This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

बड़ा बवाल , मौलाना रजा के समर्थकों ने किया पथराव, पुलिस का लाठीचार्ज, तनाव फैला

User Rating: 4 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Inactive
 

बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक बार फिर बड़ा बवाल हुआ है. आई लव मोहम्मद के समर्थन में शुक्रवार 26 सितम्बर को मौलाना तौकीर रजा समर्थक कलेक्ट्रेट में जुटे थे. सभी अधिकारियों को ज्ञापन देने पहुंचे थे, तभी भीड़ से किसी ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे अफरातफरी मच गई. जवाब में पुलिस ने भी उपद्रवियों पर जमकर लाठियां भांजी और भीड़ को तितर बितर किया. सीओ सिटी आशुतोष शिवम ने आंसू गैस के गोले छोड़े. बवाल में कई लोगों के घायल होने की सूचना है. फिलहाल मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है.
बता दें कि मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार यानी आज इस्लामिया इंटर कॉलेज में आई लव मोहम्मद पोस्टर के समर्थन में प्रदर्शन का आह्वान किया था, लेकिन बरेली पुलिस की तैयारी देख मौलाना ने प्रदर्शन टाल दिया था और कहा था कि अब वे राष्ट्रपति के नाम अधिकारियों को ज्ञापन देंगे.
चूंकि इससे पहले मौलाना तौकीर रजा के एक प्रदर्शन में जमकर बवाल मचा था तो इस बार पुलिस-प्रशासन भी काफी चौकन्ना था. आज के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. 6000 पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी. सुबह से ही बरेली के चप्पे-चप्पे पर जवान दिखाई दे रहे थे. पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था को देखते हुए इस्लामिया इंटर कॉलेज में होने वाले अपने प्रदर्शन को मौलाना तौकीर रजा ने निरस्त कर दिया और कहा कि अब वह सिर्फ राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे.
इसको लेकर उन्होंने बाकायदा एक लेटर भी जारी किया, जिसमें कहा गया कि, शहर में चल रही दुर्गा पूजा, दशहरा उत्सवों के साथ-साथ उर्स-ए-सकलैनी और उर्स-ए-शाहदाना वली चल रहा है. हमने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि वह शांति बनाए रखें और इस कार्यक्रम को रद्द मानें. हम सिर्फ राष्ट्रपति के नाम जिले के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपेंगे.
आज दोपहर के समय जब मौलाना तौकीर रजा के समर्थक पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन देने पहुंचे तो भीड़ में से किसी ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पथराव होता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. फिलहाल पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने में लगी हुई है. लाठीचार्ज में कई लोग घायल भी हुए हैं. सभी को अस्तपाल पहुंचाया जा रहा है. मौके पर पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी भी मौजूद हैं.
-----------------------------
100 दिन में पैसा डबल... झांसा देकर लोगों से 5 करोड़ की ठगी, आरोपी संचालक फरार
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जहां एक शख्स ने फिल्मी स्टाइल में लोगों को 100 दिनों में पैसा दोगुना करने का झांसा देकर 5 करोड़ रुपए ठग लिए। आरोपी ने खुद को एक कुशल फंड मैनेजर बताया और अपनी कंपनी ए स्क्वायर ग्लोबल कंसल्टेंसी के माध्यम से इस ठगी को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में FIR दर्ज की है।
इस धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी की पहचान अनिरुद्ध दलवी के रूप में हुई है। जो कर्नाटक के बेलगाम का रहने वाला है। वह अपनी कंपनी ए स्क्वायर ग्लोबल कंसल्टेंसी के जरिए लोगों को झांसे में लेता था। अनिरुद्ध ने लोगों को यकीन दिलाया कि उसने इंटरनेशनल मार्केट में टेक्निकल एनालिसिस का कोर्स किया है और वह एक अनुभवी फंड मैनेजर है। उसने महंगे होटलों में सेमिनार आयोजित कर लोगों को अमीर बनने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान वह निवेशकों को अपना एक डीमैट खाता दिखाता था। जिसमें 100 करोड़ से अधिक की इक्विटी थी जिससे लोग उसकी बातों पर आसानी से भरोसा कर लेते थे।
रायपुर के अनवर मोहम्मद ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया और यूट्यूब से इस कंपनी के बारे में पता चला। अनिरुद्ध ने उन्हें प्रतिदिन 2% ब्याज का लालच दिया। जिससे 100 दिनों में निवेश की गई रकम दोगुनी हो जाती। जिसके बाद अनवर ने 5 लाख 40 हजार रुपए उसके कंपनी ए स्क्वायर ग्लोबल कंसलटेंसी के बैंक अकाउंट में डाल दिए।
विश्वास दिलाने के लिए अनिरुद्ध ने अनवर को उनके निवेश का एक हिस्सा वापस भी किया। इसके बाद अनवर कहने पर उसके परिचितों जैसे व्यास कश्यप, नीरज कुमार शर्मा, चतुर देवांगन, विवेक श्रीवास, रविंद्र पटेल समेत 12 लोगों ने इस स्कीम मे पैसे लगाए। इन निवेशकों में झारखंड और आंध्र प्रदेश के लोग भी शामिल थे। आरोपी ने सुरक्षा के लिए निवेशकों को जमीन के एग्रीमेंट और चेक देने का झूठा वादा भी किया।
बता दें कि, जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच इन लोगों ने कैश और ऑनलाइन पेमेंट के जरिए 5 करोड़ से अधिक की राशि निवेश कर दी। लेकिन जब अप्रैल 2025 के बाद निवेशकों ने अपने पैसे वापस मांगे तो अनिरुद्ध ने सॉफ्टवेयर अपडेट, वेबसाइट हैकिंग जैसे बहाने बनाना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद, वह अपना मोबाइल फोन बंद कर गायब हो गया। जिसके बाद लोगों को शक हुआ।
ठगी का शिकार हुए लोगों ने टिकरापारा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। रायपुर पश्चिम के एएसपी दौलत राम पोर्ते के अनुसार, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार करने का दावा किया है। यह घटना दर्शाती है कि इस तरह के आकर्षक निवेश योजनाओं से सावधान रहना कितना आवश्यक है।

