उज्जैन। गुरुवार देर रात उज्जैन के हामुखेड़ी में रहने वाले भाजपा नेता प्रकाश यादव और रिटायर्ड फौजी सुरेंद्र प्रताप सिंह के बीच विवाद हो गया था। सूचना पर नागझिरी थाना पुलिस विवाद सुलझाने के लिए मौके पर पहुंची। इसी बीच फैजी ने यादव को गोली मार दी।
मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में भाजपा नेता और सीएम मोहन यादव के खास माने जाने वाले बिल्डर प्रकाश यादव को रिटायर्ड फौजी ने गोली मार दी। दोनों के बीच बच्चों को लेकर विवाद चल रहा था। घटना कल देर रात नागझिरी थाना क्षेत्र के हामुखेड़ी की है। आर्मी से रिटायर्ड जवान सुरेंद्र प्रताप सिंह और भाजपा नेता व बिल्डर प्रकाश यादव का आसपास में ही मकान है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार रात करीब 12:45 बजे हामुखेड़ी में रहने वाले भाजपा आर्थिक प्रकोष्ट के नगर संयोजक व बिल्डर प्रकाश यादव और रिटायर्ड फौजी सुरेंद्र प्रताप सिंह के बीच विवाद हो गया था। जिसकी सूचना मिलने पर नागझिरी थाना पुलिस विवाद सुलझाने के लिए मौके पर पहुंची। दोनों के बीच हो रहे विवाद को शांत करने का प्रयास किया जा रहा था, इसी बीच सुरेंद्र प्रताप सिंह ने अपनी लायसेंसी रिवाल्वर लेकर आ गया और उसने प्रकाश यादव के सीने में गोली मार दी। घटना के बाद अफरा तफरी मच गई। पुलिस ने घायल यादव को तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने इलाज के बाद उन्हें खतरे से बाहर बताया है।
पुलिस ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही नागझिरी थाना प्रभारी तुरंत मौके पर पहुंचे थे। वे मामले को शांत कराने का प्रयास कर रहे थे, इसी बीच रिटायर्ड फौजी सुरेंद्र सिंह ने गोली चला दी और फिर फरार हो गया। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपी सुरेंद्र सिंह को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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झोलाछाप डॉक्टरों के अवैध क्लीनिक पर प्रशासन ने की छापेमारी, बड़ी मात्रा में दवाइयां बरामद
डिंडोरी। विगत कई वर्षों से डिंडोरी जिले में झोलाछाप चिकित्सकों ने अपनी दुकानें खोल रखी हैं जिले में सैकड़ों कथित चिकित्सक स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से अपना गोरख धंधा चला रहे हैं। बड़ी बात बात यह है की जिला मुख्यालय में ही दर्जनों झोलाछाप चिकित्सक बेखोफ अपनी दुकान चला रहे हैं और ग्रामीणों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जिला प्रशासन के औचक निरीक्षण के बाद जहां दो कथित चिकित्सक पकड़े गए वहीं जानकारी लगते ही अन्य चिकित्सक अपनी दुकान बंद कर फरार हो गए।
इन पर हुई कार्रवाई-कलेक्ट्रेट के सामने ही एस के विश्वास लगभग दो दशक से अधिक समय से अपना दवाखाना चला रहा था जो शुक्रवार को कार्रवाई की जद में आ गया इसी तरह दिलीप चक्रवर्ती को भी अंग्रेजी दवाओं के साथ पकड़ा गया। दोनो ठिकानों से बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवाएं, सीरिंज, ग्लूकोज बोतल सहित अन्य दवाएं पकड़ी गई, कार्रवाई के बाद जिले में झोलाछापों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
महत्त्वपूर्ण बात यह है कि जिले में संचालित अवैध पेथालोजी के विरुद्ध प्रशासन कब कार्रवाई करता है। झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ की गई कार्रवाई ने जिला प्रशासन की नाक के नीचे चल रहे गोरखधंधे में स्वास्थ्य विभाग की कलई खोल कर रख दी है।
कार्रवाई के दौरान डिंडोरी एसडीएम रामबाबू देवांगन, सीएमएचओ डॉ रमेश मरावी, नायब तहसीलदार शशांक शेंडे सहित राजस्व विभाग और स्वास्थ्य विभाग का अमला मौजूद रहा।
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झोलाछाप डॉक्टर पर बड़ा एक्शन: क्लीनिक सील, मिला दवाईयों का जखीरा, मचा हड़कंप
डिंडोरी। मध्य प्रदेश केडिंडोरी में झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। कलेक्टर विकास मिश्रा के आदेश पर एसडीएम डिंडोरी और सीएमएचओ ने छापामार कार्रवाई करते हुए दस्तावेज और दवाइयां खंगाली तो पाया कि सब नियम विरुद्ध संचालित कर ग्रामीणों को लूटा जा रहा था। इसके बाद टीम ने क्लीनिक का तालाबंदी कर सील करने की कार्रवाई की है।
डिंडोरी कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया की जिला मुख्यालय और तहसीलों में जहां चिकित्सा सुविधा शासन की उपलब्ध है उसके बाद भी ऐसे क्लीनिक नियम विरुद्ध संचालित है, और मेडिकल स्टोर संचालकों की मिलीभगत से दवाइयां भी तैयार कर जनता को ठग रहे है। साथ ही इतने सालो से संचालित है तो स्वास्थ्य विभाग के ऐसे लोगो की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे है, जिन्हे देखने की जिम्मेदारी इन पर है।
वहीं जिला चिकित्सालय के सीएमएचओ डॉक्टर रमेश मरावी का कहना है कि जिस विधा सेबंगाली डॉक्टर एसके विश्वास को इलाज करने की परमिशन मिली थी, वे उसे छोड़कर वे सीरिंज, इंजेक्शन, बाटल का उपयोग करते हुए एलोपैथी तरीके से इलाज करते पाए गए। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाई अब जारी रहेगी।