This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

MP STF की बड़ी कार्रवाई: 2280 करोड़ के फर्जीवाड़े का ट्रांजैक्शन आया सामने, दो गिरफ्तार

User Rating: 4 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Inactive
 

भोपाल। मध्य प्रदेश एसटीएफ (MP STF) ने धोखाधड़ी के मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। संदिग्ध बैंक खातों में जमा लगभग 90 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए है। अब तक 2280 करोड़ के फर्जीवाड़े का ट्रांजैक्शन सामने आया है। एमपी एसटीएफ ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मध्य प्रदेश एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संदिग्ध बैंक खातों में जमा लगभग 90 करोड़ रुपये फ्रीज किए। STF के सामने अब तक 2280 करोड़ का फर्जीवाड़ा के ट्रांजैक्शन सामने आया है। STF इंदौर एसपी नवीन कुमार चौधरी ने खुलासा करते हुए बताया कि गैर पंजीकृत YORKER FX, YORKER CAPITAL नाम की कंपनी में BOTBRO ट्रेडिंग से अधिक मुनाफा देने का लालच देकर धोखाधड़ी की गयी है।
इस मामले मे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी मदन मोहन कुमार और दीपक शर्मा निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करते थे। पूछताछ मे अब तक कुल 17 और आरोपियों के शामिल होने की जानकारी सामने आई है। एसटीएफ पुलिस अधीक्षक नवीन कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर आरोपी धोखाधड़ी करते थे। ये इन्वेस्टमेंट का लालच देते थे और 6 से 8 प्रतिशत का लालच देकर लोगों को अपने जाल मे फंसाते थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रोबोटिक सिस्टम का सॉफ्टवेयर डेवलप किया था। आरोपियों का विदेश में भी सुपर लग्जरी लाइफ और सुपर हाई इन्वेस्टमेंट करने की जानकारी मिली है। दोनों आरोपी मदन मोहन कुमार और दीपक शर्मा दिल्ली के रहने वाले है और प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। दोनों आरोपियों का कोर्ट से रिमांड लेकर और पूछताछ की जाएगी।
एसटीएफ को उम्मीद है कि इनसे और बड़े खुलासे हो सकते है। जिस कंपनी की आड़ में ये लोग धोखाधड़ी कर रहे थे। वह कही भी रजिस्टर्ड नहीं है। एसटीएफ अब आरोपियों के आकाओं के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। इसके लिए एक एसआईटी का भी गठन कर दिया गया है, जो इस पूरे मामले की तकनीकी और बारीकी से जांच करेगी। भोपाल एसटीएफ एसपी राजेश सिंह भदोरिया ने पूरे नेटवर्क के बारे में जानकारी दी है।
------------------------------
अगले 4 दिन भारी बारिश का अलर्ट, जिलों में हैवी रेन का अलर्ट; साढ़े 4 इंच पानी गिरने का अनुमान
मध्य प्रदेश में मानसून की जोरदार एंट्री हो चुकी है। गुरुवार को राजधानी भोपाल, इंदौर, नीमच, मंदसौर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। नीमच में तेज बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर आ गए और कार-बाइक बहने की घटनाएं भी सामने आईं। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने बताया कि मध्य प्रदेश में दो लो प्रेशर एरिया, तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन और दो ट्रफ लाइन सक्रिय हैं। इसके चलते पूरे प्रदेश में आंधी और भारी बारिश की स्थिति बनी रहेगी।
20 जून: रीवा, मऊगंज, सतना, पन्ना, मैहर, दमोह, अशोकनगर और गुना में भारी बारिश का अलर्ट है।
21 जून: रीवा और सीधी में अति भारी बारिश हो सकती है। शहडोल, सिंगरौली और मऊगंज में भी तेज बारिश की चेतावनी।
22 जून: गुना, अशोकनगर और शिवपुरी में 4 इंच से ज्यादा बारिश का अनुमान।
23 जून: दमोह, पन्ना, रीवा, मऊगंज, कटनी, मैहर और अशोकनगर में फिर से भारी बारिश हो सकती है।
ट्रफ लाइन जो सीधे मध्यप्रदेश से गुजर रही है
कहां-कहां हुई जोरदार बारिश?
भोपाल: सुबह 5 बजे से लगातार रिमझिम बारिश
ग्वालियर: पूरी रात बारिश, 31.3 मिमी बारिश दर्ज
नीमच: नदी-नाले उफान पर, बाइक सवार बहे
महू: पातालपानी झरना फिर बहने लगा
रतलाम: सवा इंच बारिश, सड़कों पर पानी
इंदौर: आधा इंच पानी, तापमान में गिरावट
राजगढ़: ब्यावरा और सुठालिया में तेज बारिश
नर्मदापुरम: रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक लगातार बारिश
राज्य के 55 में से 54 जिलों में मानसून पहुंच चुका है। केवल भिंड में ही अब तक मानसून नहीं पहुंच पाया। शुक्रवार तक यहां भी मानसून पहुंचने की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। साथ ही ट्रैफिक जाम और जलभराव जैसी समस्याओं से बचने की सलाह दी गई है।
--------------------------------
तेरहवीं के भोजन के बाद बिगड़ी लोगों की तबीयत, बच्चे-बुजुर्ग सहित 255 लोग हुए बीमार
शिवपुरी। जिले के छीरारी गांव में तेरहवीं के भोज के बाद फैली फूड प्वाइजनिंग की स्थिति ने शुक्रवार को और चिंताजनक रूप ले लिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को शुक्रवार को 6 और नए मरीज मिले, जिसके बाद कुल पीड़ितों की संख्या 255 हो चुकी है। हालांकि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की मुस्तैदी के चलते हालात अब पूरी तरह नियंत्रण में बताए जा रहे हैं।
दरअसल, ये मामला बुधवार को छीरारी गांव में आयोजित तेरहवीं के भोज के बाद सामने आया, जहां भोजन करने के कुछ घंटों बाद ही ग्रामीणों को उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत होने लगी। शुरुआत में दर्जनों मरीज सामने आए, लेकिन धीरे-धीरे पूरे गांव में इसका असर फैल गया।
सूचना के बाद स्वास्थ्य की दो टीमें गांव पहुंची और पीडितों की जांच शुरू कर दी। बीमारों में 107 महिलाएं, 116 पुरुष, 7 बच्चे और 25 बुजुर्ग शामिल हैं। जिनमें 60 वर्ष से अधिक आयु के 14 पुरुष और 11 महिलाएं हैं। गांव में अधिकांश घरों से कोई न कोई सदस्य उल्टी-दस्त की चपेट में आया है।
सीएमएचओ डॉ. संजय ऋशेश्वर ने बताया कि छीरारी और पास के सिद्धपुरा गांव में डॉक्टरों की टीम लगातार निगरानी में लगी है। गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं और घर-घर जाकर जांच और उपचार किया जा रहा है। अब तक किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं पाई गई है और न ही किसी को जिला अस्पताल या अन्यत्र रेफर करने की जरूरत पड़ी है।
प्रारंभिक जांच में भोजन में प्रयुक्त घी या रिफाइंड तेल को संदिग्ध माना जा रहा है। गुरुवार शाम को फूड इंस्पेक्टर आशुतोष मिश्रा ने गांव पहुंचकर भोज में परोसे गए पूड़ी, मालपुआ, बर्फी, घी और रिफाइंड तेल के सैंपल एकत्र किए और जांच के लिए लैब भेज दिए हैं। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर किस खाद्य सामग्री में खराबी थी।