 ------------------------------
ED की बड़ी कार्रवाई, कस्टम मिलिंग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी
छत्तीसगढ़ के रायपुर और बिलासपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह एक बड़ी कार्रवाई की। यह छापेमारी कस्टम मिलिंग और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में की गई है।
रायपुर के जवाहर मार्केट स्थित रहेजा ग्रुप के संचालक संजय रहेजा के घर और ऑफिस पर ED की टीम सुबह से मौजूद है। यहां दस्तावेज, फाइलें और अन्य रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। टीम संजय रहेजा से पूछताछ भी कर रही है।
बिलासपुर में मीनाक्षी ट्रेडर्स और सुल्तानिया ग्रुप के ठिकानों पर भी ईडी ने छापा मारा। सुल्तानिया परिवार के क्रांति नगर स्थित घर और कारोबारी जगहों से वित्तीय दस्तावेज और बैंक स्टेटमेंट खंगाले जा रहे हैं। माना जाता है कि सुल्तानिया परिवार कोयला घोटाले के मुख्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी के करीबी रहे हैं।
ईडी की टीम लेन-देन और आय से अधिक संपत्ति की जांच कर रही है। हालांकि छापेमारी किन गड़बड़ियों को लेकर हो रही है, यह अभी साफ नहीं है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े इनपुट पर आधारित हो सकती है। फिलहाल जांच और छापेमारी दोनों जारी हैं।
-------------------------------
डोनाल्ड ट्रंप के दवाओं पर 100% टैरिफ के फैसले से भारतीय फार्मा शेयरों में बड़ी गिरावट
मुंबई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आयातित पेटेंटेड और ब्रांडेड दवाइयों पर 100% शुल्क लगाने की घोषणा की है। उनकी इस घोषणा का असर भारतीय शेयर बाजार में साफ दिखाई दिया। शुक्रवार, 26 सितंबर को शेयर बाजार में फार्मा सेक्टर के शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली। टैरिफ की नई दर ने निवेशकों में घबराहट पैदा कर दी, क्योंकि भारतीय दवा कंपनियों के लिए अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है। इस फैसले से उनकी लागत और मुनाफे पर दबाव बढ़ने की आशंका पैदा हो गया है। कारोबार के दौरान सबसे ज्यादा नुकसान सन फार्मा को हुआ, जिसका शेयर 5% गिरकर ₹1,547 के स्तर पर पहुंच गया। यह इसका 52 सप्ताह का निचला स्तर है। इसके अलावा बायोकॉन 3.3% टूटकर ₹344 पर आ गया, जबकि जाइडस लाइफसाइंसेस में 2.8% फीसदी की गिरावट के साथ ₹990 पर आ गया।
ऑरबिंदो फार्मा 2.4% गिरकर ₹1,070 और डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज 2.3% गिरकर ₹1,245.30 पर आ गए। इसके साथ ही ल्यूपिन और सिप्ला में 2% की गिरावट देखने को मिली। टॉरेंट फार्मा अपेक्षाकृत कम प्रभावित हुआ और इसमें 1.5% की गिरावट देखने को मिली, जो इसे ₹3,480.65 तक लेकर आई। सुबह 9:30 बजे तक निफ्टी फार्मा इंडेक्स 2.54% तक गिर चुका था। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल* पर पोस्ट करते हुए कहा कि 1 अक्टूबर 2025 से किसी भी आयातित ब्रांडेड या पेटेंटेड दवा पर 100% शुल्क लगाया जाएगा। हालांकि, यह शुल्क उन कंपनियों पर लागू नहीं होगा जो अमेरिका में फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का निर्माण कर रही हैं या निर्माण शुरू कर चुकी हैं। यानी, यदि किसी कंपनी ने अमेरिका में फैक्ट्री निर्माण के लिए जमीन पर काम शुरू कर दिया है तो उस पर यह टैक्स लागू नहीं होगा।
इस घोषणा का सबसे बड़ा असर उन भारतीय कंपनियों पर होगा जिनकी अमेरिकी बाजार में पैठ गहरी है। सन फार्मा, डॉ. रेड्डीज़, सिप्ला, ल्यूपिन, ऑरबिंदो फार्मा और जाइडस लाइफसाइंसेस जैसी कंपनियां अमेरिका को बड़ी मात्रा में दवाइयां निर्यात करती हैं। इनमें ज्यादातर दवाइयां जेनेरिक और बायोसिमिलर श्रेणी की होती हैं, लेकिन ब्रांडेड दवाओं से भी बड़ा राजस्व आता है। अब 100% शुल्क लगने से इनकी दवाइयां अमेरिका में महंगी हो जाएंगी, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धा क्षमता घटेगी। निवेशकों को इस फैसले से यह डर है कि भारतीय कंपनियों की अमेरिका से होने वाली आय पर नकारात्मक असर पड़ेगा। दूसरी ओर, वे कंपनियां जो पहले से अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की दिशा में कदम बढ़ा चुकी हैं, उन्हें इसका फायदा मिल सकता है।