गोंडा। मोहर्रम जुलूस के दौरान हाई टेंशन लाइन की चपेट में ताजिया आ गया। इस हादसे में एक महिला समेत पांच लोग झुलस गए। घटना के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। पुलिस ने लोगों की मदद से तत्काल उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां तीन की हालत नाजुक होने पर उन्हें गोंडा मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है।
गोंडा जिले के इटियाथोक थाना के गांव तेलियानी कनून-गो में बुधवार दोपहर मोहर्रम के जुलूस में ताजिया की ऊंचाई अधिक होने के कारण हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गया। जिससे एक महिला सहित पांच लोग झुलस गए। जिसमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन- फानन में तीनों लोगों को इटियाथोक सीएचसी पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद तीनों की हालत को गंभीर देखते हुए गोंडा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जबकि महिला और एक अन्य युवक की हालत सामान्य है। पुलिस के मुताबिक मोहर्रम के जुलूस में ताजिया हाईटेंशन लाइन से टच कर गया। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक, दोपहर बाद मोहर्रम का जुलूस ताजिया लेकर तेलियानी रोड नसीमा बाद मोहल्ले के पास पहुंचा ही था कि तभी ताजिया घुमाने के क्रम में ऊपर से जा रहे 132 केवी हाई टेंशन तार से सट गया। इसके चपेट में आकर कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों की पहचान अकरम (20) पुत्र समसू, बाबू (33) पुत्र नगफरा, गया प्रसाद (30) पुत्र राधेश्याम, मुन्नी (55) पत्नी मोहम्मद इसराइल, अंकुर (17) पुत्र बच्छराज सभी लोग तेलियानी कानून-गो के रूप में हुई है।
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BJP के शुभेंदु अधिकारी ने किया ऐलान -बंद करो सबका साथ, सबका विकास, अब जो देगा साथ सिर्फ उसका होगा विकास
कोलकाता। लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी को पश्चिम बंगाल से तगड़ा झटका लगा। पार्टी सूबे में 42 में से महज 9 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई थी, जबकि पार्टी 2019 में 18 सीटें जीतने में कामयाब हो गई थी। बंगाल में मिली हार के बाद पार्टी की समीक्षा बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बड़ा ऐलान किया है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब हमें सबका साथ और सबका विकास की बात करने की जरूरत नहीं है। हम तय करेंगे कि जो हमारा साथ देगा। हम उसका साथ देंगे।
कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अधिकारी ने कहा कि हम जीतेंगे और हिंदुओं को बचाएंगे। हम तय करेंगे कि जो हमारा साथ देगा, हम उनका साथ देंगे। जो हमारे साथ, वह हमारे साथ है। सबका साथ, सबका विकास बंद करो। अब तक हम राष्ट्रवादी मुस्लिम की बात करते थे लेकिन अब पार्टी को किसी भी तरह के मुस्लिम मोर्चा की कोई जरूरत नहीं है। इसे बंद करो। हम संविधान को बचाएंगे। इस दौरान पश्चिम बंगाल भाजपा के तमाम नेता मौजूद थे। दरअसल भाजपा के एक खेमे का मानना है कि मुस्लिमों का पूरा वोट ममता बनर्जी के पास ही जा रहा है। ऐसे में भाजपा को भी हिंदू वोटों के लिए आक्रामक होने की जरूरत है।
बता दें कि सबका साथ सबका विकास का नारा बीजेपी के किसी नेता ने नहीं बल्कि 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी ने दिया था। ऐसे में इस नारे को हटाने को लेकर अधिकारी का यह बयान अहम मायने रखता है। शुभेंदु अधिकारी ने अपने भाषण से साफ किया कि भाजपा अब बंगाल में हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण में जुटेगी। संदेशखाली जैसी घटनाओं से भी उसने यह कोशिश की थी, लेकिन अब इस एजेंडे पर वह आक्रामक हो सकती है। 2024 के चुनाव में बहुमत से दूर होने के बाद बीजेपी के कई नेताओं ने पहले ही मुसलमानों का कोई भी काम नहीं करने का ऐलान किया है। इनमें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सीतामढ़ी से जदयू के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर का नाम शामिल हैं।
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असम के CM का दावा- राज्य में मुस्लिम आबादी हुई 40 फीसदी
नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया है कि राज्य में मुस्लिमों की आबादी 40 प्रतिशत हो गई है। राज्य में बदलते डेमोग्राफी पर उन्होंने चिंता जताई है।
उन्होंने कहा कि तेजी से राज्य की डेमोग्राफी में बदलाव हो रहा है। 1951 में असम मुस्लिमों की आबादी केवल 14 प्रतिशत थी, जो कि बढ़कर 40 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यह हमारे अस्तित्व के लिए बहुत बड़ा खतरा है। मेरे लिए राजनीतिक नहीं अस्तित्व का मुद्दा है। यह अब जीने और मरने का सवाल बन गया है।
1951 में असम में मुसलमानों की आबादी सिर्फ़ 14% थी। आज उनकी आबादी लगभग 40% है।
जनसांख्यिकीय परिवर्तन हमारे लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है, यह अस्तित्व का मुद्दा है। pic.twitter.com/B3nsAokVD2
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 17, 2024
मैं रोज घुसपैठियों का रोज करता हूं मुकाबला- असम के सीएम
हिमंत बिस्वा सरमा रांची में थे। उन्होंने विजय संकल्प सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने झामूमो और कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि झारखंड में बाहर घुसपैठिये आकर आदिवासी बेटियों को फंसा रहे हैं। यह सब यहां की सरकार के नाक के नीचे हो रहा है। उन्होंने घुसपैठियों को संरक्षण दे रखा है। असम एक बॉर्डर राज्य है। मेरा मुकाबला रोज घुसपैठियों से होता है। मैं उनसे रोज लड़ रहा हूं।
जनसांख्यिकी का मुद्दा मेरे काफी बड़ा है। इसमें तेजी से बदलाव हो रहा है, जो कि बहुत ही खतरनाक है। असम में मुस्लिमों की आबादी 40 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यह अब हमारे अस्तिव के लिए खतरनाक है। मेरे लिए यह जीने और मरने का सवाल बन गया है। मैं इस पर राजनीति नहीं करना चाहता हूं। असम और पश्चिम बंगाल में घुसपैठिए सबसे पहले घुसपैठ करते हैं। उसके बाद वह झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ निकल जाते हैं। हिमंत बिस्वा सरमा