा। अब देखना यह होगा इस मामले में संबंधित अधिकारी कितनी बारीकी से जांच करते हैं और कितने लोगों पर एफआईआर होगी।
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पोती की कातिल दादी को मिली उम्रकैद , जेल में कटेगी बाकी जिंदगी
ग्वालियर । अपर सत्र न्यायालय ने नवजात पोती की गला दबाकर हत्या करने वाली प्रेमलता (51) को उम्रकैद की सजा सुनाई। कोर्ट ने टिप्पणी कर कहा, भ्रूण हत्या की प्रवृत्ति बढ़ने और कन्या संतान की उत्पत्ति को रोकने के किए जा रहे प्रयास को देखते हुए दोषी के प्रति नरम रुख अपनाने की जरूरत नहीं है।
अभियोजन की जांच पर सवाल खड़े कर कहा, यदि उचित रूप से विवेचना की जाती तो दोषी के अतिरिक्त भी घरवालों पर मामला बनने की संभावना थी। अभियुक्त का मेमोरेंडम लेने के बाद पूछताछ नहीं की गई। दोषी ने बचाव में कहा, प्रथम अपराध है। वृद्ध है। एक साल से न्यायिक हिरासत में है। उम्र को देखते हुए सहानुभूति बरती जाए। लेकिन अपर लोक अभियोजक धर्मेन्द्र शर्मा ने तर्क दिया कि नवजात की हत्या समाज के लिए धब्बा है। फांसी की सजा सुनाई जाए।
ये है मामला-23 मार्च 2024 को कमलाराजा अस्पताल में काजल ने दिव्यांग बच्ची को जन्म दिया था। उसका बायां हाथ कोहनी के नीचे से नहीं था। 2 से 3 दिन तक सास प्रेमलता ने बच्ची को अपने पास नहीं लिया। ससुरालवाले भी खुश नहीं थे। 26/27 मार्च की रात नवजात प्रेमलता के पास थी। काजल ने देखने के लिए सास से बेटी को मांगा, लेकिन उसने बच्ची नहीं दी। न उसकी कोई जानकारी दी। 27 मार्च 2024 को डॉक्टर को बच्ची मृत मिली। बच्ची को कंबल के अंदर मार देने की शंका होने पर पंचनामा बनाया गया।
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बदमाशों के साथ भाजपा नेता का निकाला जुलूस, 3 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में पुलिस द्वारा चाकूबाजी की घटनाओं में शामिल दो दर्जन अपराधियों का जुलूस निकालने पर बवाल छिड़ गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस जुलूस में पुलिस ने भाजपा बूथ अध्यक्ष को भी शामिल कर उसे रिकॉर्डधारी अपराधी बता दिया था। एसपी ने मामले में एक्शन लेते हुए कोतवाली थाने के 3 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है।
ये है पूरा मामला--दरअसल, कुछ दिन पहले तीन थानों की पुलिस ने चाकूबाजी की घटनाओं में शामिल करीब दो दर्जन अपराधियों का सामूहिक जुलूस निकाला था। इस जुलूस में भाजपा के बूथ अध्यक्ष विकास करपरिया को भी शामिल किया गया था। पुलिस ने भाजपा नेता सहित सभी अपराधियों से उठक-बैठक भी करवाया था। जुलूस निकलने के बाद विकास ने सीएम हेल्पलाइन पर पुलिस की शिकायत कर दी। यही नहीं, विधायक अनिल जैन, नगर अध्यक्ष विवेक जोशी, उपाध्यक्ष जगदीश पांचाल और पार्षद योगेश्वरी राठौर सहित अन्य भाजपा नेताओं ने उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा से दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की थी। शिकायत के बाद एसपी ने कोतवाली थाने के एसआई बबलेश कुमार, प्रधान आरक्षक तरुण पाल और आत्माराम को लाइन अटैच कर दिया।
भाजपा नेताओं का कहना है कि विकास करपरिया का चाकूबाजी में कोई रिकॉर्ड नहीं है और उसकी तबीयत खराब थी लेकिन पुलिस ने उसे घर से बुलाकर जुलूस में शामिल कर दिया। इस घटना के बाद भाजपा नेताओं ने पुलिस पर गलत कार्रवाई करने का आरोप लगाया।