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तीसरा एनकाउंटर: आतंक का पर्याय बन चुके ‘अमित’ का अंत, 24 साल में 36 गंभीर अपराध

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भिलाई। टाउनशिप सहित शहर भर में आतंक का पर्याय बन चुके अमित जोश उर्फ मोरिस का पुलिस ने अंत कर दिया। अमित जोश के खिलाफ हत्या सहित अन्य गंभीर अपराध के कुल 36 मामले दर्ज थे। पांच महीने पहले दो युवकों पर गोली चलाने के बाद से फरार अमित जोश भिलाई लौटा और लौटते ही पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। उसकी फायरिंग में क्राइम डीएसपी हेमप्रकाश नायक, एसीसीयू प्रभारी तापेश्वर नेताम समेत अन्य पुलिस कर्मी बाल बाल बचे। जिसके बाद पुलिस ने जवाब में फायरिंग की और अमित जोश का एनकाउंटर किया।
बता दें कि अमित जोश जिले का एक कुख्यात गुंडा बदमाश था। रंजिश के चलते और बिना किसी कारण के लोगों को मारने सहित लूट जैसे गंभीर अपराध में वो जेल जा चुका था। 25 जून को विश्रामपुर के सुनील यादव और आदित्य सिंह नाम के युवकों पर गोली चलाए जाने के बाद एसपी ने उस पर 10 हजार और आईजी ने 25 हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की थी।
लेकिन वो पकड़ा नहीं गया। अमित जोश के अपराध का इसी बात से अंजादा लगाया जा सकता है कि उसे सुधारने के लिए जेल में सख्ती किए जाने से नाराज होकर उसने जेल से बाहर आने पर जेल के घर पर पथराव कर दिया था। जेल के दरवाजे पर तलवार से मारा था।
आदतन अपराधी अमित जोश उर्फ मोरिस ने वर्ष 2000 में पहली बार एक युवक चाकू मारा था। इसके बाद नौ साल तक उसने कोई अपराध नहीं किया और वर्ष 2009 में उसके खिलाफ फिर से मारपीट का मामला दर्ज हुआ। इसके बाद से उसने लगातार अपराध करना शुरू कर दिया।
वर्ष 2013 में उसने और उसके कुछ अन्य साथियों ने कल्याण कालेज के सामने सेक्टर-7 निवासी लक्की सिंह नाम के युवक की हत्या की थी। इसके बाद उसके खिलाफ हत्या का प्रयास के पांच, लूट के चार और आर्म्स एक्ट सहित अन्य अपराधों के कुल 36 मामले दर्ज किए गए।naidunia_image
बता दें कि यह दुर्ग जिले का तीसरा एनकाउंटर है। वर्ष 2005 में हिस्ट्रीशीटर गोविंद विश्वकर्मा का एनकाउंटर किया गया था। उसके खिलाफ हत्या, फिरौती, लूट, मारपीट और पुलिस पर हमला करने सहित अन्य गंभीर अपराध दर्ज थे। इसके बाद वर्ष 2011-12 में पुलिस ने जामुल बोगदा पुलिया के पास नागेश नाम के नक्सली का एनकाउंटर किया था। इसके बाद अब अमित जोश का एनकाउंटर हुआ है।
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उलेमा बोर्ड की मुसलमानों को 10% आरक्षण की मांग:चुनाव में महाविकास अघाड़ी के सामने समर्थन की 17 शर्तें रखीं
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड (AIUB) ने महाविकास अघाड़ी (MVA) को समर्थन देने के लिए मुस्लिमों को 10 फीसदी आरक्षण, RSS पर बैन जैसी 17 शर्तें रखी हैं। बोर्ड ने 7 नवंबर को NCP (SP) चीफ शरद पवार, शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को चिट्‌ठी लिखी।
चिट्‌ठी में उलेमा बोर्ड ने कहा है कि अगर महाराष्ट्र में MVA की सरकार बनती है तो वे वक्फ बिल का विरोध करें। साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर बैन लगाएं। बोर्ड ने महाराष्ट्र में मुस्लिमों के लिए 10% आरक्षण और मुस्लिमों के खिलाफ बयान देने वाले भाजपा विधायक नीतिश राणे जैसे नेताओं पर कार्रवाई की मांग की है।
उधर, भाजपा ने धर्म आधारित आरक्षण की मांग पर आपत्ति जताई। सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'संविधान के तहत धर्म आधारित आरक्षण की अनुमति नहीं है। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले जमीयत उलेमा-ए-हिंद से कैसे कहते हैं कि वे मुसलमानों के लिए 10% आरक्षण की उनकी मांग पर विचार करेंगे।'
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटों पर सिंगल फेज में 20 नवंबर को चुनाव होंगे। रिजल्ट 23 नवंबर को आएगा। भाजपा महायुति गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है। भाजपा ने 148, शिंदे गुट ने 80, अजित गुट ने 53 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। बाकी सीटें छोटे दलों को दी हैं।
महाराष्ट्र में मुस्लिम वोटर्स अहम क्यों हैं इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में मुस्लिम आबादी करीब 1.3 करोड़ है। जो कि प्रदेश की कुल 11.24 करोड़ आबादी का 11.56% हिस्सा हैं।
राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 38 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां मुसलमान करीब 20% हैं। इनमें 9 सीटें तो ऐसी हैं जहां मुस्लिम आबादी 40% से ज्यादा है।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां 10 सीटें पर 25% से ज्यादा आबादी मुस्लिमों की है। पिछले लोकसभा चुनाव में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक वोट महाविकास अघाड़ी को मिले थे।
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए कुल 4,140 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें से मुस्लिम उम्मीवारों की संख्या मामूली है। महायुति की बात करें तो इसमें शामिल बीजेपी ने किसी भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं दिया। शिंदे गुट की शिवसेना से एक मुस्लिम प्रत्याशी उतारा गया है, जबकि अजित पवार की NCP ने चार मुस्लिम नेताओं को टिकट दिया है।
महाविकास अघाड़ी में शिवसेना उद्धव गुट ने भी एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतारा है, जबकि कांग्रेस ने आठ, NCP-शरद गुट और सपा ने एक-एक मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट दिया है। वहीं, ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 14 प्रत्याशी चुनाव में खड़े किए हैं जिसमें 10 मुस्लिम हैं।

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लॉरेंस गैंग के निशाने पर पुणे का बड़ा नेता था:बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद मर्डर करने का प्लान था
पुणे। NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले लॉरेंस गैंग के निशाने पर पुणे का एक बड़ा नेता भी था। बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस बात का खुलासा किया है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक लॉरेंस गैंग ने अपने शूटर्स को इस नेता की हत्या करने की जिम्मेदारी दी थी।
मुंबई क्राइम ब्रांच ने बताया कि बाबा सिद्दीकी को मारने के लिए लॉरेंस गैंग ने प्लान B बनाया गया था। जिन शूटर्स को इस प्लान B में शामिल किया गया था, उन्हें बाबा सिद्दीकी के मर्डर के बाद पुणे के नेता को मारने की जिम्मेदारी दी गई थी।
क्राइम ब्रांच ने बताया कि इस साजिश का पर्दाफाश तब हुआ जब उन्हें वह पिस्तौल बरामद हुई, जिससे इस हत्या को अंजाम दिया जाना था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आरोपियों ने इस नेता की रेकी की थी या नहीं। हालांकि, पुलिस ने नेता के नाम का खुलासा नहीं किया गया है।
पुलिस ने सिद्दीक मर्डर केस से जुड़े एक और आरोपी को गिरफ्तार किया बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को एक शूटर को गिरफ्तार किया। इस आरोपी शूटर का नाम गौरव विलास अपुने (23) है। गौरव विलास बाबा सिद्दीकी की हत्या के प्लान B का हिस्सा था।
क्राइम ब्रांच ने बताया कि सिद्दीकी की हत्या के मास्टरमाइंड शुभम लोनकर ने 28 जुलाई को आरोपी गौरव को एक और आरोपी रूपेश मोहोल के साथ फायरिंग की प्रैक्टिस करने झारखंड भेजा था।
उन्हें हथियार भी दिए गए थे। दोनों आरोपी 29 जुलाई को पुणे लौट आए थे। लौटने के बाद उन्होंने शुभम से कॉन्टैक्ट किया था। क्राइम ब्रांच फायरिंग प्रैक्टिस की सटीक जगह का पता लगा रही है।
पुलिस का दावा- आरोपियों को 25 लाख रुपए, दुबई ट्रिप का वादा किया गया था शुक्रवार को पुलिस ने बताया कि मर्डर को अंजाम देने के लिए गिरफ्तार 18 आरोपियों में से 4 आरोपियों को ​​​​​​ 25 लाख रुपए कैश, कार, फ्लैट और दुबई ट्रिपकई इनाम देने का वादा किया गया था।
साजिश में शामिल रामफूलचंद कनौजिया (43) ने रूपेश मोहोल (22), शिवम कुहड़ (20), करण साल्वे (19) और गौरव अपुने (23) को ये इनाम देने का वादा किया था।
12 अक्टूबर की रात NCP अजित गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की बांद्रा बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर हत्या कर दी गई थी। बाबा सिद्दीकी कांग्रेस के टिकट पर 3 बार बांद्रा से विधायक बने थे। फरवरी में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार के साथ जुड़े थे।
शुभम लोनकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी बाबा सिद्दीकी के मर्डर के 28 घंटे बाद शुभम लोनकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इसमें लॉरेंस गैंग और अनमोल को हैश टैग किया गया था। सिद्दीकी मर्डर की जिम्मेदारी गैंग ने ली थी। धमकी दी गई थी कि सलमान की किसी ने मदद की तो उसे छोड़ेंगे नहीं।